डायबिटीज एक क्रॉनिक बीमारी है जिसके लिए ख़राब डाइट और बिगड़ता लाइफ़स्टाइल ज़िम्मेदार है। शुगर की बीमारी में पैंक्रियास इंसुलिन का उत्पादन करना कम कर देता है। टाइप-2 डायबिटीज में यह इंसुलिन कम बनाता है जबकि टाइप-1 डायबिटीज में यह इंसुलिन नहीं बनाता। इंसुलिन का कम उत्पादन ही ब्लड में शुगर का लेवल हाई करता है। डायबिटीज एक ऐसी बीमारी है जिनके मरिज़ो पर मौसम भी असर करता है। सर्दी के मौसम में ब्लड शुगर हाई होने का ख़तरा ज़्यादा रहता है।
इस मौसम में अगर ब्लड शुगर को कंट्रोल नहीं किया जाये तो फॉस्टिंग से लेकर पोस्ट मील शुगर तक हाई रहने का खतरा अधिक रहता है। सर्दी में ब्लड शुगर हाई होने से हार्ट अटैक का खतरा भी बढ़ सकता है। सर्दी में और भी कई बीमारियों जैसे किडनी की बीमारी,नर्व प्रॉब्लम और आंखों को नुकसान पहुंच सकता है। अब सवाल यह उठता है कि आख़िर सर्दी में ब्लड शुगर हाई क्यों रहती है और इसे पूरे जाड़े कैसे कंट्रोल रखा जाये।
सर्दी में ब्लड शुगर हाई क्यों रहती है?
सर्दी का मौसम आपके शरीर पर दबाव डाल सकता है जिसकी वजह से आपका शरीर ऊर्जा को बढ़ावा देने के लिए कोर्टिसोल जैसे तनाव हार्मोन रिलीज करता है। ये हार्मोन इंसुलिन उत्पादन को कम करता हैं। इंसुलिन शरीर की कोशिकाओं को ब्लड से ग्लूकोज को अवशोषित करने में मदद करता है, कम इंसुलिन होने का मतलब है कि ब्लड में अधिक ग्लूकोज रहता है।
तनाव हार्मोन आपके लीवर को अधिक ग्लूकोज बनाने और रिलीज करने के लिए भी उत्तेजित करता हैं जिसकी वजह से ब्लड में शुगर का स्तर हाई होने लगता है। इस मौसम में फिजिकल एक्टिविटीज काफी कम रहती है और लोग ज्यादा हाई कैलोरी फूड्स का सेवन करते हैं जिसकी वजह से ब्लड शुगर हाई होने का खतरा अधिक रहता है।
सर्दी में ब्लड शुगर कंट्रोल करने के लिए कौन-कौन से टिप्स अपनाएं
- नियमित रूप से अपने ब्लड शुगर की जांच करें। सर्दी में बार बार ब्लड शुगर चेक करना थोड़ा मुश्किल हो सकता है। सर्दी आपके हाथों को ठंडा कर सकती है, जिससे टेस्ट करने में काफी तकलीफ हो सकती है। ब्लड शुगर चेक करने से पहले आप अपने हाथों को हीटर के पास लाएं और फिर गर्म करें। हाथों को गर्म करके ही ब्लड शुगर को चेक करें।
- बॉडी को गर्म रखें। लेयर में कपड़ें पहनें। घर पर बॉडी को गर्म रखने के लिए बॉडी एक्टिविटी करें। एक कप गर्म चाय या कॉफी पिएं।
- हर साल फ्लू का टीका लगवाएं। फ़्लू का टीका लगवाने से फ़्लू होने की संभावना कम हो सकती है। अगर आपको फ़्लू है तो तुरंत डॉक्टर को दिखाएं।
- हर दिन अपनी स्किन और पैरों की जांच जरूर करें। सर्दी के मौसम में हवा शुष्क रहती है ऐसे में इंडोर और हीटर का इस्तेमाल आपकी स्किन को और भी ड्राई कर सकता है। ड्राई स्किन पर खुजली ज्यादा रहती है और स्किन पर दरारे आ सकती हैं, जिनमें रोगाणु घुस सकते हैं और संक्रमण का खतरा भी बढ़ने लगता है। अपनी स्किन और पैरों पर पूरा ध्यान रखकर आप पहले से ही अपनी स्किन का बचाव कर सकते हैं।
- अपनी डेली रुटीन में इंडोर एक्टिविटी को शामिल करें। योग या ज़ुम्बा वीडियो को देखकर आप इसे रुटीन में शामिल करें।