खामोशी सबसे बेहतर चीज है। ज्यादा बोलना ना सिर्फ लोगों को तकलीफ पहुंचा सकता है बल्कि एनर्जी को भी बर्न करता है। अक्सर लोगों की आदत होती है घर में रहें या फिर दफ्तर में रहें काम करते-करते बोलते रहते हैं। कभी-कभी ज्यादा बात करना दिल को बहलाने जैसा होता है लेकिन कुछ लोग ऐसे हैं जो दिन भर बोलते रहते हैं। काम करते हैं तो बोलते हैं, खाली रहते हैं तो बोलते हैं।

कभी आपने सोचा है कि अगर आप पूरा दिन खामोश रहें तो आपकी सेहत पर कैसा असर दिखेगा। कोकिलाबेन धीरूभाई अंबानी अस्पताल, मुंबई में डॉ शौनक अजिंक्य, सलाहकार- मनोचिकित्सक ने बताया कि एक दिन की खामोशी का असर आपके शारीरिक और मानसिक स्वास्थ्य को प्रभावित करता है। आइए एक्सपर्ट से जानते हैं कि स्पीच फास्टिंग करने का सेहत पर कैसा असर दिखता है।

स्पीच फॉस्टिंग करेंगे तो तनाव होगा दूर

स्पीच फास्टिंग करने से आपके वोकल कोर्ड को आराम मिलता है। दिन भर की खामोशी आपका तनाव कम करती है और थकान को दूर करती है। स्पीच फास्टिंग करने से कोर्टिसोल जैसे तनाव हार्मोन में कमी आती है जिससे बॉडी को आराम मिलता है और सुकून की नींद आती है।

आत्मनिर्भर और जागरूक होते हैं आप

अगर आप पूरा दिन खामोश रहते हैं और बहुत ज्यादा बोलते नहीं है तो आप अधिक आत्म निर्भर और जागरूक बनते हैं। खामोश रहेंगे तो आप दूसरों की बात बेहद ध्यान से सुनेंगे। खामोश रहने से आपके कम्युनिकेशन स्किल में सुधार होगा।

स्प्रिचवल कनेक्शन

कई धर्मों में स्पीच फास्टिंग को परमात्मा तक पहुंचने का रास्ता बताया है। स्पीच फास्टिंग करने से आंतरिक शक्ति में बढ़ोतरी होती है। आप खामोश रहकर अपनी अंतरआत्मा की आवाज को समझ और सुन सकते हैं।

एक दिन स्पीच फास्टिंग करने से बॉडी में कैसा होता है असर

डॉ. अजिंक्य ने कहा पूरे दिन स्पीच फास्टिंग करने से बॉडी को आराम मिलता है। आपके वोकल कोर्ड,गले की मांसपेशियों और चेहरे की मांसपेशियों को आराम मिलता है। लम्बे समय तक खामोश रहने से गहरी सांस लेने से बॉडी को आराम मिलता है और ब्लड प्रेशर भी कंट्रोल रहता है। बीपी कंट्रोल रहने से दिल की सेहत दुरुस्त रहती है।

मानसिक स्पष्टता आती है

कम बोलने से ना सिर्फ आपका दिमाग तेज होता है बल्कि आप  विकर्षणों के साथ, आपका दिमाग तेज़ और अधिक केंद्रित महसूस कर सकता है। आप अपने और दूसरे दोनों के अशाब्दिक संकेतों के प्रति अधिक अभ्यस्त हो सकते हैं। एक दिन खामोश रहने से आपकी मानसिक स्थिति बेहतर होती है।