गृहमंत्री राजनाथ सिंह ने शुक्रवार को यहां कम्युनिस्ट पार्टी के एक शीर्ष अधिकारी से बातचीत की और इस दौरान चीन व भारत ने आतंकवाद से लड़ने और एक दूसरे के देशों से होने वाले अपराधों से निपटने में सहयोग बढ़ाने का संकल्प लिया। बुधवार को यहां पहुंचे सिंह ने कम्युनिस्ट पार्टी आॅफ चाइना की केंद्रीय समिति के राजनीतिक और कानूनी मामलों के आयोग के प्रमुख मेंग जियांगझू से कई मुद्दों पर बातचीत की। मेंग ने सिंह के साथ मुलाकात में कहा कि चीन और भारत को आतंकवाद से मुकाबला करने और एक दूसरे के देशों से अपराध से मुकाबला करने में सहयोग को बढ़ाना चाहिए।

सरकारी शिन्हुआ समाचार एजंसी ने मेंग के हवाले से कहा कि चीन और भारत को लोगों की यात्रा को सुगम बनाने और क्षेत्र में स्थिरता को बढ़ावा देने के लिए सीमा प्रवेश और निकास में सुधार के लिए समन्वय करना चाहिए। सिंह ने कहा कि उनका मंत्रालय द्विपक्षीय संबंधों को मजबूत करने के लिए चीनी कानून प्रवर्तन एजंसियों के साथ सहयोग बढ़ाने का इच्छुक है।

सिंह पिछले एक दशक में चीन की यात्रा करने वाले भारत के पहले गृह मंत्री हैं। इससे पहले 2005 में शिवराज पाटील ने गृह मंत्री के तौर पर चीन की यात्रा की थी। सिंह की यात्रा दोनों देशों के बीच रिश्तों में धीमे सुधार की पृष्ठभूमि में हो रही है जहां जटिल सीमा विवाद पर ध्यान देने की प्रणाली को संगत बनाया जा रहा है। सिंह शनिवार को शंघाई की यात्रा करेंगे जहां वह शीर्ष सीपीसी और सुरक्षा अधिकारियों से मुलाकात करेंगे और शंघाई के भारतीय संघ की बैठक को संबोधित करेंगे।