पानी पीने से शरीर हाइड्रेट रहता है और बीमारियों से बचाव होता है। पर्याप्त मात्रा में पानी का सेवन करने से किडनी अपना काम दुरुस्त तरीके से करती है और शरीर में जमा सभी टॉक्सिन बाहर निकाल देती है। पानी शरीर के हर एक अंग के लिए बेहद जरूरी है क्योंकि यह ब्लड सर्कुलेशन को बेहतर बनाता है, पाचन क्रिया को दुरुस्त करता है और शरीर के तापमान को नियंत्रित करता है।
साथ ही, पानी स्किन को हाइड्रेटेड और ग्लोइंग बनाए रखता है, जोड़ों को लुब्रिकेट करता है और मानसिक थकान को कम करने में मदद करता है। रोजाना पर्याप्त मात्रा में पानी पीने से हाई BP, यूरिनरी इन्फेक्शन और किडनी स्टोन जैसी समस्याओं का खतरा भी कम हो जाता है। एक्सपर्ट्स का मानना है कि दिनभर में 7–8 गिलास पानी का सेवन सामान्य व्यक्ति के लिए जरूरी है, हालांकि उम्र, मौसम और एक्टिविटी लेवल पर भी पानी का सेवन निर्भर करता है।
पानी अमृत है लेकिन इसका सेवन 7 बजे के बाद करेंगे तो ये अमृत आपकी सेहत को बिगाड़ सकता है। आयुर्वेद में कहा गया है कि रात में 7 बजे के बाद पानी का सेवन करेंगे तो दिल, दिमाग, किडनी और नींद प्रभावित हो सकती है। आयुर्वेदिक एक्सपर्ट और योग गुरु बाबा रामदेव ने बताया कि शाम में 7 बजे के बाद पानी पीना बंद कर दें आपकी सेहत दुरुस्त रहेगी। कुछ लोग ऐसे हैं जो रात में लेमन और दूसरे ड्रिंक का सेवन चाव से करते हैं जो उनकी सेहत को बिगाड़ देता है। आइए जानते हैं कि मेडिकल साइंस की रात में पानी का सेवन को लेकर क्या राय है।
रात में पानी पीना सही या गल?
मेडिकल साइंस के मुताबिक अगर आप शाम में 7 बजे के बाद पानी का सेवन करेंगे तो fluid overload हो सकता है। किडनी और हार्ट रात को भी फ्लूड को फिल्टर करते हैं, ज्यादा पानी पीने से बॉडी में फ्लूड का स्तर बढ़ने लगता है जिससे हार्ट फेल्योर या BP बढ़ने के मरीजों में दिक्कत हो सकती है। रात को ज़्यादा पानी किडनी को ओवरवर्क कराता है, जिससे क्रॉनिक किडनी डिजीज होने की दिक्कत हो सकती है। आइए जानते हैं कि 7 बजे के बाद पानी का सेवन करने से सेहत को कौन-कौन से नुकसान होते हैं।
यूरिन की बढ़ सकती है समस्या
पानी पीने के बाद किडनी उसे 1–2 घंटे में फिल्टर करना शुरू कर देती है और ब्लैडर में जमा कर देती है। इस प्रक्रिया के दौरान ब्लैडर खुद को साफ भी करता है। ऐसे में अगर आप सोने से ठीक पहले ज़्यादा पानी पीते हैं, तो ओवरएक्टिव ब्लैडर की समस्या हो सकती है। इससे पेशाब लीक होने की दिक्कत, रात में बार-बार पेशाब आने (Nocturia) और नींद टूटने की समस्या बढ़ जाती है। बार-बार टॉयलेट जाने से गहरी नींद नहीं आती, जिससे दिमाग और शरीर को पूरा आराम नहीं मिल पाता। रात में सोने से पहले पानी का सेवन करने से परहेज करें।
दिल पर पड़ता है असर
किडनी और हार्ट रात भी फ्लूड को फिल्टर करते हैं। अगर सोने से पहले बहुत ज़्यादा पानी पी लिया जाए तो fluid overload हो सकता है, जिससे हार्ट फेल्योर का खतरा बढ़ सकता है। दिल के रोगों से बचाव करना है तो रात में पानी का सेवन करने से परहेज करें।
किडनी पर पड़ता है दबाव
दिन में किडनी शरीर से टॉक्सिन और अतिरिक्त फ्लूड को बाहर निकालने का काम करती है। लेकिन रात को जब शरीर आराम की अवस्था में होता है, तब किडनी की एक्टिविटी थोड़ी धीमी हो जाती है। अगर सोने से पहले बहुत अधिक पानी पी लिया जाए तो किडनी को ज़रूरत से ज़्यादा फ्लूड को फ़िल्टर करना पड़ता है। इससे किडनी पर अतिरिक्त दबाव पड़ता है, खासतौर पर उन लोगों में जिन्हें chronic kidney disease है। ऐसे मरीजों में फ्लूड बैलेंस बिगड़ सकता है और सूजन, हाई BP और ब्लैडर की समस्याएं बढ़ सकती हैं।
ब्रेन पर भी पड़ता है असर
बार-बार टॉयलेट जाने से गहरी नींद पूरी नहीं हो पाती। नींद पूरी न होने की वजह से melatonin hormone और cortisol level असंतुलित हो सकते हैं। इसका असर सीधे आपके दिमाग और शरीर की सेहत पर पड़ता है। लगातार बढ़ता तनाव ब्रेन हेल्थ को बिगाड़ सकता है और याददाश्त कमजोर कर सकता है। एक्सपर्ट के मुताबिक दिनभर पर्याप्त पानी पिएं लेकिन रात को सोने से ठीक पहले ज़्यादा पानी न पिएं। अगर प्यास लगे तो थोड़ा-सा पानी पिएं, ज़रूरत से ज़्यादा नहीं।
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