डायबिटीज एक मेटाबोलिक स्थिति है जिसमें ब्लड शुगर का स्तर शरीर में काफी बढ़ जाता है। जब भी हम कुछ खाते हैं तो उनमें अन्य चीजों के अलावा कार्बोहाइड्रेट भी रहता है, जो पेट में पचकर ग्लूकोज में बदल जाता है और फिर खून में पहुंचता है। लेकिन जब हमारा खान पान बिगड़ने लगता है तो ग्लूकोज को अवशोषित करने वाला हार्मोन इंसुलिन का उत्पादन कम होने लगता है। इसका नतीजा डाइबिटीज के रूप में सामने आता है।
मोटे तौर पर हम कह सकते हैं कि हमारा खान पान और लाइफस्टाइल ही डाइबिटीज के लिए जिम्मेदार होता है। इसलिए खान पान का ध्यान रखना बहुत जरूरी है लेकिन अक्सर हम इस बात को लेकर कंफ्यूज रहते हैं कि डाइबिटीज की स्थिति में हमें क्या खाना चाहिए। आयुर्वेदिक एक्सपर्ट डॉ नितिका कोहली ने इन समस्याओं को दूर करने की कोशिश की है।
सहज आहार को समझने की जरूरतः डॉ नितिका कोहली कहती हैं, किसी बीमारी की स्थिति में क्या भोजन करना चाहिए इसे समझने की जरूरत है। उन्होंने कहा कि चीजों को आसान करने के लिए हमारा सबसे पहला लक्ष्य यही होना चाहिए कि बॉडी में ब्लड शुगर की मात्रा बढ़े नहीं, इसलिए हमें ऐसा भोजन करना चाहिए जिनसे डाइबिटीज से संबंधित अन्य जटिलताएं आने की आशंका न हो।
डॉ कोहली के मुताबिक इसके लिए पथ्य आहार सबसे आसान तरीका है। अगर हम पथ्य आहार का सेवन करते हैं तो यह टाइप 1 और टाइप 2 डाइबिटीज को जोखिमों से हमें बचाता है। डॉ निकिता कोहली ने सिंपल पथ्य आहार के बारे में इंस्टाग्राम पोस्ट में बताया है।
डाइबिटीज के लिए पथ्य आहारः आयुर्वेद में पथ्य आहार का खास महत्व है। इसमें हर बीमारी के लिए अलग-अलग पथ्य आहार का वर्णन है। डॉ नितिका के मुताबिक डाइबिटीज में बहुत सिंपल पथ्य आहार है। डाइबिटीज की बीमारी में मूंग दाल और करेले की सब्जी बहुत सुपाच्य और फायदेमंद पथ्य है। इसके अलावा सत्तू, पुराना चावल, रेड राइस पैडी, बाजरा बहुत मददगार है। डॉ नितिका कहती हैं कि इस सिंपल पथ्य आहार की मदद से डाइबिटीज की बीमारी को नियंत्रित किया जा सकता है।
