प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) ने मुस्लिम धर्मगुरु जाकिर नाइक के खिलाफ मनी लॉन्ड्रिंग के मामले गुरुवार (2 मई, 2019) को चार्जशीट दायर की है। गिरफ्तारी के डर से देश छोड़कर विदेश भागे नाइक की 50.46 करोड़ की संपत्ति भी जब्त कर ली है। जाकिर नाइक पर कुल 193.06 करोड़ रुपए की मनी लॉन्ड्रिंग का आरोप है। ईडी ने मोहम्मद सलमान और उसके परिवार के सदस्यों की 73.12 लाख रुपए की संपत्ति को भी संलग्न किया है। यह पैसा आतंकी हाफिज मोहम्मद सईद और अन्य लोगों द्वारा उसे दिया गया।
हाफिज सईद लश्कर-ए-तैयबा, जमात-उद-दावा और फलाह-ए-इन्सानियत फाउंडेशन का संस्थापक है। ईडी ने जाकिर नाइक और अन्य सहयोगियों के खिलाफ 22 दिसंबर 2016 को मनी लॉन्ड्रिंग का मामला दर्ज किया था। वह फिलहाल मलयेशिया में रह रहा है और उस पर आतंकियों को उकसाने का भी आरोप है। ईडी ने पिछले महीने मार्च में नाइक के सहयोगी नजमुद्दीन साथक को मनी लॉन्ड्रिंग के मामले में मुंबई से गिरफ्तार किया था। उस पर नाइक की मदद करने और मनी लॉन्ड्रिंग मामले में उसकी सहायता करने को लेकर गिरफ्तार किया गया।
बता दें कि मध्य प्रदेश में एक सभा को संबोधित करते हुए प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी जाकिर नाइक की आड़ में कांग्रेस पर खूब निशाना साधा था। उन्होंने नाइक की आड़ में भोपाल से कांग्रेस प्रत्याशी दिग्विजय सिंह को भी आड़े हाथों लिया। पीएम ने कहा कि धमाकों के बाद श्रीलंका सरकार ने जाकिर नाइक के चैनल को बैन कर दिया। यह वही जाकिर नाइक है जिसके दरबार में जाकर दिग्विजय तारीफ करने से नहीं थकते थे। डूब मरो कांग्रेस वालों।
मोदी ने आरोप लगाया कि, ‘कांग्रेस के दरबारी जाकिर नाइक को शांति का दूत दिखाने की कोशिश कर रहे हैं। क्या यह देश नाइक जैसे लोगों को आगे बढ़ाने वालों को माफ करेगा? इसी जाकिर नाइक को कांग्रेस सरकार में आतंकवाद के मुद्दे पर पुलिसकर्मियों को संबोधित करने के लिए बुलाया गया था। उसके शब्द बम धमाके कराते हैं।’