Donald Trump UNGA Speech: अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने आज संयुक्त राष्ट्र में रूसी तेल की खरीददारी को लेकर राग अलापा है। उन्होंने यूएनजीए के 80वें सत्र को संबोधित करते हुए भारत और चीन पर आरोप लगाया कि यह दोनों ही देश रूस से कच्चा तेल खरीदकर, रूस-यूक्रेन युद्ध में को फंड कर रहे हैं।
यूएनजीए के संबोधन में अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने कहा कि चीन और भारत रूसी तेल ख़रीदकर इस युद्ध के मुख्य वित्तपोषक हैं। नाटो देशों ने भी रूसी ऊर्जा और रूसी ऊर्जा उत्पादों पर ज़्यादा रोक नहीं लगाई है, जैसा कि आप जानते हैं, मुझे लगभग दो हफ़्ते पहले पता चला, और मैं इससे खुश नहीं था।
यूरोपीय देशों पर भी साधा निशाना
यूरोपीय देशों पर हमलावर होते हुए डोनाल्ड ट्रंप ने कहा कि वे अपने ही ख़िलाफ़ युद्ध को वित्तपोषित कर रहे हैं। किसने इसके बारे में सुना है? अगर रूस युद्ध समाप्त करने के लिए कोई समझौता करने को तैयार नहीं होता, तो अमेरिका उस पर कड़े टैरिफ़ लगाने के लिए पूरी तरह तैयार है, जिससे मेरा मानना है कि यह रक्तपात बहुत जल्दी रुक जाएगा।
यह भी पढ़ें: पाक पीएम शहबाज शरीफ समेत 8 मुस्लिम देशों के नेताओं से क्यों मुलाकात करेंगे राष्ट्रपति ट्रंप?
ट्रंप ने बताया टैरिफ की सफलता का फॉर्मूला
डोनाल्ड ट्रंप ने कहा कि अमेरिका द्वारा लगाए जा रहे इनन टैरिफ़्स के प्रभावी होने के लिए, यूरोपीय देशों को आप सभी जो अभी यहाँ एकत्रित हैं, हमारे साथ मिलकर ठीक यही उपाय अपनाने होंगे। ट्रंप ने सांकेतिक तौर पर यूरोपीय देशों से गैस या तेल न खरीदने की अपील की, और सांकेतिंक तौर पर एक बार फिर यूरोपीय देशों पर भारत और चीन पर ज्यादा टैरिफ लगाने के लिए दबाव बनाया है।
यह भी पढ़ें: अमेरिकी पुलिस ने बीच सड़क पर फ्रांसीसी राष्ट्रपति मैक्रों को रोक दिया, ट्रंप को लगाया फोन और फिर…
ट्रंप बोले- संयुक्त राष्ट्र का काम मैं कर रहा…
इतना ही नहीं, अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने दावा किय कि उन्होंने दुनिया के सात अहम युद्ध रुकवाए हैं। उन्होंने कहा कि किसी भी राष्ट्रपति, प्रधानमंत्री और यहां तक कि किसी भी देश ने ऐसा कुछ भी नहीं किया। मैंने यह सिर्फ़ सात महीनों में कर दिखाया। ऐसा पहले कभी नहीं हुआ। मैं इसे करके बहुत सम्मानित महसूस कर रहा हूं। यह बहुत बुरा है कि ये काम संयुक्त राष्ट्र के बजाय मुझे करने पड़े। और दुख की बात है कि इन सभी मामलों में, संयुक्त राष्ट्र ने इनमें से किसी में भी मदद करने की कोशिश तक नहीं की।
ट्रंप ने कहा कि मैंने सात युद्ध समाप्त किए, इन सभी देशों के नेताओं से बात की, और मुझे संयुक्त राष्ट्र से एक भी फ़ोन कॉल नहीं आया जिसमें समझौते को अंतिम रूप देने में मदद की पेशकश की गई हो। संयुक्त राष्ट्र से मुझे बस एक एस्केलेटर मिला, जो ऊपर जाते समय बीच में ही बंद हो गया। अगर प्रथम महिला की हालत ठीक नहीं होती, तो वे गिर जातीं, लेकिन उनकी हालत बहुत अच्छी है। हम दोनों अच्छी हालत में हैं। और फिर एक टेलीप्रॉम्प्टर जो काम नहीं कर रहा था। ये दो चीज़ें हैं जो मुझे संयुक्त राष्ट्र से मिलीं। राष्ट्र… मुझे एहसास हुआ कि संयुक्त राष्ट्र हमारे लिए नहीं था।
यह भी पढ़ें: झगड़े के बाद पहली बार साथ नजर आए ट्रंप और मस्क, क्या दूर हो गए मतभेद?