बढ़ता वजन बेहद परेशान करता है। वजन को कंट्रोल करना लोगों के लिए सबसे बड़ा टास्क है। महिलाओं और पुरुषों की बॉडी में वजन बढ़ने का असर अलग-अलग तरीके से दिखता है। पुरुषों की बॉडी में फैट का डिपॉजिट पेट पर, बाजू पर और कमर पर होता है। जबकि महिलाओं में फैट का डिपोजिट पुरुषों से कुछ हद तक हट कर होता है। महिलाओं की बॉडी में फैट डिपॉजिट पेट के अलावा जांघों और हिप्स पर होता है। ज्यादातर महिलाएं जांघों, पेट और हिप्स के फैट से परेशान रहती हैं। महिलाओं और पुरुषों की बॉडी में डिपॉजिट होने वाला ये फैट जिस तरह आसानी से जमा हो जाता है उस तरह आसानी से घुलता नहीं है।
अपोलो हॉस्पिटल दिल्ली में कंसल्टेंट डायबिटीज थायराइड हॉर्मोन विशेषज्ञ डॉ. बी.के. रॉय के मुताबिक कुछ महिलाओं में लोअर बॉडी में फैट ज्यादा डिपॉजिट हो जाता है। महिलाओं में लोअर एब्डोमेन और अपर थाई पर फैट ज्यादा डिपॉजिट होता है। एक्सपर्ट के मुताबिक महिलाओं की लोअर बॉडी में फैट डिपॉजिट होने के लिए जीन में डिफेक्ट होना जिम्मेदार हैं। इस जीन के डिफेक्ट की वजह से ही जांघों और पैरों में फैट का डिपॉजिट ज्यादा होता है। कुछ महिलाओं में इंसुलिन हॉर्मोन ज्यादा बनता है उसकी वजह से भी लोअर बॉडी में फैट डिपॉजिट हो जाता है।
पुरुषों और महिलाओं के पेट पर फैट क्यों ज्यादा होता है?
पुरुषों और महिलाओं के पेट पर फैट ज्यादा होने का कारण पेट और इंटेस्टाइन के बीच का गैप जिम्मेदार है। इस गैप में फैट आसानी से जमा हो जाता है। ये फैट बॉडी के बाकी हिस्सों की तुलना में पेट के पास आसानी से और जल्दी डिपॉजिट होने लगता है। इस फैट को माकूल जगह मिल जाती है और ये अपने आपको धीरे-धीरे इस गैप में फिट करता रहता है। इस फैट को बर्न करना थोड़ा मुश्किल होता है। इसे बर्न करने के लिए ज्यादा वर्कआउट करने की और डाइट पर कंट्रोल करने की जरूरत होती है। इस गैप में जैसे-जैसे फैट बढ़ता है वैसे वैसे पेट बाहर आने लगता है।
महिलाओं में बैली फैट बढ़ने का कारण
महिलाओं में बैली फैट बढ़ाने के लिए कई कारण जिम्मेदार हैं जैसे थायराइड, प्रेग्नेंसी, हार्मोन्स, मैनोपोज,पीसीओडी के अलावा कई ऐसे कारण हैं जो महिलाओं में फैट को डिपॉजिट करते हैं। चर्बी जितनी आसानी से बढ़ती है उसे कम करना उतना ही मुश्किल होता है।
महिलाओं में पेट के आस-पास फैट बढ़ने का कारण सब्सटेंशियल फैट और विसरल फैट जिम्मेदार है। पेट के निचले हिस्से में जमा फैट को सब्सटेंशियल फैट कहते हैं जो स्किन के निचले हिस्से में तेजी से बढ़ता है। खराब डाइट, बिगड़ता लाइफस्टाइल और तनाव इस फैट का सबसे बड़ा कारण है।
विसरल फैट यानी आंतों में जमा फैट कई बीमारियों का कारण बनता है। ये फैट आंत, लिवर, किडनी और दिल में जमा होता है। इस फैट के बढ़ने का सबसे बड़ा कारण कैलोरी वाले फूड्स का अधिक सेवन करना है।
लोअर बॉडी के फैट को कैसे कंट्रोल करें
लोअर बॉडी के फैट को कंट्रोल करना चाहते हैं तो डाइट में कार्बोहाइड्रेट का सेवन कम करें। कार्बोहाइड्रेट से भरपूर कुछ फूड्स जैसे रोटी, चावल,आलू और हरा चना का सेवन कम करें। वजन को कम करना चाहते हैं तो डाइट में प्रोटीन का सेवन ज्यादा करें। प्रोटीन में आप स्प्राउट, सोयाबीन का पनीर, दूध, का सेवन करें। रोजाना 45 मिनट की एक्सरसाइज करें। एक्सरसाइज करने के लिए आप वॉक करें, सीढ़ियां चढ़ें,साइकिल चलाएं और स्विमिंग जैसी एक्सरसाइज कर सकते हैं।
पेट के फैट को कैसे कंट्रोल करें
बैली फैट को कंट्रोल करना चाहते हैं तो आप उठते-बैठते बॉडी को एक्टिव रखें। अगर आप मोबाइल पर बात कर रहे हैं तो बैठकर बात नहीं करें बल्कि चलते हुए बात करें। ऑफिस में ऊपर-नीचे जाने के लिए सीढ़ियों का इस्तेमाल करें। खड़े होकर काम करें। खाने के बाद घंटों एक जगह पर नहीं बैठे बल्कि चलते फिरते रहें। ऑफिस में 8-9 घंटे की शिफ्ट के बाद हर एक घंटे में उठते रहें।
