डायबिटीज एक लाइलाज बीमारी है जिसे सिर्फ डाइट के जरिये कंट्रोल किया जा सकता है। डायबिटीज को कंट्रोल रखने के लिए शुगर के मरीज डाइट में स्टार्च और चीनी का सेवन करने से परहेज करें। डाइट में स्टार्च और शुगर का सेवन तेजी से ब्लड में शुगर का स्तर बढ़ा सकते हैं। विशेषज्ञों के मुताबिक शुगर को कंट्रोल रखने के लिए पोषक तत्वों से भरपूर डाइट को नजरअंदाज नहीं करना चाहिए वरना मरीज की बॉडी में पोषक तत्वों की कमी होने लगती है।

डायबिटीज के मरीजों की इम्युनिटी बेहद कमजोर हो जाती है और उनको जल्दी बीमार होने का खतरा भी रहता है। डायबिटीज के मरीजों की बॉडी में जरूरी पोषक तत्वों का शामिल होना जरूरी है। शुगर के मरीजों की डाइट में प्रोटीन, विटामिन, कार्बोहाइड्रेट और गुड फैट होना बेहद जरूरी है।

डाइट में इन पोषक तत्वों की कमी को पूरा करने के लिए कुछ दाले बेहद उपयोगी हैं, जो शुगर को कंट्रोल करती है। आइए जानते हैं कि डायबिटीज के मरीज डाइट में किन दालों का सेवन करें जिनसे शुगर कंट्रोल रहने के साथ बॉडी हेल्दी भी रहे।

मूंग दाल: डायबिटीज के मरीज बॉडी में पोषक तत्वों की कमी को पूरा करने के लिए मूंग की दाल का सेवन करें। लो ग्लाइसेमिक इंडेक्स ये दाल डायबिटीज को कंट्रोल करती है। इसमें भरपूर मात्रा में प्रोटीन, फाइबर, फ्लेवनॉयड्स, फेनोलिक एसिड, कार्बनिक एसिड, अमीनो एसिड और लिपिड जैसे पोषक तत्व पाए जाते हैं, जो बॉडी को हेल्दी रखते हैं।

चना की दाल: डायबिटीज को कंट्रोल करने के लिए चना की दाल का सेवन बेहद फायदेमंद है। इसका ग्लाइसेमिक इंडेक्ट वैल्यू केवल 8 होता है। चने की दाल फॉलिक एसिड और प्रोटीन से भरपूर होती है जो बॉडी को जरूरी पोषक तत्व देती है।

डायबिटीज के मरीज शुगर को कंट्रोल करने के लिए इस लो ग्लाइसेमिक वैल्यू दाल को डाइट में शामिल करें। चने की दाल में प्रोटीन और फॉलिक एसिड मौजूद होता है। फॉलिक एसिड नई कोशिकाओं, विशेष रूप से लाल रक्त कोशिकाओं के निर्माण में मदद करता है।

उड़त की दाल खाएं: डायबिटीज के मरीज डायबिटीज को कंट्रोल करने के लिए उड़त की दाल का सेवन कर सकते हैं। उड़त की दाल का ग्लाइसेमिक इंडेक्स 43 होता है। प्रोटीन से भरपूर इस दाल का सेवन दाल बनाकर, इडली, डोसा या फिर सांभर के रूप में भी कर सकते हैं।