अमेरिकी राष्ट्रपति चुनाव में कड़ा मुक़ाबला देखने को मिल रहा है। हाल ही में हुए एक सर्वे में सामने आया कि डेमोक्रेटिक उम्मीदवार कमला हैरिस को रिपब्लिकन कैंडीडेट डोनाल्ड ट्रंप के मुक़ाबले ज्यादा लोग पसंद कर रहे हैं। हाल ही में दोनों के बीच हुई पहली टीवी डिबेट के बाद कई लोगों का मानना है कि कमला इस दौरान ट्रंप पर हावी रहीं। वहीं, अमेरिकी उपराष्ट्रपति ने 5 नवंबर के राष्ट्रपति चुनाव से पहले 23 अक्टूबर को एक बहस में भाग लेने के लिए सीएनएन के निमंत्रण को स्वीकार कर लिया है। हालांकि, पूर्व राष्ट्रपति ने दूसरी बहस के लिए हैरिस के आह्वान को यह कहते हुए खारिज कर दिया कि अब बहुत देर हो चुकी है।

कमला हैरिस ने एक्स पर लिखा, “मैं 23 अक्टूबर को दूसरी राष्ट्रपति बहस को सहर्ष स्वीकार करूंगी। मुझे उम्मीद है कि डोनाल्ड ट्रंप मेरे साथ शामिल होंगे।” कुछ ही समय बाद ट्रंप ने उत्तरी कैरोलिना के विलमिंगटन में एक रैली को संबोधित करते हुए दावा किया कि हैरिस दोबारा मैच की मांग कर रही हैं क्योंकि वह हार रही हैं।

ट्रंप ने कहा, “उसने एक डिबेट की है, मैंने दो। कुछ और करने के लिए बहुत देर हो चुकी है, मैं कई मायनों में ऐसा करना पसंद करूंगा लेकिन बहुत देर हो चुकी है, मतदान हो चुका है, मतदाता बाहर हैं, क्या हर कोई मतदान कर रहा है, कृपया? बाहर निकलें और वोट करें।”

हैरिस ने डिबेट के लिए सीएनएन के निमंत्रण को किया स्वीकार

अभियान अध्यक्ष जेन ओ’मैली डिलन ने शनिवार को कहा, “उपराष्ट्रपति हैरिस ट्रंप के साथ मंच साझा करने के एक और मौके के लिए उत्सुक हैं और उन्होंने 23 अक्टूबर को डिबेट के लिए सीएनएन के निमंत्रण को स्वीकार कर लिया है। डोनाल्ड को इस बहस के लिए सहमत होने में कोई समस्या नहीं होनी चाहिए।”

American Presidential Election 2024: ट्रंप से ज्यादा कमला हैरिस को पसंद कर रहे लोग, सर्वे में आया सामने

पहली डिबेट में ट्रंप पर भारी पड़ी थीं कमला हैरिस

कमला हैरिस और डोनाल्ड ट्रंप पहली बार 10 सितंबर 2024 को एक बहस में आमने-सामने हुए थे। जिसके बाद हुए सर्वे से पता चला था कि उपराष्ट्रपति पूर्व राष्ट्रपति से आगे निकल रही हैं। हालांकि, ट्रंप ने पिछले हफ्ते घोषणा की कि वह चुनाव से पहले हैरिस के खिलाफ किसी अन्य डिबेट में भाग नहीं लेंगे। उन्होंने अपने ट्रुथ सोशल प्लेटफॉर्म पर घोषणा की, “कोई तीसरी बहस नहीं होगी।”

इससे पहले जून में, डोनाल्ड ट्रंप ने राष्ट्रपति जो बाइडेन से बहस की थी, जिनके प्रदर्शन ने डेमोक्रेट्स के बीच चिंताएं बढ़ा दीं, जिसके बाद यह सवाल उठने लगे थे कि क्या बाइडेन चुनाव लड़ने के लिए उपयुक्त हैं। जिसके बाद बाइडेन अंततः जुलाई में राष्ट्रपति पद की दौड़ से हट गए थे।

(इनपुट- इंडियन एक्सप्रेस)