आप वास्तु शास्त्र के इन नियमों का पालन कर घर में खुशहाली ला सकते हैं। महागुरु गौरव मित्तल बता रहे हैं ऐसे ही कुछ उपाय जिसका पालन करने से खुशहाली के द्वार आपके घर के लिए खुल जाएंगे।
मकान के जिस कोने में दोष हो, वहां शंख बजाना चाहिए।
घर में दूध वाले वृक्ष से गृहस्वामी फेफड़े एवं किडनी के रोग से ग्रस्त होते है।
घर में बंद पड़ी घड़ी भाग्य को अवरुद्ध करती है।
पूजा स्थल में सुबह शाम दीपक जलाना सौभाग्य वर्धक है।
पलंग के नीचे सामान या चप्पल रखने से ऊर्जा का बहाव अधिक होता है।
ऑफिस में पीठ के पीछे पुस्तक की अलमारी न रखें।
मुकदमे या विवाह से संबंधित फाईल तिजोरी या लॉकर में न रखें।
पूजा स्थल के ऊपर कोई भी वस्तु न रखें।
पूर्वज के चित्र पूजा कक्ष में रखने से घर में क्लेश एवं रोग होता है।
घर में पूर्वज के चित्र नैऋत्य कोने या पश्चिम में रखे।
प्रस्थान के वक्त जुत्ते-चप्पल का नाम लेना अशुभ है।
टूटा हुआ दर्पण (आईना) घर में न रखें।
बेडरुम में डबल बेड पर दो अलग-अलग गद्दे रखने से तनाव एवं दंपति में दरार पड़ती है।
बीम के नीचे डाईनिंग टेबल रखने से उधार रकम वापस नही आती।
शयन कक्ष में जल तथा दर्पण अशुभ है।
छत पर उल्टा मटका रखने से राहु ग्रह कुपित होता है।
परेशानी आती है।
भारी अलमारी या फर्नीचर घर में दक्षिण या पश्चिम में रखें।
शयनकक्ष, रसोई गृह एवं भोजन कक्ष बीम रहित होना चाहिए।
तेजस्वी संतान प्राप्ति के इच्छुक दंपत्ति को एक थाली में भोजन नही करना।
उत्तर या पूर्व दिशा की ओर तिजोरी का पल्ला खुलना सबसे उत्तम है।
किसी भी कक्ष या शयन कक्ष में दरवाजे के पीछे कपड़े आदि कुछ भी लटकाना नही चाहिये।
सीढ़ियों के नीचे बैठकर कोइ भी काम न करें।
प्रत्येक रविवार को बच्चों को दूध-रोटी और शक्कर अलग-अलग या मिलाकर खिलाने से मेधा-शक्ति बढ़ती है।
मुकदमा–विवाद या झगड़े के कागजात उत्तर, पूर्व या ईशान दिशा में रखने से फैसले जल्दी आते हैं।
शयन कक्ष में झुठे बर्तन रखने से कारोबार में कमी आती है और कर्ज बढ़ता है।
ईशान कोने में कचरा जमा होता है, तो शत्रु वृद्धि होती है।
उपहार में आये चाकु, कैंची आदि न रखें।
एक ही लाईन में तीन व्यक्ति का फोटो न रखें।
ईशान कोन में वजन रखना अशुभ है एवं नैऋत्यमें जितना भार हो उतना अच्छा है।
रसोई घर में पूजा स्थान रखने से गृह स्वामी धोखा खाता है।
धन तेरस को खरीदे गए या नए बर्तनों को घर पर खाली नही ले जाना, फल-फुल या मिठाइयां डालना, कुछ न हो तो सिक्के डालकर ले आना।
दो अंगुली से पकड़कर नोट लेना अशुभ है, लेन-देन पांचों अंगुलियों से करनी चाहीए।
कार्यालय या ऑफिस में आगन्तुकों की कुर्सियों से अपनी कुर्सी कुछ ऊंची रखें।
हमेशा शिकायत करने से, रोने से घर में हानिकारक नकारात्मक ऊर्जा पैदा होती है।
घर की देहली के अंदर खड़े रहकर दान देना चाहिये।
स्नान किये बिना दुकान नही जाना चाहिये।
किसी भी शुभ चोघड़िए में पीसी गई हल्दी में गंगा-जल मिलाकर मुख्य द्वार के दोनो तरफ ॐ बनाने से अनर्थ संभावना समाप्त हो जाती है।
घर में बिल्ली का विष्टा करना शुभ सुचक है।
ईशान या उत्तर में तुलसी का पौधा लगाने से उधारी दूर होती है।
धन प्राप्त करना हो तो दरवाजों को पैर से खोल-बंध न करें।
शीशम के पन्नों को (पत्ते) सिरहाने रखने से स्वप्न दोष समाप्त हो जाता है।
बुधवार को पैसे, पुस्तक, स्कूटर, पंखे आदि कुछ भी उधार देना नहीं चाहिये।
दो दर्पण आमने-सामने नहीं रखने चाहिये।
अनजाने कुत्ते का पीछे आना शुभ सूचक है।
चाय देते समय केतली या जग की नली मेहमानों की तरफ रखने से आपस में गलतफहमी हो जाती है।
नए घर में पुराना झाड़ू ले जाना अशुभ है।
घर में चमगादड़ों का मंडराना या वास करना महा अशुभ कारक है।