Risk of Heart Problems in Women after Menopause: मेनोपॉज यानी मासिक धर्म का बंद होना, आमतौर पर 50 साल की उम्र पार करने के बाद महिलाओं की माहवारी खत्म हो जाती है। हेल्थ एक्सपर्ट के अनुसार ओवरीज और उसके हार्मोन की कार्य क्षमता कमजोर होने से मासिक धर्म बंद हो जाते हैं। इस कारण महिलाओं की ओवरीज जब अंडों को प्रोड्यूस करना और हार्मोन रिलीज करना बंद कर देता है, तब मेनोपॉज की शुरुआत होती है। ये एक नैचुरल एजिंग प्रोसेस है जिससे हर महिला को दो-चार होना पड़ता है। मेनोपॉज के बाद होने वाले हार्मोनल बदलाव के कारण महिलाओं में कई बीमारियों का खतरा बढ़ जाता है।

मासिक धर्म खत्म होने के बाद बढ़ता है हार्ट डिजीज का खतरा: स्वास्थ्य विशेषज्ञों का मानना है कि मासिक धर्म खत्म होने के साथ ही महिलाओं के शरीर में एस्ट्रोजेन और प्रोजेस्टेरॉन जैसे जरूरी हार्मोन बनने बंद हो जाते हैं। शरीर में इस हार्मोन के प्रोडक्शन से महिलाओं का दिल सेहतमंद रहता है और हार्ट डिजीज के खतरे से सुरक्षित रहती हैं। वहीं, एस्ट्रोजेन हॉर्मोन की कमी से महिलाओं के ब्लड में अधिक फैट जमने लगता है जिसके कारण दिल से जुड़ी बीमारियों का खतरा बढ़ता है।

फिजिकल एक्टिविटी की कमी है जिम्मेदार: 49 से 52 साल की उम्र की महिलाएं जो फिजिकली इनैक्टिव होती हैं उनमें हार्ट डिजीज का खतरा ज्यादा होता है। एक शोध की मानें तो महिलाएं जितना अधिक समय बैठे रहेंगी, उतना ही ज्यादा उनमें दिल की बीमारी का खतरा भी बढ़ेगा। महिलाओं में बैठने के समय को घटाने से शरीर में ग्लूकोज कंट्रोल और ब्लड फ्लो बेहतर होता है। आइए जानते हैं कि किन बातों का रखना चाहिए ध्यान –

स्वस्थ खानपान: माहवारी बंद होने के बाद अपनी डाइट का ध्यान रखना आवश्यक है। अपने खाने में फल-सब्जी, साबुत अनाज, दाल, फोलेट से भरपूर फूड्स शामिल करें। साथ ही, दिल को तंदरुस्त रखने के लिए डाइट में लो सैचुरेटेड फैट और लो ट्रांस फैट युक्त भोजन करें।

शारीरिक रूप से एक्टिव रहें: महिलाओं को एक्सरसाइज और वर्क आउट करना चाहिए जिससे उनकी आर्टरीज में क्लॉट या ब्लॉकेज न उत्पन्न हो। साथ ही, एक्टिव रहने से ब्लड प्रेशर, शुगर और कोलेस्ट्रॉल लेवल भी बेहतर होता है।

स्ट्रेस लेने से बचें: स्ट्रेस लेने से शरीर में इंफ्लेमेशन होता है जिससे हार्ट डिजीज का खतरा बढ़ता है। इसलिए मासिक धर्म बंद होने के बाद महिलाओं को मेडिटेट या ध्यान करने की आवश्यकता होती है जिससे उन्हें कम तनाव हो।

बंद कर दें स्मोकिंग: मेनोपॉज के बाद धूम्रपान करना हार्ट डिजीज का खतरा बढ़ाता है, इससे हार्ट रेट और रिद्म प्रभावित होता है, साथ ही आर्टरीज भी सिकुड़ने लगती हैं। स्मोकिंग करने से दिल कमजोर होता है और ब्लड प्रेशर भी बढ़ जाता है। ऐसे में इससे बचना चाहिए।

नियमित स्वास्थ्य जांच: एक उम्र के बाद हर किसी को हेल्थ चेकअप करवाते रहना चाहिए। महिलाएं अगर समय-समय पर स्वास्थ्य जांच कराएंगी तो दिल संबंधी कोई भी खतरा होने पर वक्त रहते पता चल जाएगा।