World Hypertension Day: हर साल 17 मई को वर्ल्ड हाइपरटेंशन डे (विश्व उच्च रक्तचाप दिवस) मनाया जाता है। हाई ब्लड प्रेशर या हाइपरटेंशन एक ऐसा नाम है, जिससे 10 में से 7 लोग पीड़ित होते हैं। हाइपरटेंशन को ‘साइलेंट किलर’ भी कहा जाता है। हाई ब्लड प्रेशर या हाइपरटेंशन को आमतौर पर बुजुर्गों की स्थिति माना जाता है। हालांकि, हाल के वर्षों में हुए अध्ययनों के मुताबिक, 20 और 30 साल के युवाओं में इसके खतरनाक प्रचलन का संकेत दिया है।
अपोलो हॉस्पिटल, बेंगलुरु, सीनियर कंसल्टेंट – इंटरनल मेडिसिन, डॉ. सुनील एस बोहरा ने बताया कि हाई ब्लड प्रेशर दिल, दिमाग और किडनी को साइलेंट तरीके से नुकसान पहुंचाता है। इसलिए इसे साइलेंट किलर कहा जाता है। 2024 में प्रकाशित एक ICMR अध्ययन में बताया गया है कि 40 वर्ष से कम आयु के 20% से अधिक वयस्क कई कारकों, मुख्य रूप से तनाव, शारीरिक गतिविधि की कमी और नींद की कमी आदि के कारण हाई ब्लड प्रेशर से पीड़ित हैं।
वर्ष 2025 के लिए अपोलो हेल्थ ऑफ नेशन रिपोर्ट के अनुसार, हाई ब्लड प्रेशर के लगभग तीन-चौथाई मामले फैटी लिवर रोग से भी जुड़े हैं, जिसमें लगभग नौ प्रतिशत हाई स्कूल के छात्र और 19 प्रतिशत कॉलेज के छात्र पहले से शामिल हैं। इसका मुख्य कारण डिजिटल उपकरणों का लगातार उपयोग है। इससे तनाव का लेवल बढ़ता है और नींद का पैटर्न भी बाधित होता है।
ब्लड प्रेशर की नियमित निगरानी
आमतौर पर युवा नियमित रूप से हेल्थ चेकअप नहीं करते। हालांकि, किशोरावस्था में हाई ब्लड प्रेस विकसित हो सकता है और विशेष रूप से उन लोगों में जिनके परिवार में हाई बीपी की हिस्ट्री है। आमतौर पर अगर रीडिंग सामान्य है, यानी 120/80 mmHg से कम है, तो इसे साल में कम से कम एक बार मापा जाना चाहिए। अगर रीडिंग थोड़ी बढ़ी हुई (120-129/<80 mmHg) या हाई ब्लड प्रेशर (130/80 mmHg या उससे अधिक) है, तो अधिक बार मापने की आवश्यकता होगी।
ऐसे में घर में बीपी मापने वाले मॉनिटर रखें। ये मॉनिटर काफी सस्ते और उपयोग में आसान हैं। इस तरह के रिकॉर्ड को बनाए रखने से पहले ही भिन्नताओं का पता लगाने में मदद मिलेगी ताकि बाद में हृदय रोग, स्ट्रोक या किडनी फेलियर जैसी जटिलताओं के खिलाफ निवारक उपाय किए जा सकें।
संतुलित आहार
डेली भोजन का सेवन ब्लड प्रेशर का एक और महत्वपूर्ण निर्धारक है। नमकीन स्नैक्स, चीनी से भरे पेय पदार्थ और फास्ट फूड का लंबे समय तक सेवन करने से ब्लड प्रेशर बढ़ने की संभावना है। ऐसे में खानपान का ध्यान रखें और फल, सब्जियां और साबुत अनाज का सेवन करें।
फिजिकल एक्टिविटी
फिजिकल एक्टिविटी के करने से दिल की हेल्थ अच्छी रहती है और हाई ब्लड प्रेशर कंट्रोल में रहता है। हर हफ्ते कम से कम 150 मिनट फिजिकल एक्टिविटी करने की कोशिश करें, जैसे तेज चलना, साइकिल चलाना या तैराकी। सप्ताह में दो बार वेट लिफ्टिंग या पुश-अप जैसी एक्सरसाइज करना भी फायदेमंद साबित होगा। इसके अलावा खाने के बाद 10 मिनट की सैर जैसे छोटे प्रयास भी मायने रखते हैं। नियमित शारीरिक गतिविधि ब्लड प्रेशर को 5 से 8 mmHg तक कम कर सकती है।
वहीं, NCBI में प्रकाशित एक शोध के मुताबिक, लिवर को हेल्दी रखने के लिए विटामिन ए और विटामिन डी की पर्याप्त मात्रा शरीर में जरूर होनी चाहिए।