कोलेस्ट्रॉल का बढ़ना एक ऐसी बीमारी है जिसके लिए खराब डाइट और बिगड़ता लाइफस्टाइल पूरी तरह से जिम्मेदार है। कोलेस्ट्रॉल मोम जैसा एक पदार्थ होता है जो लीवर से निकलता है। यह बॉडी में कोशिका झिल्ली समेत शरीर के हर भाग में पाया जाता है। कोलेस्ट्रॉल शरीर में विटामिन डी, हार्मोन्स और पित्त का निर्माण करता है, जो शरीर के अंदर पाए जाने वाली वसा को पचाने में मदद करता है। डाइट में कुछ खास तरह के फूड्स जैसे अंडे, मांस, मछली और डेयरी उत्पाद का सेवन करने से कोलेस्ट्रॉल का स्तर तेजी से बढ़ता है।

कोलेस्ट्रॉल दो तरह का (two types of cholesterol)होता है गुड कोलेस्ट्रॉल और बेड कोलेस्ट्रॉल। खराब कोलेस्ट्रॉल (bad cholesterol)का बढ़ना बॉडी में परेशानी पैदा करता है। फिनलैंड की राजधानी हेलसिंकी में नैशनल पब्लिक हेल्थ इंस्टीट्यूट के प्रमुख रिसर्चर डॉ गांग हू के अनुसार कोलेस्ट्रॉल अधिक होने से दिल के रोगों और पार्किंसन समेत कई रोगों का खतरा बढ़ सकता है। कोलेस्ट्रॉल बढ़ने से स्ट्रॉक और हार्ट डिजीज का खतरा भी अधिक रहता है। जिन लोगों का कोलेस्ट्रॉल हाई रहता है वो खाने में तेल का सेवन सोच विचार कर करें

ऑयल का सेवन ना सिर्फ कोलेस्ट्रॉल के स्तर को बढ़ाता है बल्कि दिल के रोगों का खतरा भी बढ़ाता है। एम्स के पूर्व सलाहकार और साओल हार्ट सेंटर के फाउंडर एंड डायरेक्टर डॉ विमल झांजर के मुताबिक ऑयल में कोलेस्ट्रॉल नहीं होता बल्कि ट्राइग्लिसराइड होता है। कोलेस्ट्रॉल जानवरों से मिलने वाले फूड्स में होता है। प्लांट फूड में कोलेस्ट्रॉल नहीं होता सिर्फ जानवरों से बने खाने में कोलेस्ट्रॉल होता है। आइए जानते हैं कि कोलेस्ट्ऱॉल को कंट्रोल करने के लिए कौन-कौन से तेल से परहेज करें और कौन से तेल का सेवन करें।

कौन कौन से तेल में कोलेस्ट्रॉल नहीं होता: (Cholesterol Free oil)

जितने भी प्लांट बेस ऑयल हैं उनमें कोलेस्ट्रॉल नहीं होता सिर्फ ट्राइग्लिसराइड होता है। प्लांट बेस ऑयल जैसे सनफ्लावर ऑयल (SUNFLOWER OIL),कनौला (CANOLA OIL)ऑयल,जिंजली GINGLEY OIL,सोयाबीन का तेल SOYABEAN OIL और सरसों का तेल MUSTARD OILसभी प्लांट बेस ऑयल हैं इसमें कोलेस्ट्रॉल नहीं होता। इन ऑयल में कोलेस्ट्रॉल नहीं होता सिर्फ ट्राइग्लिसराइड होता है।

कोलेस्ट्रॉल बढ़ाने वाले ऑयल: (Cholesterol Raising Oils)

कोलेस्ट्रॉल बढ़ाने वाले तेल दो तरह के होते हैं। घी (GHEE) और कोडलीवर(COD LIVER OIL)ऑयल दो ऐसे तेल है जिसमें कोलेस्ट्रॉल और ट्राईग्लिसराइड मौजूद होता है। घी और इस तेल का सेवन कोलेस्ट्रॉल के मरीजों की परेशानी को बढ़ा सकता है इसलिए इससे परहेज करें। जिन लोगों का कोलेस्ट्रॉल ज्यादा होता है वो इन तेलों का सेवन करने से परहेज करें।