मोटापा एक ऐसी बीमारी है जो देश और दुनिया में तेजी से फैल रही है। मोटापा को कंट्रोल करने के लिए मार्केट में दवाओं का एक बहुत विशाल बाजार सजा है जो लोगों को बेहद अट्रैक्ट करता है। तरह-तरह के हर्बल ड्रिंक, तरह-तरह के हर्बल पाउडर, मैजिकल वेट लॉस टूल्स से लेकर और भी हजारों नुस्खे मार्किट में मौजूद हैं जो वजन कम करने का दावा करते हैं। अब सवाल ये उठता है कि आखिर मोटापा है क्या जिससे निजात पाने के लिए लोग इतनी शिद्दत से जुटे हैं। दुनिया में मोटापा के शिकार लोगों की संख्या ज्यादा है लेकिन सवाल ये है कि मोटा है कौन? आइए आचार्य बालकृष्ण से जानते हैं कि मोटापा क्या है और आयुर्वेद के मुताबिक इसकी पहचान कैसे की जाती है और इसे कंट्रोल करने का तरीका क्या है?
मोटापा क्या है?
आयुर्वेद में मोटापे का वर्णन बेहद सही तरीके से किया गया है। मोटापा सिर्फ पेट के फैट से ही नहीं दिखता बल्कि कई तरीकों से मोटापा की पहचान की जाती है। आयुर्वेदिक एक्सपर्ट आचार्य बालकृष्ण ने मोटापा की पहचान करने के लिए सबसे बेस्ट और आसान तरीका बताया है। आयुर्वेद के मुताबिक चलते समय आपकी बॉडी का जो अंग सबसे ज्यादा हिल रहा है उस अंग पर आपका मोटापा ज्यादा है।
आयुर्वेद के मुताबिक चलते समय बॉडी में होने वाली अतिरिक्त गति ये बताती कि आपके किस अंग पर मोटापा ज्यादा है। ये मोटापा पेट पर, जांघों पर, कमर पर, बाजुओं पर,गर्दन पर और बॉडी के बाकी हिस्सों पर हो सकता है। मोटे लोगों को ये पता होता है कि वो मोटे हैं लेकिन जो लोग मोटे नहीं है लेकिन उनकी बॉडी में फैट जमा है जिसका उन्हें अंदाजा नहीं है तो वो इस आयुर्वेदिक तरीके से फैट का पता कर सकते हैं।
मोटापा कम करने का आयुर्वेदिक तरीका
निश्चित समय अंतराल पर ही खाएं
कुछ लोग ऐसे हैं कि जीरो कैलोरी फूड के नाम पर ऐसे फूड्स को दिन भर खाते रहते हैं जो उनकी सेहत को नुकसान पहुंचाते हैं। दिन भर भुना हुआ चना, भुना हुआ मखाना और इसी तरह के हजारों स्नैक्स से मुंह को चलाते रहना न सिर्फ सेहत को बिगाड़ता है बल्कि आपको मोटा भी बनाता है। ये जीरे कैलोरी फूड बॉडी में एक साथ ज्यादा मात्रा में पहुंच जाते हैं जो बॉडी में फैट को बढ़ाते हैं और पाचन को बिगाड़ते हैं। बॉडी फैट को कम करने के लिए आप हर वक्त नहीं खाएं बल्कि समय के मुताबिक दिन में दो से तीन बार खाएं। अगर आप मोटापा कम करना चाहते हैं और बॉडी को एक्टिव करना चाहते हैं तो डाइट पर कंट्रोल करें।
मानसिक अवसाद से बचें
बढ़ता मोटापा कई तरह की हेल्थ प्रॉब्लम को बढ़ा सकता है। मोटापा की वजह से सांस फूलने लगता है,घबराहट,बेचैनी,वात रोगों का खतरा बढ़ने लगता है। ये सब परेशानियां तनाव की वजह से होती है। मोटापा को कम करने के लिए सबसे पहले तनाव मुक्त रहें।
शारीरिक श्रम कीजिए
अगर आप समय पर बॉडी को एक्टिव रखते हैं, अपने काम खुद करते हैं, बॉडी को एक्टिव रखते हैं तो आपका मोटापा कंट्रोल रहेगा। आप मोटापा से बचने के लिए शारीरिक श्रम करें। रोजाना आधे घंटे चहलकदमी करें। योग और मेडिटेशन का सहारा लें ताकि बॉडी की अशुद्धियां दूर हो और आपका मोटापा कंट्रोल रहे।
इन फूड्स से करें परहेज
मोटापा कम करने के लिए डाइट बेहद असरदार साबित होती है। आप डाइट में मीठे और चिकने पदार्थों का सेवन कम करें। भारी चीजों का सेवन कम करें। ठंडे और ऑयली फूड से परहेज करें। खाना भूख से कम ही खाएं।
दिन में सोए नहीं
अगर आप चाहते हैं कि आपका मोटापा कंट्रोल रहे तो आप दिन में बिल्कुल नहीं सोएं। दिन में सोने से मोटापा बढ़ता है और कई तरह की बीमारियों का खतरा भी बढ़ता है। अगर आप वजन को कम करना चाहते हैं तो दिन में सोने से परहेज करें।
उपवास करें और पेट की गंदगी को बाहर निकालें
अगर आप वजन को कम करना चाहते हैं तो आप उपवास करें। हफ्ते में दो से तीन बार उपवास करें आपका वजन कंट्रोल रहेगा। आप वजन को कम करना चाहते हैं तो पेट को साफ करें। पेट में जमा सारी गंदगी को साफ करें। आयुर्वेद में पेट को साफ करने के लिए कई तरीके बताए गए हैं आप उन्हें अपना सकते हैं।