तंबाकू का सेवन जानलेवा हो सकता है, ये बात अधिकतर लोग जानते हैं। हालांकि, बावजूद इसके दुनियाभर में बड़ी संख्या में लोग किसी न किसी रूप से तंबाकू का सेवन करते हैं। इतना ही नहीं, आज के समय में कम उम्र के युवा भी बीड़ी, सिगरेट और गुटखा के आदी हो चुके हैं। ऐसे में लोगों को तंबाकू का सेवन करने से रोकने और इससे होने वाले नुकसान के प्रति जागरूकता फैलाने के उद्देश्य से हर साल 31 मई के दिन को दुनियाभर में विश्व तंबाकू निषेध दिवस यानी वर्ल्ड नो टोबैको डे (World No-Tobacco Day 2024) के रूप में मनाया जाता है।
आइए जानते हैं किस तरह थोड़ी मात्रा में भी तंबाकू का सेवन आपके लिए खतरनाक हो सकता है, साथ ही जानेंगे इस लत से कैसे पीछा छुड़ाया जा सकता है।
क्या कहते हैं एक्सपर्ट्स?
मामले को लेकर आरएन टैगोर हॉस्पिटल, मुकुंदपुर में कंसल्टेंट, कार्डियोलॉजी डॉ. पंकज सिंह बताते हैं, ‘तंबाकू में निकोटीन पाया जाता है, जिसका सेवन हार्ट में ब्लड सर्कुलेशन को बढ़ाकर ब्लड वेसेल्स में संकुचन पैदा कर देता है। निकोटीन के कारण धमनियों की दीवारें भी सख्त होने लगती हैं, जिसके चलते दिल का दौरा पड़ने की संभावना बढ़ जाती है। इतना ही नहीं, आपको जानकर हैरानी हो सकती है कि एक बार खाने पर ये रसायन आपके शरीर में 6 से 8 घंटे तक रहता है। ऐसे में ये और अधिक खतरनाक हो जाता है।’
डॉ. सिंह से अलग एक्शन कैंसर हॉस्पिटल, दिल्ली में सीनियर कंसल्टेंट, मेडिकल ऑन्कोलॉजी डॉ. समित पुरोहित बताते हैं, ‘सीधे तौर पर तंबाकू का सेवन तो बेहद हानिकारक है ही, इससे अलग बीड़ी और सिगरेट में मौजूद तंबाकू भी व्यक्ति के शरीर में गंभीर समस्याएं पैदा कर सकता है। सिगरेट के धुएं में ही 7,000 से ज्यादा रसायन पाए जाते हैं। इन घातक रसायनों में कैडमियम, आर्सेनिक, बेंजीन, क्रोमियम, ब्यूटाडीन, फॉर्मेल्डिहाइड और टार जैसे कई नुकसानदेय रसायन होते हैं, जो शरीर में कई बीमारियों का कारण बनते हैं। इसके अलावा धूम्रपान करते समय आप कार्बन मोनोऑक्साइड को अपने अंदर लेते हैं, जो रेड ब्लड सेल्स में ऑक्सीजन की मात्रा को कम कर देता है। ये धमनियों की आंतरिक परत में कोलेस्ट्रॉल की मात्रा बढ़ाता है और उन्हें सख्त कर देता है जो दिल से जुड़ी गंभीर बीमारियों की वजह बन सकता है।’
बढ़ जाता है इन बीमारियों का खतरा
- एक अन्य एक्सपर्ट नारायणा हॉस्पिटल, गुरुग्राम के सीनियर कंसल्टेंट एंड क्लिनिकल लीड, सर्जिकल ऑन्कोलॉजी डॉ. देबाशीष चौधरी बताते हैं, ‘तंबाकू के थोड़ी मात्रा में सेवन से भी कई प्रकार के घातक कैंसर का खतरा बढ़ जाता है। मुख्य रूप से ये फेफड़े, मुंह, पेट, मूत्राशय, गुर्दे, पैंक्रियाज और गर्भाशय ग्रीवा के कैंसर के खतरे को बढ़ाता है।
- इसके अलावा धूम्रपान का सेवन मस्तिष्क में रक्त वाहिकाओं की परत में रक्त के थक्के बना सकता है, जिससे स्ट्रोक की समस्या हो सकती है।
- धूम्रपान हाई ब्लड प्रेशर का कारण बन सकता है, जो कोरोनरी धमनी रोग (Coronary artery disease), दिल के दौरे और क्रोनिक लंग डिजीज का खतरा भी बढ़ा सकता है।’
कैसे छोड़ें तंबाकू की लत?
- इस सवाल का जवाब देते हुए धर्मशिला नारायणा हॉस्पिटल, दिल्ली के डायरेक्टर – सर्जिकल ऑन्कोलॉजी डॉ. अंशुमान कुमार बताते हैं, ‘अगर आप चाहें तो तंबाकू की लत से बेहद आसानी से पीछा छुड़ा सकते हैं। इसके लिए जब भी आपका तंबाकू खाने का मन हो, तो बस ध्यान में रखें कि इसकी इच्छा चाहे कितनी ही तीव्र क्यों न हो 5 से 10 मिनट के अंदर खत्म हो जाती है। ऐसे में केवल 5 से 10 मिनट तक खुद पर कंट्रोल बनाकर रखें।
- इसके लिए आप डॉक्टर से सलाह के बाद निकोटीन इनहेलर और स्प्रे जैसे निकोटीन रिप्लेसमेंट उपचारों का सहारा ले सकते हैं।
- तंबाकू के सेवन की इच्छा को ट्रिगर करने वाली चीजों के बारे में पता करें और उनसे दूर रहने का प्रयास करें।
- तंबाकू खाने का मन होने पर आप कैंडीज़ और शुगर फ्री गम खा सकते हैं।
- इस सब से अलग निकोटीन की क्रेविंग को खत्म करने में नियमित एक्सरसाइज आपकी काफी मदद कर सकती है, इसे अपने डेली रूटीन में शामिल करें।
Disclaimer: आर्टिकल में लिखी गई सलाह और सुझाव सिर्फ सामान्य जानकारी है। किसी भी प्रकार की समस्या या सवाल के लिए डॉक्टर से जरूर परामर्श करें।