आतंकी संगठन आईएसआईएस के पास भले ही बेशुमार दौलत हो, लेकिन इसके आतंकी ऐप्‍स या हाईटेक कैमरे से लैस आईफोन या एंड्रॉएड सेलफोन इस्‍तेमाल करना पसंद नहीं करते। आईएसआईएस के आतंकियों के बीच जो फोन सबसे ज्‍यादा मशहूर है, वो है नोकिया 105। भारत में इस फोन की कीमत 1200 रुपए के आसपास है। यह एक बेसिक मोबाइल फोन है, जो लंबी बैटरी लाइफ वाला, डस्‍ट प्रूफ और मजबूत माना जाता है।

क्‍यों आतंकियों को पसंद?
आईएसआईएस के आतंकी आईडी (इंप्रोवाइज्‍ड एक्‍सप्‍लोसिव डिवाइस) में धमाके करने के लिए नोकिया के इस मोबाइल फोन को ट्रिगर डिवाइस के तौर पर इस्‍तेमाल करते हैं। कॉन्‍फ्ल‍िक्‍ट आर्मामेंट रिसर्च (CAR) की रिपोर्ट में यह बताया गया है। रिपोर्ट में इस बात का अध्‍ययन किया गया था कि आतंकियों के पास से सबसे ज्‍यादा कौन से फोन जब्‍त किए गए। रिसर्च में पता चला कि एक खास किस्‍म के रिमोट से कंट्रोल होने वाले आईईडी बनाने में आतंकी नोकिया के 105 मोबाइल फोन का बहुतायत में इस्‍तेमाल कर रहे हैं। बम बनाने में दो फोन का इस्‍तेमाल होता है। एक फोन से दूसरे पर कॉल की जाती है और विस्‍फोटक में लगे सर्किट बोर्ड को सिग्‍नल भेजकर धमाका किया जाता है। बता दें कि माइक्रोसॉफ्ट ने 2014 में नोकिया कंपनी का अधिग्रहण कर लिया था। इसके बाद से इस मोबाइल फोन का नाम बदलकर माइक्रोसॉफ्ट मोबाइल 105 हो गया।

Nokia 105 ही क्‍यों?
बाजार में कई सस्‍ते, ज्‍यादा बैटरी बैक अप वाले और मजबूत सेलफोन मौजूद हैं, लेकिन आईएस के आतंकी नोकिया 105 का ही ज्‍यादा से ज्‍यादा इस्‍तेमाल कर रहे हैं। जानकार यह ठीक ठीक बताने में नाकाम रहे हैं कि आखिर इसी मोबाइल फोन में ऐसी क्‍या खासियत है कि आतंकी दूसरे विकल्‍पों का इस्‍तेमाल नहीं करते। CAR के डायरेक्‍टर ऑफ ऑपरेशंस ने कहा कि आईएसआईएस के आतंकियों को शायद इस फोन की सप्‍लाई आसानी से मिल रही है। ज्‍यादा संख्‍या में ये फोन उपलब्‍ध होने की वजह से आईएस के सीनियर आतंकी नए रंगरूटों को विस्‍फोटकों में धमाके करने की ट्रेनिंग देने के लिए भी इसी मोबाइल फोन का इस्‍तेमाल कर रहे हैं।