Bangladesh News: बाग्लादेश में लगातार हिंदुओं पर अत्याचार हो रहे हैं, लेकिन नोबेल पुरस्कार विजेता और अंतरिम सरकार के मुखिया मोहम्मद यूनुस देश में अल्पसंख्यकों के खिलाफ हो रही हिंसा से ही मुकर गए। उन्होंने गुरुवार को अल्पसंख्यक समुदाय के कुछ लीडर्स से मुलाकात की और हिंसा की घटनाओं को लेकर किए जा रहे दावों पर ही सवाल खड़े कर दिए। उन्होंने कहा कि अगर आप लोग हमें इस बात की जानकारी दें कि कहां पर हिंसा हुई और किन लोगों ने यह की है तो हम उनके खिलाफ सख्त कार्रवाई करेंगे।
मुस्लिम, हिंदू, ईसाई और बौद्ध समुदायों के नेताओं की मौजूदगी में एक बैठक को संबोधित करते हुए यूनुस ने कहा कि यह बैठक इसलिए बुलाई है क्योंकि विदेशी मीडिया की रिपोर्ट और लोगों की बातें देखकर मेरे मन में कई सवाल उठे हैं और उन्होंने धार्मिक नेताओं से सटीक जानकारी इकट्ठा करने और मुद्दे के हल के लिए सहयोग और सुझाव मांगा है। उन्होंने धार्मिक नेताओं से कहा, ‘हमारे मतभेदों के बावजूद हम एक दूसरे के दुश्मन नहीं हैं।’
इस मीटिंग में ईसाई धर्म के एक प्रतिनिधि के तौर पर फादर अल्बर्ट रोसारियो भी मौजूद रहे। उन्होंने कहा कि इस्कॉन से जुड़े हुए चिन्मय कृष्ण दास की जमानत पर भी गहनता से विचार किया जाना चाहिए। उन्होंने यह भी कहा कि बेल मिलना तो किसी भी शख्स का राइट है। इतना ही नहीं उन्होंने आगे कहा कि किसी का भी यह हक है कि वह बेल के लिए अर्जी दायर करे।
बांग्लादेश से शेख हसीना के परिवार का नामो-निशान मिटाने पर तुली यूनुस सरकार
डोनाल्ड ट्रंप भी कर चुके निंदा
अमेरिका के नवनिर्वाचित राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने भी बांग्लादेश में हो रहे हिंदुओं पर हमलों की निंदा की थी। उन्होंने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म पर लिखा था कि मैं हिंदुओं, ईसाइयों और अन्य अल्पसंख्यकों के खिलाफ बर्बर हिंसा की कड़ी निंदा करता हूं, जिन पर बांग्लादेश में भीड़ द्वारा हमला किया जा रहा है और लूटपाट की जा रही है, जो पूरी तरह से अराजकता की स्थिति में है।
पांच अगस्त के बाद बदले हालात
बता दें कि 5 अगस्त को बांग्लादेश की पूर्व प्रधानमंत्री शेख हसीना देश छोड़कर भाग गईं। इससे उनका 15 साल का शासन खत्म हो गया। उनकी सरकार के खिलाफ खिलाफ छात्रों का विरोध प्रदर्शन बढ़ गया। इसके बाद से देश में अल्पसंख्यक हिंदुओं को हिंसा और मंदिरों व उनकी दुकानों में तोड़फोड़ का सामना करना पड़ रहा है। बांग्लादेश नेशनल हिंदू ग्रैंड अलायंस के अनुसार, 48 जिलों में 200 से ज्यादा जगहों पर अल्पसंख्यक समुदाय के खिलाफ हमले और धमकियां दी गई हैं। इस साल जुलाई और अगस्त के बीच काफी हिंदुओं की हत्या भी की गई। बांग्लादेश में अल्पसंख्यक हिंदुओं की आबादी लगभग 8 फीसदी है। बांग्लादेश की पूर्व पीएम शेख हसीना ने बताया कि हिंदुओं पर हमले का मास्टरमाइंड कौन है, पढ़े पूरी खबर…