बांग्लादेश के एक कारखाने में आग लगने की घटना के बाद सोमवार (12 सितंबर) को मलबे में से और शव मिले जिसके चलते मृतकों का आंकड़ा 33 तक पहुंच गया है। बचाव अभियान में मदद के लिए अधिकारियों ने सेना के दल को बुलाया है। गाजीपुर अग्निशामक सेवा के सहायक उप निदेशक मोहम्मद अख्तरूज्जमां ने बताया कि सोमवार को इमारत से और चार शव मिले हैं। कारखाने में आग पूरी तरह से नहीं बुझी है। जब यह विस्फोट हुआ तब संभवत: 100 लोग फूड और सिगरेट पैकेजिंग इकाई के भीतर थे। खोज और बचाव कार्य में अग्निशमन दल के कर्मचारियों तथा सेना की 22 टीमें लगी हुई हैं। हादसे के बाद शनिवार (10 सितंबर) को मरने वालों की संख्या 25 थी और इसमें करीब 70 लोग घायल हुए थे। शुरुआत में लगा था कि बॉयलर विस्फोट होने के कारण आग लगी, लेकिन अधिकारियों ने बाद में बताया कि उन्हें फैक्टरी का टैंक सही-सलामत हालत में मिला है। इससे लगता है कि आग गैस लीक होने के कारण लगी होगी।
‘बीडीन्यूज डॉट कॉम’ ने तोंगी थाने के प्रभारी फिरोज तालुकदार के हवाले से लिखा है, एक पीड़ित के पिता ने टेमपाको फॉइल्स फैक्ट्री के मालिक और छह अन्य लोगों के खिलाफ तोंगी पुलिस थाने में कल रात मामला दर्ज करवाया। फैक्टरी के मालिक मोकबुल हुसैन को प्रमुख आरोपी बनाया गया है। अधिकारियों का कहना है कि अभी भी कुछ लोग मलबे में फंसे हुए हो सकते हैं, लेकिन उनके जीवित बचे होने की संभावनाएं बहुत कम हैं। ढाका मेडिकल कॉलेज अस्पताल ने कल 25 शवों का पोस्टमार्टम करने के बाद उन्हें परिजन को सौंप दिया। श्रम मंत्रालय ने हादसे में मारे गए लोगों के परिजन को दो लाख टका (1.70 लाख रुपए) बतौर सहायता राशि देने की घोषणा की है।