अमेरिका और भारत के बीच टैरिफ को लेकर टेंशन बढ़ी है। अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने कुछ दिन पहले ही भारत को ‘डेड इकोनाॅमी’ कहा था। हालांकि उनका बयान सच्चाई से काफी परे है। भारतीय सिर्फ अपने देश में ही नहीं, बल्कि विदेशों में भी अपना परचम लहरा रहे हैं। डोनाल्ड ट्रंप के देश अमेरिका में भी भारतीय छाए हुए हैं। अमेरिका में विदेशी मूल के अरबपतियों में भारत अब सबसे आगे निकल गया है।
दुनिया के 78 देशों में 3,000 अरबपति
दुनिया के 78 देशों में लगभग 3,000 अरबपति हैं। उनकी कुल संपत्ति 16.1 ट्रिलियन डॉलर है। इनमें से लगभग एक-तिहाई अरबपति अमेरिका में रहते हैं। अमेरिका वेल्थ माइग्रेशन का केंद्र रहा है। फोर्ब्स की रिपोर्ट के अनुसार अमेरिका में विदेशी मूल के अरबपतियों की संख्या 125 है। इनमें से 41 अरबपति अमेरिका के नागरिक तो हैं लेकिन विदेशी मूल के हैं।
अमेरिका के लगभग 14 प्रतिशत अरबपति विदेश में जन्मे हैं और उनकी कुल संपत्ति 1.3 ट्रिलियन डॉलर है। गौरतलब है कि दुनिया के सबसे धनी व्यक्तियों में शीर्ष दस अरबपतियों में से तीन विदेश में जन्मे हैं। दुनिया के सबसे अमीर व्यक्ति एलन मस्क का जन्म दक्षिण अफ्रीका में हुआ था। गूगल के को फाउंडर सर्गेई ब्रिन मूल रूप से रूस से हैं। Nvidia के को फाउंडर और सीईओ जेन्सेन हुआंग ताइवान से हैं।
भारत की क्या है स्थिति?
अमेरिका में भारतीय मूल के अरबपतियों की संख्या 2022 में 5 से बढ़कर 2025 में 12 हो गई है। इसके कारण भारत विदेश में जन्मे अरबपतियों के लिए इजरायल से आगे निकलकर टॉप रैंक पर आ गया है। साइबर सुरक्षा फर्म Zscaler के संस्थापक और सीईओ जय चौधरी इस सूची में सबसे आगे हैं, जिनकी कुल संपत्ति 17.9 बिलियन डॉलर (लगभग 17,900 करोड़ रुपये) है और वे आठवें स्थान पर हैं।
क्रमांक | देश | 2025 में विदेश में जन्मे अरबपतियों की संख्या | 2022 में विदेश में जन्मे अरबपतियों की संख्या | बदलाव |
1 | भारत | 12 | 7 | 5 |
2 (tie) | इजरायल | 11 | 10 | 1 |
2 (tie) | ताइवान | 11 | 4 | 7 |
4 | कनाडा | 9 | 8 | 1 |
5 | चीन | 8 | 7 | 1 |
6 (tie) | जर्मनी | 6 | 6 | 0 |
6 (tie) | ईरान | 6 | 2 | 4 |
8 | फ्रांस | 5 | 5 | 0 |
9 (tie) | हंगरी | 4 | 4 | 0 |
9 (tie) | यूक्रेन | 4 | 3 | 1 |
2025 की लिस्ट में कई हाई-प्रोफाइल नाम भी शामिल हैं। इसमें अल्फाबेट के सीईओ सुंदर पिचाई, माइक्रोसॉफ्ट के सीईओ सत्य नडेला और 2018 से पालो ऑल्टो नेटवर्क्स के सीईओ निकेश अरोड़ा शामिल हैं। फोर्ब्स द्वारा पहचाने गए अमेरिका के 125 विदेशी मूल के अरबपतियों में से लगभग दो-तिहाई का जन्म इन्हीं 10 देशों में हुआ था।