शहद एक ऐसा सुपर फूड है जो सेहत के लिए अमृत का काम करता है। रोजाना एक से दो चम्मच शहद का सेवन करने से इम्यूनिटी इंप्रूव होती है और बीमारियों से बचाव होता है। एक चम्मच शहद को अगर रोज सुबह खाली पेट खाया जाए तो सर्दी-खांसी और जुकाम से बचाव होता है। एक चम्मच शहद दिल के रोगों से बचाव करता है। फ्लेवोनॉयड्स और एंटीऑक्सीडेंट्स गुणों से भरपूर शहद ब्लड प्रेशर और कोलेस्ट्रॉल को कंट्रोल करता है और दिल के रोगों से बचाव करता है।
आयुर्वेद के मुताबिक अगर इसका ठीक से सेवन किया जाए तो ये सेहत के लिए अमृत है और अगर गलत तरीके से खाया जाए तो ये अमृत बॉडी के लिए ज़हर बन जाता है। अक्सर लोग शहद को खाने में गड़बड़ी कर देते हैं। आमतौर पर लोग शहद का सेवन गर्म पानी में उबालकर करते हैं जो पूरी तरह गलत है। आइए जानते हैं कि शहद का सेवन गर्म करके क्यों नहीं करना चाहिए?
शहद का सेवन गर्म करके क्यों नहीं करना चाहिए?
हाल ही में आयुर्वेदिक हेल्थ कोच डिंपल जांगड़ा ने इंस्टाग्राम पर एक रील के ज़रिए लोगों को बताया है कि शहद को पकाना या गर्म करना खतरनाक हो सकता है। उन्होंने बताया शहद को गर्म करने से उसमें Maillard reaction होता है, जिससे एक विषैला तत्व बनता है जिसे 5 hydroxymethylfurfural (HMF) कहा जाता है। आयुर्वेदिक ग्रंथ चरक संहिता में भी शहद को गर्म करके खाने से मना किया गया है। आयुर्वेद के मुताबिक शहद का सेवन गर्म करके करने से वो अपचनीय अवशेष बनाता है, जो ज़हर की तरह असर करते हैं।
रामकृष्ण केयर हॉस्पिटल, रायपुर से HOD डायटेटिक्स और सीनियर कंसल्टेंट,डॉ. प्रियंका शुक्ला ने बताया जब शहद को 60°C (140°F) से ज़्यादा तापमान पर गर्म किया जाता है, तो उसमें HMF बनने लगता है। यह तत्व बड़ी मात्रा में शरीर के लिए जहरीला हो सकता है। डॉ. शुक्ला के मुताबिक शहद को गर्म करने से उसके एंज़ाइम, एंटीऑक्सीडेंट और बायोएक्टिव कंपाउंड्स भी नष्ट हो जाते हैं। एक्सपर्ट ने बताया अगर आप शहद से पूरा पोषण लेना चाहते हैं तो आप उसका सेवन गर्म चीजों के साथ नहीं करें। अगर शहद जम गया है, तो उसे सिर्फ हल्का गुनगुना (40°C से कम) करके ही तरल करें।
क्या सिर्फ गर्म करने से ही शहद हानिकारक बनता है?
डॉ. शुक्ला ने बताया कच्चे शहद (Raw honey) में एंज़ाइम, एंटीऑक्सीडेंट और पराग कण होते हैं जो फायदेमंद हैं। लेकिन इसमें Clostridium botulinum नामक बैक्टीरिया के जीवाणु भी हो सकते हैं, जो एक साल से छोटे बच्चों के लिए खतरनाक हैं। इसके अलावा जिन लोगों को एलर्जी की शिकायत होती है उनके लिए भी ये हानिकारक हो सकता है। शहद वातावरण से भारी धातुएं (heavy metals) और कीटनाशक अवशेष (pesticide residues) भी सोख सकता है, जिससे उसमें प्रदूषण का खतरा बढ़ जाता है। प्रोसेस्ड शहद को पाश्चराइज़ और फ़िल्टर किया जाता है, जिससे उसमें मौजूद ज्यादातर कीटाणु हट जाते हैं, लेकिन कुछ पोषक तत्व भी खत्म हो जाते हैं। इसलिए कच्चा शहद स्वास्थ्य के लिए अधिक फायदेमंद है, लेकिन उसमें संक्रमण या एलर्जी का थोड़ा जोखिम रहता है।
शहद को सुरक्षित तरीके से कैसे इस्तेमाल करें?
डॉ. शुक्ला के अनुसार अगर आप शहद को खाना चाहते हैं तो उसे ज्यादा गर्म तापमान पर कभी न गर्म करें। अगर आप शहद का सेवन गर्म पानी,कॉफी और चाय में मिलाकर करते हैं तो उसे कुछ देर ठंडा होने दें फिर उसे खाएं। शहद को योगर्ट, स्मूदी, या सलाद ड्रेसिंग में नेचुरल स्वीटनर के रूप में मिलाएं पूरा फायदा होगा।
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