Diabetes Diet: वर्तमान समय में स्ट्रेस, मोटापा, शारीरिक असक्रियता और अस्वस्थ खानपान का लोगों के शरीर पर गलत प्रभाव पड़ा है। हेल्थ एक्सपर्ट्स के मुताबिक अनहेल्दी डाइट की वजह से शरीर में रक्त शर्करा का स्तर बढ़ जाता है। शरीर में शुगर लेवल बढ़ने से डायबिटीज जैसी गंभीर बीमारी हो सकती है। इस बीमारी के इलाज के साथ ही सावधानी बरतना भी बेहद जरूरी है, खासकर अपनी डाइट को लेकर विशेष रूप से सतर्क रहना होगा।
हेल्थ एक्सपर्ट्स के अनुसार मीठे पकवानों के साथ ही डायबिटीज रोगियों को उन फूड्स से भी परहेज करना चाहिए जिनका ग्लाइसेमिक इंडेक्स वैल्यू अधिक होता है। ऐसा इसलिए क्योंकि इन फूड्स को खाने से अचानक से ब्लड शुगर बढ़ जाता है। विशेषज्ञों का मानना है कि गेहूं के आटे में कार्ब्स मौजूद होता है जो शुगर के मरीजों के लिए हानिकारक हो सकता है। साथ ही, इसका जीआई वैल्यू अधिक होता है। ऐसे में आइए जानते हैं कि किस आटे की रोटी डायबिटीज रोगियों को खाना चाहिए –
चने का आटा: इस आटे में घुलनशील फाइबर होता है जो कोलेस्ट्रॉल लेवल कंट्रोल करने में सहायक होता है। साथ ही, खून में ग्लूकोज के अवशोषण की प्रक्रिया को भी धीमा करता है जिससे शुगर लेवल काबू में रहता है।
कटहल का आटा: एक रिसर्च के अनुसार कटहल में कैलोरीज और कार्ब्स बेहद कम मात्रा में पाए जाते हैं। साथ ही, इसका ग्लाइसेमिक इंडेक्स भी कम होता है। कटहल का आटा फाइबर से भरपूर होता है और ये शरीर को ऊर्जावान भी बनाता है। इसे खाने से वजन घटाने और हृदय रोग का खतरा भी कम होता है।
रागी के आटे की रोटी: फाइबर का बेहतरीन स्रोत होता है रागी, जिसे खाने से भूख काबू में रहती है और लोग ओवरईटिंग से बच जाते हैं। इसे शुगर लेवल कंट्रोल में रहता है और मोटापा का खतरा कम होता है।
कुट्टू का आटा: ब्लड शुगर को संतुलित रखने के लिए कुट्टू का आटा रामबाण हो सकता है। इसमें कार्ब्स की मात्रा कम होती है और ये एक हाइपोग्लाइसेमिक फूड है। इस आटे में फाइबर्स और फाइटोन्यूट्रिएंट्स मौजूद होते हैं जो डायबिटीज कंट्रोल करने में कारगर हैं।