हमारे देश में हर साल 29 सितंबर के दिन को विश्व हृदय दिवस (World Heart Day) मनाया जाता है। इस दिन को मनाने का उद्देश्य लोगों में हृदय स्वास्थ्य के प्रति जागरूकता फैलाना और उन्हें हृदय रोगों के बारे में शिक्षित करना है।
पिछले कुछ सालों मे हार्ट अटैक और इससे मौत के मामलों में लगातार इजाफा देखने को मिला है। अधिक चिंता की बात यह है कि कम उम्र के युवा भी हार्ट अटैक का शिकार होने लगे हैं। ऐसे में हार्ट हेल्थ पर ध्यान देना बेहद जरूरी हो जाता है। इसके लिए यहां हम आपको कुछ जरूरी बातें बता रहे हैं, जिन्हें ध्यान में रखकर आप अपनी और अपनों की सेहत का ख्याल रख सकते हैं।
हार्ट हेल्थ के लिए इन बातों का रखें ख्याल
मामले को लेकर धर्मशिला नारायणा अस्पताल, दिल्ली के डायरेक्टर एंड सीनियर कंसल्टेंट-कार्डियोलॉजी, डॉ. प्रदीप कुमार नायक बताते हैं, ‘आज युवा पीढ़ी तनाव में ज्यादा रहती है, उसपर खराब लाइफस्टाइल और गलत खानपान लोगों की आदत में शुमार होता जा रहा है। समय के साथ ये आदतें हार्ट अटैक और हृदय विफलता के जोखिम को बढ़ा देती हैं। हालांकि, एक राहत की बात यह है कि आपके हार्ट में किसी भी तरह की परेशानी होने पर आपका शरीर पहले ही इसके लक्षण देना शुरू कर देता है। ऐसे में सेहतमंद रहने के लिए इन लक्षणों पर ध्यान देना जरूरी है।’
कैसे पहचानें लक्षण?
इस सवाल को लेकर नारायणा अस्पताल, गुरुग्राम में सीनियर कंसल्टेंट, कार्डियक सर्जन डॉ. रचित सक्सेना बताते हैं, ‘अधिकतर युवाओं में हार्ट से जुड़ी कोई भी परेशानी होने पर हाई ब्लड प्रेशर की समस्या सबसे ज्यादा देखी जाती है। इस परेशानी को नजरअंदाज न करें। अगर आप बीपी के मरीज हैं या किसी भी प्रकार की असुविधा या बेचैनी महसूस करते हैं, तो बिना अधिक समय गवाए ईसीजी (ECG) जरूर कराएं।’
क्या होता है ECG?
ECG या इलेक्ट्रोकार्डियोग्राम एक मेडिकल टेस्ट है, जो दिल की इलेक्ट्रिकल गतिविधियों को मापता है। यह दिल की स्थिति और कार्य को समझने में मदद करता है और दिल से संबंधित कई समस्याओं का निदान करने में सहायक होता है।
इस टेस्ट को करते समय व्यक्ति की बांहों, छाती और पैरों पर इलेक्ट्रोड लगाए जाते हैं। इन इलेक्ट्रोड को फिर एक मशीन से जोड़ा जाता है, जो व्यक्ति की हार्ट बीट को रिकॉर्ड करती है। ECG एक सुरक्षित और दर्द रहित टेस्ट है जो कुछ मिनटों में किया जा सकता है। यह दिल की स्थिति के बारे में महत्वपूर्ण जानकारी प्रदान करता है और दिल से संबंधित समस्याओं का निदान और उपचार में सहायक होता है। यही वजह है कि एक्सपर्ट्स खासकर हाई बीपी के मरीजों के लिए ईसीजी को जरूरी बताते हैं। इससे समय रहते हार्ट की स्थिति को पहचानने में मदद मिल सकती है और हार्ट अटैक के खतरे को टाला जा सकता है।
Disclaimer: आर्टिकल में लिखी गई सलाह और सुझाव सिर्फ सामान्य जानकारी है। किसी भी प्रकार की समस्या या सवाल के लिए डॉक्टर से जरूर परामर्श करें।