अमेरिकी राष्ट्रपति के रूप डोनाल्ड ट्रंप 20 जनवरी को शपथ लेंगे। इस बीच अमेरिका की दिग्गज कंपनियों ने ट्रंप के शपथग्रहण के लिए करोड़ों डॉलर का दान किया है। अमेरिका की दिग्गज विमानन कंपनी बोइंग के अनुसार डोनाल्ड ट्रंप के शपथ ग्रहण समारोह के लिए कंपनी एक मिलियन अमेरिकी डॉलर (लगभग 8.6 करोड़ रुपये) दान दे रही है। वहीं अन्य कंपनियों ने भी दान देने का फैसला किया है।
जानें किन कंपनियों ने दिया दान
ट्रंप के शपथग्रहण के लिए बोइंग के अलावा गूगल और माइक्रोसॉफ़्ट ने भी दान दिया है। गूगल और माइक्रोसॉफ़्ट ने भी करीब एक मिलियन अमेरिकी डॉलर का दान किया है। तेल उत्पादक कंपनी शेवरॉन और टेक्नोलॉजी के क्षेत्र की दिग्गज कंपनी मेटा, अमेजन और उबर ने भी दान दिया है।
बोइंग ने बीबीसी को दिए बयान में कहा, “बोइंग की परंपरा को जारी रखते हुए अमेरिकी राष्ट्रपति पद के उद्घाटन समारोह को समर्थन देने पर हमें खुशी है। हमने पिछले तीन राष्ट्रपति शपथ ग्रहण समारोह के लिए एक समान दान दिया है।” वहीं गूगल के सरकारी मामलों के ग्लोबल हेड करण भाटिया ने कहा, “यूट्यूब पर लाइवस्ट्रीम और हमारे होमपेज पर सीधे लिंक के जरिए 2025 के शपथ ग्रहण समारोह का समर्थन करने में गूगल को खुशी है।”
सिर्फ गूगल-माइक्रोसॉफ्ट ही नहीं बल्कि फोर्ड, जनरल मोटर्स और टोयोटा ने भी अमेरिकी राष्ट्रपति के शपथग्रहण समारोह के लिए दान दिया है। फोर्ड, जनरल मोटर्स और टोयोटा ने एक-एक मिलियन डॉलर का दान दिया है।
चुनाव के लिए इन कंपनियों ने दिया था अधिक चंदा
हालांकि चुनाव से पहले पॉलिटिकल वॉचडॉग ओपनसीक्रेट्स के आंकड़ों के अनुसार अल्फाबेट, अमेजन और माइक्रोसॉफ्ट के कर्मचारी कमला हैरिस के चुनाव अभियान को अधिक सपोर्ट कर रहे थे। उन्होंने लाखों डॉलर का दान किया था। इस डेटा में कंपनी के कर्मचारियों, मालिकों और उनके परिवार के सदस्यों द्वारा किया गया दान शामिल था। ओपनसीक्रेट्स के अनुसार, अल्फाबेट और उसकी सहायक कंपनियों के कर्मचारियों (जिनमें Google भी शामिल है) और उनके परिवार के सदस्यों ने कमला हैरिस के अभियान के लिए 2.16 मिलियन डॉलर का दान दिया था, जो ट्रंप को मिली राशि से लगभग 40 गुना अधिक है।