Winter Health Tips: सर्दियों के मौसम में अपने स्वास्थ्य का खास ध्यान रखना पड़ता है, क्योंकि अधिक ठंड पड़ने से शारीरिक और मानसिक समस्याएं तेजी से बढ़ रही हैं। एक रिसर्च के अनुसार, सर्दियों में हार्ट अटैक की संभावना सबसे ज्यादा होती है। अधिक ठंड पड़ने के दौरान 53 प्रतिशत से अधिक हार्ट अटैक की समस्या देखने को मिलती है। ऐसे में सर्दियों के मौसम में अपने दिल का बहुत खास रूप से ध्यान रखना जरूरी है। सर्दियों में दिल को स्वस्थ रखने के लिए मुंबई स्थित लीलावती एंड रिलायंस हॉस्पिटल के कार्डियोलॉजिस्ट, डॉ. अजीत आर मेनन ने कुछ सुझाव बताए हैं, जिन्हें फॉलो और ध्यान में रखने से दिल की समस्याओं से बचाव हो सकता है।

ठंडे पानी से नहाना

सर्दियों के मौसम में बहुत से लोग सुबह-सुबह ठंडे पानी से नहा लेते हैं, लोगों का ऐसा मानना है कि ठंडे पानी से नाहने पर शरीर एक्टिव रहता है और आलस दूर हो जाता है। हालांकि, सर्दियों में ठंडे पानी से नहाना और उसकी शुरुआत सिर से करना खतरनाक हो सकता है। इससे ब्रेन स्ट्रोक का खतरा बढ़ता है। दरअसल, ब्लड सर्कुलेशन ऊपर से नीचे यानी सिर से पैर की तरफ होता है। अगर सीधे सिर पर ठंडा पानी डालते हैं तो मस्तिष्क की महीन नलिकाएं सिकुड़ जाती हैं। सिर ठंडा होने लगता है, जिसके चलते ब्लड सर्कुलेशन प्रभावित होता है। ऐसे में हार्ट अटैक या दिमाग की नस फटने का खतरा रहता है। इसलिए दिमाग और शरीर का तापमान बैलेंस रखने के लिए नहाने का तरीका बदलना चाहिए। ऐसी स्थिति से बचने के लिए पहले पैर पर पानी डालें और फिर शरीर के अन्य हिस्सों पर पानी डालें।

सर्दियों में अचानक नहीं उठें

सर्दियों में जब आप नींद में होते हैं तो धमनियां सिकुड़ी रहती हैं। ऐसे में रक्त प्रवाह स्लो हो जाता है। अचानक से उठने और अपने कामकाज में लग जाने से ब्लड प्रेशर बढ़ सकता है। जिसके चक्कर, बेहोशी से लेकर दिल का दौरा पड़ने तक का खतरा भी रहता है। इससे स्ट्रेस हार्मोन जैसे कोर्टिसोल का स्तर बढ़ जाता है, जो दिल पर दबाव डाल सकता है।

हीटर के उपयोग से बचें

हीटर की गर्मी हवा की नमी को सोखने के साथ ऑक्सीजन का स्तर कम कर देती है, साथ ही कार्बन मोनो-ऑक्राइड बढ़ा देती है। जिससे शरीर में डिहाइड्रेशन हो सकता है। डिहाइड्रेशन से खून गाढ़ा हो जाता है और दिल को खून पंप करने में दिक्कत होती है। ऐसे में सर्दियों में हीटर या ब्लोअर जैसे उपकरणों से घर को जरूरत से ज्यादा गर्म रखना नुकसानदायक हो सकता है।

सोते समय ऊनी कपड़े नहीं पहनें

ऊन के रेशों में छिपा होट कंडक्टर शरीर से निकलने खाली गर्मी को कपड़ों के अंदर ही लॉक रखता है। इस स्थिति में शरीर का ऊपरी तापमान कम हो जाता है और अंदरूनी तापमान रेगुलेट नहीं हो पाता है, जिससे रात में 7-8 घंटे तक शरीर का तापमान ज्यादा रहता है। इससे बीपी और सांस लेने में परेशानी हो सकती है। इसका असर दिल की सेहत पर भी पड़ता है।

सर्दियों में दिल की हेल्थ के लिए क्या करें?

  • घर का तापमान आरामदायक रखें।
  • गुनगुना पानी पीने की आदत बनाएं।
  • फिजिकल एक्टिविटी जैसे वॉकिंग और स्ट्रेचिंग जरूर करें।
  • हेल्दी डाइट लें।
  • हीटर लगातार न चालू रखें।
  • गर्म कपड़े पहनें।
  • सर्दियों में गुनगुने पानी से नहाएं।
  • पानी डालने की शुरुआत पैरों, पीठ या हाथ आदि से करें। 

आज के युवा खराब डाइट ले रहे हैं, तनाव में है, बॉडी एक्टिविटी में कमी है और ओवर वेट हैं तो हार्ट में ब्लॉकेज का खतरा बढ़ने लगता है। 50 फीसदी ब्लॉकेज के बाद हार्ट अटैक का रिस्क बढ़ने लगता है।