कब्ज एक ऐसी परेशानी है जो किसी भी उम्र में किसी को भी कभी भी हो सकती है। बचपन से लेकर युवावस्था और बुढ़ापे तक में लोग कब्ज से जूझते रहते हैं। कुछ लोग बचपन से ही कब्ज का शिकार होते हैं, खासकर स्कूल जाने वाले बच्चों में कब्ज की परेशानी ज्यादा होती है। खराब डाइट, बिगड़ता लाइफस्टाइल और तनाव कब्ज की बीमारी के लिए जिम्मेदार है। कभी-कभी एक-दो दिन में मल डिस्चार्ज नहीं होना कब्ज नहीं कहलाता, ये परेशानी दवाइयों का सेवन करने से, तनाव से, बॉडी एक्टिविटी में कमी होने से या फिर अनहेल्दी फूड्स का सेवन करने से हो सकती है।
कब्ज की बीमारी से मतलब है कि आपको हफ्ते में 3-4 दिन मल डिस्चार्ज नहीं हो और आपका पेट सड़ता रहे। कब्ज की परेशानी में आपका सिर्फ पेट ही खराब नहीं होता बल्कि आंतों में भी परेशानी बढ़ने लगती है। कब्ज का असर शारीरिक स्वास्थ्य के साथ ही आपकी मानसिक स्थिति को भी बिगाड़ देता है।
कब्ज का इलाज एलोपैथिक दवाइयों का सेवन करने से नहीं किया जाता। एलोपैथिक दवाइयां सिर्फ पेट दर्द, गैस और एसिडिटी से कुछ देर के लिए राहत दिलाता है, कब्ज का परमानेंट इलाज नहीं करती। आयुर्वेदिक एक्सपर्ट और योग गुरु बाबा रामदेव के मुताबिक अगर आपको भयंकर कब्ज है तो कुछ दिनों के लिए आप घी, मीठी चीजों का सेवन और दूध का सेवन करना बंद कर दें। इन 3 चीजों से परहेज करने के साथ कुछ चीजों का सेवन बढ़ा दें तो आपकी कब्ज की बीमारी का जड़ से इलाज हो जाएगा।
अनार का सेवन करें
अगर आप कब्ज से परेशान हैं तो अपनी डाइट में अनार का सेवन करना शुरू कर दें। फाइबर से भरपूर अनार का सेवन कब्ज को दूर करता है। पाचन तंत्र को ठीक रखता है। इसका सेवन करने से खाना जल्दी पचता है और पेट में मल सड़ता नहीं है। इसका सेवन करने से आसानी से पेट की गंदगी साफ हो जाती है। फाइबर और विटामिन से भरपूर अनार बॉडी को कई तरह से फायदा पहुंचाता है।
दिन की शुरुआत गर्म पानी से करें
आप अपनी बॉडी और पाचन को दुरुस्त करना चाहते हैं तो दिन की शुरुआत गुनगुने पानी से करें। आयुर्वेद के मुताबिक गुनगुना पानी का खाली पेट सेवन करने से बॉडी हाइड्रेट रहती है,पाचन दुरुस्त रहता है और कई तरह की बीमारियों का भी उपचार होता है। गुनगुना पानी पेट में सड़ रहे मल को सॉफ्ट करके बॉडी से बाहर निकालने में मदद करता है। पाचन तंत्र और बॉडी में जमा गंदगी को बॉडी से बाहर निकालने में गुनगुना पानी दवा से ज्यादा असरदार होता है।
कपालभाति करें
पेट,लिवर और आंतों को हेल्दी रखना चाहते हैं तो कपालभाति करें। इस प्राणायाम का रोजाना करने से किडनी-लिवर की सेहत दुरुस्त रहती है और कब्ज का भी इलाज होता है। ये प्राणायाम पाचन तंत्र को मजबूत बनाता है, गैस, एसिडिटी और कब्ज जैसी बीमारियों का उपचार करता है। इस अभ्यास को करने से आंतों की हेल्थ में सुधार होता है। आप रोजाना 10-15 मिनट इस प्राणायाम को जरूर करें।
खाली पेट करें आंवला और एलोवेरा का सेवन
अगर रोजाना पेट साफ करने के लिए चूर्ण का सेवन करते हैं तो आप अपनी इस आदत को बदल लें। रोजाना चूर्ण का सेवन आपके कब्ज का परमानेंट इलाज नहीं है। आप कब्ज को दूर करने के लिए सुबह खाली पेट आंवला और एलोवेरा जूस को पानी में मिलाकर पी लें आपकी परेशानी का उपचार हो जाएगा। कब्ज की परेशानी को दूर करने के लिए आप एक गिलास पानी में 100 ml आंवला का जूस और एक चम्मच एलोवेरा जूस मिलाएं और रोजाना उसका सेवन करें।