High Blood Pressure Emergency : ब्लड प्रेशर के लिए लाइफस्टाइल, स्ट्रेस, थकान और खराब डाइट को प्रमुख कारण माना जाता है। इस बीमारी के लिए जेनेटिक कारण भी जिम्मेदार हैं। सामान्य ब्लड प्रेशर 120/80 mmHg तक होता है लेकिन शुगर का स्तर 140/90 से अधिक पहुंच जाए तो ब्लड प्रेशर को हाई ब्लड प्रेशर की बीमारी कहा जाता है।
ब्लड प्रेशर हाई होने पर बॉडी में उसके लक्षण दिखना शुरू हो जाते हैं जैसे बदन दर्द, सिर में दर्द, नजर धुंधली होना और चक्कर आने जैसी परेशानियां होने लगती है। लम्बे समय तक ब्लड प्रेशर हाई होने की परेशानी रहे तो दिल,मस्तिष्क, किडनी और आंखों को नुकसान पहुंचा सकता हैं।
देश और दुनिया में लगभग एक अरब से ज्यादा लोग हाइपरटेंशन की बीमारी का शिकार हैं। इस बीमारी को कंट्रोल करने के लिए बीपी की लगातार जांच करना जरूरी है, साथ ही डाइट में कुछ बदलाव करना भी जरूरी हैं। गेस्ट्रो लीवर हॉस्पिटल कानपुर के डॉक्टर वीके मिश्रा के मुताबिक हाई ब्लड प्रेशर को मापने के लिए JNC 7 Hypertension Guideline को फॉलो करते हैं। आइए जानते हैं कि इस गाइडलाइन के मुताबिक ब्लड प्रेशर की कौन-कौन सी स्टेज होती है और कौन सी स्टेज इमर्जेंसी स्टेज है।
नॉर्मल ब्लड प्रेशर 120/80 mmHg या इससे कुछ नीचे होता है।
- प्री हाइपरटेंश की तो इसमें ऊपर का (सिस्टोलिक) ब्लड प्रेशर 120-139 के बीच में होगा
- नीचे का ब्लड प्रेशर (डायस्टोलिक) 80-89 के बीच में होगा। अगर आप बीपी को कंट्रोल नहीं करते हैं तो आप स्टेज 1 में पहुंच जाते हैं।
स्टेज -1
स्टेज -1 में ऊपर का (सिस्टोलिक) ब्लड प्रेशर 140-159 के बीच में होगा
नीचे का ब्लड प्रेशर (डायस्टोलिक) 90-99 के बीच में होगा।
स्टेज -2
स्टेज -2 में ऊपर का (सिस्टोलिक) ब्लड प्रेशर 160 से कितना भी हो सकता है।
नीचे का ब्लड प्रेशर (डायस्टोलिक) 100 से कितना भी ऊपर हो सकता है।
प्री हाईपरटेंशन
प्री हाईपरटेंशन एक ऐसी स्टेज है जब आपको अपने बीपी पर ज्यादा ध्यान देने की जरूरत है। अगर आप इस स्टेज पर अपने ब्लड प्रेशर पर ध्यान देते हैं तो आप हाई बीपी के जोखिम से बच सकते हैं। इस स्टेज में आपकों अपने लाइफस्टाइल और खानपान में बदलाव करने की जरूरत है।
हाईपरटेंशन इमर्जेंसी क्या है?
एक्सपर्ट के मुताबिक अगर आपका ऊपर का ब्लड प्रेशर (सिस्टोलिक) 180 से ऊपर है और नीचे का ब्लड प्रेशर (डायस्टोलिक) 120 से ऊपर है तो इसे हाइपरटेंशन इमर्जेंसी कहा जाता है।हाइपरटेंशन इमर्जेंसी से मतलब है कि आपके टार्गेट आर्गन डैमेज है या डैमेज होने की स्थिति में हैं। इस स्थिति में आपको क्रिटिकल केयर की जरूरत है।
प्री हाइपरटेंशन की स्टेज में बॉडी में कौन-कौन से बदलाव करने की जरूरत होती है।
- वजन को कम करें। डाइट में फैट का सेवन कम करें।
- डाइट में नमक का सेवन कम करें।
- एल्कोहल और स्मोकिंग से परहेज करें।
- लाइफस्टाइल में बदलाव करें तो आप नॉन ब्लड प्रेशर की कैटेगिरी में चले जाएंगे।