शुगर सेहत के लिए हानिकारक है, ये बात अधिकतर लोग जानते हैं और इसी के चलते आज के समय में लोग शुगर फ्री डाइट को ज्यादा बढ़ावा दे रहे हैं। मीठा छोड़ने या सीमित करने से आपके शरीर में कई सकारात्मक बदलाव आ सकते हैं। इससे आपका मेटाबॉलिज्म बूस्ट होता है, इंसुलिन संवेदनशीलता में मदद मिलती है, मानसिक स्वास्थ्य बेहतर होता है, साथ ही चीनी में कटौती ब्लड प्रेशर को कम कर हृदय रोगों के खतरे को भी काफी हद तक कम करने में मदद करती है। यानी कुल मिलाकर चीनी को सीमित करने से आपको एक साथ कई स्वास्थ्य लाभ मिल सकते हैं, जो शारीरिक और मानसिक दोनों तरह के स्वास्थ्य पर सकारात्मक प्रभाव डालते हैं।
हालांकि, इन कारणों को जानते हुए भी कई लोगों की शिकायत होती है कि वे चाहे कितनी ही कोशिश क्यों न कर लें, मीठा खाने की अपनी आदत पर काबू नहीं पा पाते हैं। या लाख कोशिश करने के बाद भी खुद को मीठा खाने से रोक नहीं पाते हैं। अगर आप भी इन्हीं लोगों में से एक हैं, तो ये आर्टिकल आपके लिए मददगार साबित हो सकता है।
दरअसल, हाल ही में पोषण विशेषज्ञ लवनीत बत्रा ने अपने इंस्टाग्राम हैंडल पर एक वीडियो शेयर किया है। इस वीडियो में न्यूट्रिशनिस्ट ने कुछ ऐसे कारणों के बारे में बताया है, जो शुगर न छोड़ पाने के लिए जिम्मेदार हो सकते हैं। न्यूट्रिशनिस्ट बताती हैं कि इन कारणों में सुधार कर आप अपनी सेहत को बेहतर बना सकते हैं। आइए जानते हैं इनके बारे में विस्तार से-
ब्लड शुगर इंबैलेंस
न्यूट्रिशनिस्ट के मुताबिक, ज्यादा मात्रा में कार्बोहाइड्रेट्स का सेवन और भोजन में फाइबर-प्रोटीन की मात्रा कम लेने से ब्लड शुगर लेवल असंतुलित होने लगता है। ऐसे में आपको बार-बार कुछ मीठा खाने का मन हो सकता है। वहीं, जब आप मीठा खाते हैं, तो कुछ समय के लिए ब्लड शुगर लेवल बढ़ जाता है, इससे एनर्जी में भी अस्थायी वृद्धि होती है। इस तरह की स्तिथि में आप थोड़े समय के लिए अच्छा महसूस करते हैं लेकिन फिर एनर्जी लेवल क्रेश होता है और आपको फिर अधिक मीठे की लालसा होने लगती है। ऐसे में खासकर अपनी डाइट पर ध्यान दें। शुगर क्रेविंग कम करने के लिए डाइट में कार्बोहाइड्रेट्स की मात्रा कम करें और फाइबर-प्रोटीन की मात्रा को बढ़ाएं।
पोषक तत्वों की कमी
लवनीत बत्रा के मुताबिक, बॉडी में मैग्नीशियम, क्रोमियम, जिंक या विटामिन बी जैसे कुछ जरूरी पोषक तत्वों की कमी के चलते भी आपको बार-बार शुगर क्रेविंग हो सकती है।
नींद की कमी
न्यूट्रिशनिस्ट बताती हैं कि पर्याप्त नींद न लेने से बॉडी में भूख बढ़ाने वाले हार्मोन, घ्रेलिन और लेप्टिन का संतुलन बिगड़ जाता है। इससे भी आपको बार-बार कुछ मीठा खाने का मन होता है। ऐसा इसलिए क्योंकि नींद पूरी न होने पर हमारी बॉडी त्वरित ऊर्जा पाने का समाधान ढूंढती है, इस स्थिति में शुगर क्रेविंग बढ़ जाती है।
शारीरिक गतिविधि की कमी
इन सब से अलग फिजिकल एक्टिविटी में कमी के चलते भी ऐसा हो सकता है। लवनीत बत्रा के मुताबिक, नियमित शारीरिक गतिविधि रक्त शर्करा के स्तर को नियंत्रित करने में मदद करती है और इंसुलिन संवेदनशीलता में सुधार करती है, जिससे चीनी की लालसा कम हो जाती है। वहीं, शारीरिक गतिविधि में कमी इस लालसा को बढ़ाने लगती है। ऐसे में खुद को एक्टिव रखें। इन कुछ खास बातों को ध्यान में रख आप मीठा खाने की आपनी क्रेविंग को कम कर सकते हैं और अच्छी सेहत की ओर कदम बढ़ा सकते हैं।
Disclaimer: आर्टिकल में लिखी गई सलाह और सुझाव सिर्फ सामान्य जानकारी है। किसी भी प्रकार की समस्या या सवाल के लिए डॉक्टर से जरूर परामर्श करें।