पाकिस्तान ने अपने बेस्ट फ्रेंड देश चीन के एक अफसर को ईशनिंदा के आरोप में गिरफ्तार कर लिया है। पाकिस्तान के अधिकारियों ने सोमवार को बताया कि पाकिस्तानी पुलिस ने रमजान के पवित्र महीने के दौरान इस्लाम और पैगंबर मुहम्मद का कथित रूप से अपमान करने के बाद ईशनिंदा के आरोप में चीन के एक नागरिक को गिरफ्तार किया। पाकिस्तान के विवादास्पद ईशनिंदा कानून के तहत इस अपराध के लिए मौत की सजा का प्रावधान है।
ईशनिंदा के आरोपी की गिरफ्तारी के लिए हाइवे जाम, बड़ी रैली
पाकिस्तान की पुलिस ने ईशनिंदा के आरोपी की पहचान चीन के नागरिक तियान के रूप में की है। पुलिस ने कहा कि उसे रविवार की रात को गिरफ्तार किया गया था। चियान की गिरफ्तारी के लिए एक बांध परियोजना पर काम कर रहे सैकड़ों मजदूरों और स्थानीय लोगों ने एक प्रमुख राजमार्ग को जाम कर दिया। लोगों ने उसकी गिरफ्तारी की मांग करने के लिए बड़ी रैली भी आयोजित की।
खैबर पख्तूनख्वा प्रांत के कोमेला शहर में दसू बांध पर काम बंद
स्थानीय पुलिस प्रमुख नसीर खान के अनुसार यह रैली खैबर पख्तूनख्वा प्रांत के कोमेला शहर में हुई, जो अफगानिस्तान की सीमा से लगा हुआ है। खान ने कहा कि पुलिस अधिकारियों ने चीन के नागरिक को बचाकर और गिरफ्तार करके विरोध का तुरंत जवाब दिया। खान ने कहा, “हम अभी भी जांच कर रहे हैं।” खान ने कहा कि जाम हटाकर राजमार्ग को बाद में यातायात के लिए फिर से खोल दिया गया और दसू बांध पर काम फिर से शुरू हो गया। इसमें बड़ी संख्या में चीनी अफसर और नागरिक समेत सैकड़ों पाकिस्तानी मजदूर काम कर रहे हैं।
चीन के अफसर पर ईशनिंदा कानून की जांच के बाद चलेगा मुकदमा
पुलिस प्रमुख खान ने कहा कि गिरफ्तार चीनी व्यक्ति “दसू बांध परियोजना में भारी परिवहन का प्रभारी” था। वहां काम कर रहे बाकी मजदूरों ने दावा किया कि उसने पैगंबर मोहम्मद का अपमान किया था। पुलिस ने कहा कि अगर जांच में साबित होता है कि उसने इस्लाम का अपमान किया है तो चीनी नागरिक पर ईशनिंदा कानूनों के तहत मुकदमा चलाया जाएगा।
सोशल मीडिया पर वायरल हुआ पुलिस-पब्लिक झड़प का वीडियो
इस मामले में सोशल मीडिया पर वायरल हो रहे एक वीडियो में कोमेला में चीनी और पाकिस्तानी निर्माण मजदूरों के रहने के विशाल कैंपस के बाहर गुस्साई भीड़ को प्रदर्शन करते हुए दिखाया गया है। प्रदर्शनकारियों को “अल्लाह हू अकबर” के नारे लगाते हुए सुना जा सकता है। वीडियो में सुरक्षा बलों को भीड़ को तितर-बितर करने के लिए हवा में गोलियां चलाते भी देखा जा रहा है।
रूढ़िवादी मुस्लिम देश पाकिस्तान में ईशनिंदा कानून से अल्पसंख्यकों का दमन
एक रूढ़िवादी मुस्लिम देश पाकिस्तान में ईशनिंदा के आरोपी लोगों पर भीड़ के हमले और यहां तक कि लिंचिंग के हमले भी बेहद आम हैं। मानव अधिकार समूहों का कहना है कि पाकिस्तान में धार्मिक अल्पसंख्यकों को डराने और निजी दुश्मनी निपटाने के लिए अक्सर ईशनिंदा के आरोपों का इस्तेमाल किया जाता है।
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ईशनिंदा के आरोप में श्रीलंकाई नागरिक को भीड़ ने कत्ल के बाद जलाया
पाकिस्तान में ईशनिंदा के आरोप में मुसलमानों और गैर-मुस्लिमों की गिरफ्तारी आम बात है। यहां ईशनिंदा मामले में गिरफ्तार किए गए लोगों में विदेशी शायद ही कभी होते हैं। हालांकि, पाकिस्तान में साल 2021 में पूर्वी पंजाब प्रांत में पैगंबर मुहम्मद के नाम वाले पोस्टरों को अपमानित करने के आरोप में गुस्साई भीड़ ने एक खेल से जुड़े सामान के कारखाने में एक श्रीलंकाई व्यक्ति को पीट-पीटकर मार डाला और बाद में उसकी लाश को सार्वजनिक रूप से जला दिया था।
पंजाब प्रांत में मुस्लिम महिला ने खुद को बताया पैगंबर, मारने पहुंची भीड़
पाकिस्तान में चीन के नागरिक की गिरफ्तारी पंजाब प्रांत में पुलिस द्वारा एक मुस्लिम महिला को ईशनिंदा के आरोप में गिरफ्तार किए जाने के कुछ दिनों बाद हुई है। महिला ने कथित तौर पर दावा किया था कि वह एक इस्लामिक पैगंबर थी। भविष्यवक्ता महिला के कथित दावों की खबर फैलने के बाद उन्हें पीट-पीटकर मार डालने की मांग को लेकर भीड़ जमा हो गई थी। उसके बाद महिला को उनके घर से हिरासत में ले लिया गया था।