उत्तर कोरिया और अमेरिका की दुश्मनी जगजाहिर है। यहां तक कि अगर दोनों देशों की कोई कंपनी एक दूसरे के साथ व्यापार भी करती तो उसका खामियाजा उन्हें भुगतना पड़ता है। अमेरिका ने ब्रिटेन की एक कंपनी पर सिर्फ इसलिए 52,000 करोड़ रुपए का जुर्माना लगा दिया, क्योंकि उसने उत्तर कोरिया को अपनी सिगरेट बेची थी। दुनिया की सबसे बड़ी टोबैको कंपनी ब्रिटिश अमेरिकन टोबैको कंपनी पर अमेरिका ने 52 हजार करोड़ का जुर्माना लगाया है।
बता दें कि कंपनी ने तानाशाह किम जोंग उन के देश उत्तर कोरिया को सिगरेट बेचने की बात भी स्वीकार की है। एक रिपोर्ट के मुताबिक सिगरेट बेचने के लिए डेल 2007 से 2017 के बीच हुई थी यूएस डिपार्टमेंट ऑफ जस्टिस (US Department of Justice) ने बताया है कि कंपनी ने उत्तर कोरिया को सिगरेट बेचने के लिए कई वित्तीय घोटाले भी किए थे।
2007 से 2017 के बीच ब्रिटिश अमेरिकन टोबैको कंपनी (British American Tobacco Company) ने अपनी सहायक कंपनियों के जरिए अमेरिकी प्रतिबंधों का उल्लंघन किया था। इस दौरान कंपनी ने उत्तर कोरिया को करीब 35,000 करोड़ रुपए के तंबाकू के उत्पाद बेचे थे। इसी के बाद अमेरिका ने कंपनी पर जुर्माना लगाने का फैसला किया है।
बता दें कि पिछले साल मई 2022 में भी अमेरिका ने यूनाइटेड नेशन सिक्योरिटी काउंसिल से उत्तर कोरिया पर तंबाकू निर्यात करने पर प्रतिबंध लगाने के लिए कहा था। हालांकि उत्तर कोरिया के मित्र माने जाने वाले चीन और रूस ने इसपर वीटो लगा दिया था।
ऐसा माना जाता है कि उत्तर कोरिया के तानाशाह किम जोंग उन सिगरेट पीने के शौकीन हैं। उनकी तस्वीरें भी सोशल मीडिया पर वायरल हुई है। 2019 में तत्कालीन अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप (American President Donald Trump) के साथ एक समिट के लिए वियतनाम जाते समय वह ट्रेन में सिगरेट पीते हुए नजर आए थे। यह तस्वीर सोशल मीडिया पर वायरल भी हुई थी।
ब्रिटिश-अमेरिकन टोबैको मार्केटिंग सिंगापुर (BATMS) और इसकी मूल कंपनी ब्रिटिश अमेरिकन टोबैको (BAT), जिसके पास लकी स्ट्राइक, डनहिल और अन्य सिगरेट ब्रांड हैं उसने एक फ्रंट कंपनी के माध्यम से उत्तर कोरिया से सैकड़ों मिलियन डॉलर का व्यापार राजस्व प्राप्त किया। समझौते के अनुसार दोनों कंपनियों (BAT और BAMTS) आपराधिक मुक़दमे से बच सकते थे, यदि वे कुछ समझौतों को पूरा करते हैं। इन समझौतों में प्रतिबंध अनुपालन कार्यक्रम में सुधार करना और न्याय विभाग के साथ सहयोग जारी रखना शामिल है।