अमेरिका के कैलिफोर्निया में एक और हिंदू मंदिर को निशाना बनाया गया है। यहां हेवर्ड स्थित शेरावाली मंदिर में भित्तिचित्रों (दीवार पर बने चित्र) को विरूपित किया गया है। इस घटना के दो सप्ताह पहले नेवार्क के स्वामीनारायण मंदिर में भित्तिचित्रों के साथ तोड़फोड़ की गई थी। अमेरिका में एक सप्ताह के भीतर यह दूसरी घटना है जब हिंदू मंदिर को निशाना बनाया गया है। शेरावाली मंदिर में हुई इस घटना की जानकारी हिंदू अमेरिकन फाउंडेशन (एचएएफ) ने शुक्रवार को सोशल मीडिया पोस्ट के जरिए दी। खालिस्तान समर्थकों ने शेरावाली मंदिर में भारत विरोधी भित्ति चित्र लगाए हैं।

एचएएफ ने पोस्ट कर कहा “शेरावाली मंदिर के बाहर खालिस्तान समर्थकों ने भारत विरोधी भित्तिचित्र लगाए हैं। हेवर्ड के इस मंदिर की घटना स्वामीनारायण मंदिर पर हुए हमले के ठीक दो सप्ताह बाद हुई है। इसी क्षेत्र में एक सप्ताह पहले शिव दुर्गा मंदिर में चोरी की घटना सामने आई थी। अब शेरावाली मंदिर में लगी मूर्ति का नकली विरूपण किया गया है। एचएएफ ने आगे कहा, “हम मंदिर के लोगों और पुलिस के साथ संपर्क में हैं।”

मंदिरों में लगेगा सीसीटीवी और अलार्म

रिपोर्ट के अनुसार, खालिस्तानियों से बढ़ते खतरे को देखते हुए एचएएफ ने सीसीटीवी कैमरा और अलार्म सिस्टम स्थापित करने की बात कही है। अपनी पोस्ट में एचएएफ ने कहा, “हम मंदिर की देखरेख करने वालों को हिंदू अमेरिकी मंदिर सुरक्षा गाइड को डाउनलोड करने की अनुरोध करते हैं। इस गाइड लाइन में कहा गया है कि मंदिर के अंदर भित्तिचित्र के साथ छेड़छाड़ करना अपराध है। मंदिर के अंदर इस तरह की बढ़ती घटनाओं को देखते हुए परिसर में सीसीटीवी और अलार्म लगाए जाएंगे। खालिस्तान समर्थकों के साथ-साथ हिंदू विरोधी लोगों से भी खतर है।”

पुलिस के अनुसार, दिसंबर में खालिस्तान समर्थकों ने कथित तौर पर नेवार्क के स्वामीनारायण मंदिर को नुकसान पहुंचाया था। मंदिर के बाहरी दीवारों पर भारत विरोधी भित्तिचित्रों से विकृत कर दिया गया था। घटना के बाद नेवार्क पुलिस ने जांच शुरू की थी।

मामले में मंदिर के प्रवक्ता भार्गव रावल ने कहा, “मंदिर के पास रहने वाले लोगों ने बाहरी दीवार पर काली स्याही में हिंदू और भारत विरोधी भित्तिचित्र देखे। इसके बाद पुलिस को फौरन सूचना दी गई। रावल ने कहा कि मंदिर की दीवारों पर भारत विरोधी भित्तिचित्र देखकर सभी लोग हैरान थे। घटना पर नेवार्क शहर के पुलिस कप्तान जोनाथन अर्गुएलो ने कहा कि फिलहाल मामले की जांच की जा रही है। उन्होंने आगे कहा, “हमारा मानना है कि इस अपराध को जानबूझकर अंजाम दिया गया है। इसकी गहराई से जांच की जाएगी। हमें इस घटना से दुख पहुंचा है। यह संवेदनहीन है और आरोपियों के लिए माफी की कोई जगह नहीं है। हम नेवार्क में यह बर्दाश्त नहीं करेंगे। हम मामले की जांच कर रहे हैं। आरोपियों को बख्शा नहीं जाएगा।”