Diabetes Diet: डायबिटीज यूं तो एक लाइलाज बीमारी है लेकिन हेल्दी डाइट के जरिये इसे कंट्रोल किया जा सकता है। स्वास्थ्य विशेषज्ञों के अनुसार मधुमेह रोगियों को अपने खानपान में कई पाबंदियों को अपनाना पड़ता है। हालांकि, उनकी थाली में सभी जरूरी पोषक तत्वों का होना भी जरूरी है जिसमें मिनरल्स, विटामिन्स, कार्ब्स, प्रोटीन और गुड फैट्स शामिल हैं। दाल प्रोटीन से भरपूर होता है जो स्वास्थ्य को बेहतर करने में प्रभावी है। आइए जानते हैं कि डायबिटीज रोगियों के लिए किस दाल का सेवन लाभकारी होगा –
क्यों डायबिटीज रोगियों को खाना चाहिए दाल: स्वास्थ्य विशेषज्ञों के मुताबिक दाल में सॉल्यूबल और नॉन-सॉल्यूबल डाइटरी फाइबर पाए जाते हैं जो रक्त में ग्लूकोज लेवल को कंट्रोल में रखते हैं। साथ ही, अघुलनशील फाइबर मरीजों को कब्ज की परेशानी से दूर रखता है। साथ ही, इसमें प्रचुर मात्रा में फाइबर होता है जो भोजन में मौजूद ग्लूकोज को जल्दी टूटने नहीं देते हैं और मरीजों के रक्त शर्करा का स्तर ठीक बना रहता है।
मूंग दाल: हेल्थ के लिए मूंग दाल का सेवन बहुत असरदार साबित हो सकता है। इसमें भरपूर मात्रा में प्रोटीन, फाइबर, फ्लेवनॉयड्स, फेनोलिक एसिड, कार्बनिक एसिड, अमीनो एसिड और लिपिड जैसे पोषक तत्व पाए जाते हैं। ब्लड शुगर से ग्रस्त मरीजों के शरीर में इन सभी तत्वों की पूर्ति से बॉडी हेल्दी रहती है।
कम होता है ग्लाइसेमिक इंडेक्स: इस दाल का ग्लाइसेमिक इंडेक्स वैल्यू बेहद कम होता है, डाइट एक्सपर्ट के अनुसार ये वैल्यू करीब 38 है। ऐसे में शुगर के मरीज अगर इस दाल का सेवन करते हैं तो इससे रक्त शर्करा का स्तर नियंत्रित रहता है।
किस तरह करें सेवन: डायबिटीज रोगी मूंग दाल को अंकुरित करके खा सकते हैं, या फिर छिलके और बगैर छिलके वाली दाल खा सकते हैं। इसमें फैट की मात्रा तो कम होती ही है, साथ ही फाइबर की अधिकता के कारण मधुमेह रोगियों के लिए ये बेहद फायदेमंद साबित हो सकती है।
इन दालों का सेवन भी है लाभकारी: डायबिटीज के मरीज चना दाल का सेवन भी कर सकते हैं, इसका GI वैल्यू केवल 8 होता है। साथ ही, ये फॉलिक एसिड और प्रोटीन से भरपूर होता है। जबकि उड़द दाल का ग्लाइसेमिक इंडेक्स 43 के करीब होता है।