उनके आदर्श तो पुतिन हैं
अमेरिकी राष्ट्रपति बराक ओबामा ने डोनाल्ड ट्रंप पर आरोप लगाया कि वह रूस के राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन को अपने आदर्श के रूप में देखते हैं, इसलिए रिपब्लिकन पार्टी के उम्मीदवार व्हाइट हाउस के लिए उपयुक्त नहीं हैं। ओबामा ने मंगलवार को फिलाडेल्फिया में डेमोक्रेटिक उम्मीदवार हिलेरी क्लिंटन के समर्थन में चुनावी रैली को संबोधित करते हुए कहा, ‘क्या आप जानते हैं कि मतदान सर्वेक्षक आपसे पूछते हैं कि क्या आप उस व्यक्ति का समर्थन करते हैं जो आपका समर्थन न मिलने पर आपको जेल में डाल सकता है। तब आप कहते हैं, हां, मुझे यह व्यक्ति बेहद पसंद है। लेकिन जरा डोनाल्ड ट्रंप के आदर्श के बारे में सोचिए। मुझे पुतिन के साथ, रूस के साथ कारोबार करना है लेकिन वह विदेश नीति का हिस्सा है।’ उन्होंने कहा, ‘लेकिन मैं यह कहता हुआ नहीं घूमता कि वह मेरे आदर्श हैं। क्या आप रोनाल्ड रीगन द्वारा ऐसे किसी व्यक्ति को अपना आदर्श बताने की कल्पना कर सकते हैं? वह अमेरिका को पहाड़ी पर जगमगाते शहर के रूप में देखते थे और डोनाल्ड ट्रंप इसे विभाजित आपराधिक घटनास्थल कहते हैं।’ ओबामा ने कहा, ‘वह कोई वास्तविक नीतियां या योजनाएं पेश नहीं कर रहे हैं। सिर्फ विभाजन और डर ही पेश कर रहे हैं। वह यह शर्त लगा रहे हैं कि यदि वह लोगों को पर्याप्त रूप से डरा पाते हैं तो वह इस चुनाव को जीतने के लिए पर्याप्त मत जुटा सकते हैं। मेरा मानना है कि अमेरिकी लोग डरे हुए लोग नहीं हैं।
हम इस बात का इंतजार नहीं करते कि कोई आकर हम पर शासन करे।’ उन्होंने कहा कि हमारी ताकत उन आदर्शों से आती है, जिन्हें हम प्राथमिकता देते हैं। ये आदर्श हम सबको एक समान बनाते हैं और कहते हैं कि हम सभी लोग मिल कर पहले से भी बढ़िया संघ बना सकते हैं। ओबामा ने रूसी टीवी पर आने को लेकर भी ट्रंप की आलोचना की।
राष्ट्रीय शर्म हैं ट्रंप
अमेरिका के पूर्व विदेश मंत्री कॉलिन पॉवेल ने रिपब्लिकन उम्मीदवार डोनाल्ड ट्रंप को ‘राष्ट्रीय शर्म’ और ‘अंतरराष्ट्रीय तौर पर अस्पृश्य ’ व्यक्ति बताते हुए कहा है कि वह खुद को तबाह करने की राह पर चल रहे हैं।
मशहूर खबरिया वेबसाइट बजÞफीड न्यूज ने मंगलवार को रिपोर्ट में कहा कि पॉवेल ने यह बात 17 जून को पत्रकार एमिली माइलर को लिखे निजी ईमेल में कही थी। ट्रंप को ‘राष्ट्रीय शर्म’ और ‘अंतरराष्ट्रीय तौर पर अस्पृश्य ’ बताने के अलावा पॉवेल ने कहा था कि रिपब्लिकन पार्टी के उम्मीदवार खुद को तबाह करने के रास्ते पर बढ़ रहे हैं, उन्हें डेमोक्रेट्स द्वारा उन पर हमला किए जाने की भी जरूरत नहीं है। बीते 21 अगस्त के अन्य ईमेल में सेवानिवृत्त सैन्य जनरल पॉवेल ने ट्रंप की उस ‘नस्ली’ मुहिम को लेकर हमला बोला था, जिसका कहना है कि बराक ओबामा का जन्म अमेरिका में नहीं हुआ था। पॉवेल ने लिखा, ‘हां, पूरा ‘बर्थर मूवमेंट’ नस्ली था। 99 प्रतिशत लोग यही मानते हैं। जब ट्रंप इस बात को कायम नहीं रख सके तो उन्होंने कहा कि वह यह भी देखना चाहते हैं कि प्रमाणपत्र पर उनके मुसलिम होने का जिक्र है या नहीं।’ पॉवेल ने बजÞफीड को लिखा, ‘मुझे इस पर और ज्यादा टिप्पणी नहीं करनी। मैं इससे इनकार नहीं कर रहा हूं।’ दिसंबर, 2015 में सीएनएन के प्रस्तोता फरीद जकारिया को लिखे अन्य ईमेल में उन्होंने चेताया था कि ट्रंप को अत्यधिक प्रचार न दिया जाए।
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