बॉडी को हेल्दी रखने के लिए हेल्दी डाइट का समय पर सेवन करना जरूरी है। हेल्दी डाइट का सेवन दिन में तीन बार समय पर करना जरूरी है। हर वक्त कुछ भी खाने से न सिर्फ हेल्थ बिगड़ती है बल्कि मोटापा भी बढ़ता है। हम दिन की शुरुआत सुबह के नाश्ते से करते हैं और दिन में तीन से चार बार खाते हैं। अगर हमारे दिन की शुरुआत सुबह के 6-7 बजे होती है तो हमें बिस्तर से उठने के एक से डेढ़ घंटे में कुछ खा लेना चाहिए। उसके बाद बीच में कुछ हल्का नाश्ता जिसमें फ्रूट्स हो तो बेहतर रहता है। दोपहर का खाना 1 बजे खाएं और शाम को चार बजे हल्का स्नैक्स और रात का खाना 7 बजे खाएं तो हमारी बॉडी हेल्दी रहेगी। हेल्दी डाइट का सेवन करना जितना जरूरी है उतना ही जरूरी समय की पाबंदी रखना भी जरूरी है।
हमारे खाने का समय हमारी ओवर ऑल हेल्थ और कल्याण पर खास असर डालता है। समय पर हेल्दी फूड्स का सेवन करने से मेटाबॉलिज्म क्रिया को अनुकूलित करने और हेल्दी लाइफ स्टाइल को बढ़ावा देने में मदद मिलती है। अगर आप रात का खाना समय पर खाते हैं और सुबह का नाश्ता समय पर करते हैं तो कई तरह की समस्याओं से एक साथ निबट जाते हैं। आप जानते हैं कि रात के खाने और सुबह के नाश्ते के बीच एक निश्चित गैप होना जरूरी है।
कंसल्टेंट डायटीशियन एंड डायबिटीज एजुकेटर कनिका मल्होत्रा ने बताया कि रात के खाने से लेकर सुबह के खाने के बीज 12-14 घंटे का गैप होना जरूरी है। 12-14 घंटे का गैप आपकी सेहत को कई तरह से फायदा पहुंचाता है। आइए एक्सपर्ट से जानते हैं कि सुबह के नाश्ते से लेकर रात के खाने तक का 12-14 घंटे का गैप सेहत पर कैसे असर करता है।
खाने के बीच 12-14 घंटे के गैप का फायदा
एक्सपर्ट ने बताया कि अपने दोपहर के भोजन और रात के खाने के बीच 12-14 घंटे का अंतर रखें तो आपका वजन कंट्रोल रहेगा और बॉडी को कई तरह से फायदा होगा।
मेटाबोलिक हेल्थ होगी बूस्ट
खाने के बीच 12-14 घंटे के गैप रखने से मेटाबॉलिज्म बूस्ट होगा। 12-14 घंटे का फास्ट करने से ग्लूकोज निर्भरता कम होगी और मेटाबॉलिज्म बूस्ट होगा। ये मेटाबॉलिक बदलाव कई क्रॉनिक बीमारियों जैसे मोटापे और डायबिटीज के खतरे को कम कर सकता है।
दिल की सेहत में होगा सुधार
एक्सपर्ट कनिका मल्होत्रा के मुताबिक रात के खाने और सुबह के नाश्ते के बीच 13 घंटे का गैप बनाए रखने से कोलेस्ट्रॉल कंट्रोल रहेगा और दिल की सेहत दुरुस्त रहेगी।
पाचन रहेगा दुरुस्त
अगर आप रात के खाने से सुबह के नाश्ते के बीच 12 घंटे का गैप रखते हैं तो उसका असर आपके पाचन पर भी दिखता है। पाचन को पर्याप्त समय मिलता है और पाचन से जुड़ी परेशानियों जैसे गैस, एसिडिटी जैसी समस्याओं से बचाव होता है और पोषक तत्वों के अवशोषण में सुधार होता है।
सर्कैडियन रिदम रहता है ठीक
सर्कैडियन रिदम यानी शरीर की प्राकृतिक घड़ी के साथ तालमेल बिठाकर भोजन करने से हार्मोनल संतुलन बनाए रखने और तेजी से फैट बर्न करने में मदद मिलती है।
नींद की क्वालिटी में होता है सुधार
रात का खाना समय पर खाएं। अगर आप सोने से 2-3 घंटे पहले खाना खाते हैं तो आप को रात में सुकून की नींद आती है। आपको पाचन से जुड़ी कोई परेशानी नहीं होती।