इस्लामाबाद स्थित भारतीय उच्चायोग परिसर के ऊपर एक ड्रोन देखे जाने की घटना पर चिंता व्यक्त करते हुए शुक्रवार को भारत ने इस बारे में कड़ी प्रतिक्रिया जताई है। इस मामले में पाकिस्तान को सख्त हिदायत दी है और इस मामले की उच्चस्तरीय जांच की मांग की है। भारत ने पाकिस्तान से यह सुनिश्चित कराने को कहा है कि भविष्य में ऐसी सुरक्षा चूक दोबारा नहीं हो।
इस बीच, पाकिस्तान ने शुक्रवार को भारत के इस दावे को खारिज किया कि इस्लामाबाद स्थित भारतीय उच्चायोग परिसर के ऊपर ड्रोन उड़ते देखा गया था। इस्लामाबाद ने कहा कि कोई सबूत नहीं दिया गया है। पाकिस्तान के विदेश कार्यालय के प्रवक्ता जाहिद हफीज चौधरी ने उन खबरों को ‘भारतीय दुष्प्रचार’ करार दिया। विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता अरिंदम बागची के मुताबिक, ‘इस वर्ष 26 जून को इस्लामाबाद में भारतीय उच्चायोग के परिसर के ऊपर ड्रोन देखा गया था। इस मामले को आधिकारिक तौर पर पाकिस्तान की सरकार के समक्ष उठाया गया था।’ उन्होंने कहा, ‘हम उम्मीद करते हैं कि (पाकिस्तान) इस घटना की जांच कराएगा और सुरक्षा में ऐसी चूक को दोबारा होने से रोकेगा।’ इससे पहले भारतीय उच्चायोग ने इस मुद्दे को लेकर अपनी कड़ी आपत्ति पाकिस्तानी अधिकारियों के समक्ष दर्ज कराई।
इससे पहले जम्मू वायु सेना स्टेशन पर 27 जून को विस्फोटकों से लदे ड्रोन से हमले की घटना घटी थी। सुरक्षा अधिकारियों के अनुसार, पाकिस्तान स्थित आतंकियों द्वारा मानव रहित ड्रोन के जरिए भारत में प्रतिष्ठानों को निशाना बनाने की यह पहली घटना है। जम्मू कश्मीर में वायुसेना स्टेशन पर आतंकी हमले के बारे में एक सवाल पर बागची ने कहा कि इस मामले की जांच चल रही है। आतंकवाद और आतंकी वित्तपोषण के बारे में हमारी ‘कतई बर्दाश्त नहीं करने’ की नीति है।
उन्होंने कहा, ‘हम आतंकवाद के हर स्वरूप की निंदा करते हैं और सभी देशों से अपेक्षा करते हैं कि वे सीमापार आतंकवादियों की आवाजाही, आतंकियों की पनाहगाह और उनके वित्त पोषण को खत्म करने के लिये विश्वसनीय कदम उठाएंगे।’
विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता ने कहा, ‘हम पाकिस्तान से उसके क्षेत्र में आतंकवाद के नेटवर्क व उसके छद्म स्वरूप के खिलाफ ‘विश्वसनीय, पुष्ट करने योग्य व अपरिवर्तनीय’ कदम उठाने और 26 नवंबर के मुंबई हमले व पठानकोट हमले को अंजाम देने वालों को न्याय के शिकंजे में लाने की मांग करते हैं।’
बागची ने कहा कि अफगानिस्तान में बढ़ती हिंसा को लेकर हम चिंतित हैं। हमने वहां रह रहे भारतीयों को सतर्क रहने का परामर्श जारी किया है। उन्होंने कहा कि आतंकवाद को लेकर हमारी नीति कतई बरदाश्त नहीं करने की है। सभी देशों को आतंकियों के शरण स्थलों और उनके वित्त पोषण को खत्म करने के लिए अवश्य कार्रवाई करना चाहिए। हम पाकिस्तान से आग्रह करते हैं कि वह सीमा पार आतंकवाद का खात्मा करे और मुंबई व पठानकोट हमलों के साजिशकर्ताओं को कानून के दायरे में लाए।