रूसी राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन ने हाल ही में अमेरिका और चीन पर अपनी बात रखी है। पुतिन ने कहा कि अमेरिका चीन के विकास को नहीं रोक पाएगा।

रूस के राष्ट्रपति ने यह भी कहा कि ब्रिक्स का उद्देश्य कभी भी किसी के खिलाफ होना नहीं था। व्लादिमीर पुतिन ने भारत के इस रुख का हवाला दिया कि ब्रिक्स पश्चिम विरोधी नहीं, बल्कि एक गैर-पश्चिम समूह है। उन्होंने कहा कि यह समूह के सदस्य भारत का रुख है। व्लादिमीर पुतिन ने अगले सप्ताह होने वाले शिखर सम्मेलन से पहले मीडिया से बातचीत में कहा कि फिलिस्तीनी राष्ट्रपति महमूद अब्बास को ब्रिक्स कार्यक्रमों में आमंत्रित किया गया है।

प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी कजान में आयोजित 16वें ब्रिक्स शिखर सम्मेलन में भाग लेने के लिए 22-23 अक्टूबर को रूस की यात्रा पर जाएंगे। पुतिन ने यहां विदेशी पत्रकारों के एक समूह के साथ बातचीत में कहा कि ब्रिक्स के दरवाजे नए सदस्यों के लिए बंद नहीं हैं। उन्होंने कहा कि जैसे-जैसे समूह विकसित होगा, गैर-सदस्य देशों को भी आर्थिक लाभ मिलेगा। उन्होंने अमेरिका पर चीन में विकास को रोकने की कोशिश करने का आरोप लगाया। पुतिन ने कहा, ‘‘यह सूरज से यह कहने जैसा है कि वह उगना बंद कर दे।’’

यह पूछे जाने पर कि क्या यूक्रेन में युद्ध समाप्त होने की कोई समय सीमा है, पुतिन ने कहा कि कोई समय सीमा तय करना कठिन और प्रतिकूल होगा। उन्होंने कहा कि रूस विजयी होगा। रूसी राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन ने संकेत दिया है कि रूस में भारतीय फिल्मों के वितरण को बढ़ावा देने के लिए चर्चा होगी।

ब्रिक्स सम्मेलन से ज्यादा पुतिन-जिनपिंग से मिलना होगा PM मोदी के लिए अहम

चीन के राष्ट्रपति शी जिनपिंग भी ब्रिक्स शिखर सम्मेलन में भाग लेंगे

वहीं, चीन के राष्ट्रपति शी जिनपिंग भी अगले हफ्ते रूस में होने वाले ब्रिक्स शिखर सम्मेलन में भाग लेंगे, जिस दौरान वह ‘ग्लोबल साउथ’ के लिए एक नये युग की शुरूआत करने को लेकर अन्य पक्षों के साथ बातचीत करेंगे। चीन के विदेश मंत्रालय ने यह जानकारी दी। हालांकि, जिनपिंग की प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के साथ बैठक के बारे में अभी तक कोई स्पष्टता नहीं है। पीएम मोदी भी इस शिखर सम्मेलन में भाग लेने वाले हैं।

यह ब्रिक्स के विस्तार के बाद पहला शिखर सम्मेलन होगा, जिसका आयोजन रूस की अध्यक्षता में हो रहा है। चीन के विदेश मंत्रालय की प्रवक्ता हुआ चुनयिंग ने यहां कहा कि राष्ट्रपति जिनपिंग रूस के राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन के निमंत्रण पर, 22 से 24 अक्टूबर तक रूस के कज़ान में आयोजित होने वाले 16वें ब्रिक्स शिखर सम्मेलन में भाग लेंगे। ब्रिक्स में मूल रूप से ब्राजील, रूस, भारत, चीन और दक्षिण अफ्रीका शामिल थे लेकिन अब इसमें पांच और देश शामिल हो गए हैं। इस वर्ष के शिखर सम्मेलन का विषय है, ‘न्यायसंगत वैश्विक विकास और सुरक्षा के लिए बहुपक्षवाद को मजबूत करना।’

(इनपुट- पीटीआई/भाषा)