बढ़ते वजन से परेशान लोग वजन को कम करने के लिए सबसे पहले अपनी डाइट पर ध्यान देते हैं। वेट लॉस करने में डाइट का अहम किरदार है। वेट लॉस करने के लिए डाइट में ऑयली, जंक फूड और प्रोसेस फूड से परहेज करना और प्रोटीन रिच फूड्स का सेवन करना जरूरी है। प्रोटीन रिच डाइट का सेवन करने से बॉडी को भरपूर एनर्जी मिलती है और वजन भी घटाने में मदद मिलती है। प्रोटीन बॉडी के लिए जरूरी पोषक तत्व है जो मांसपेशियों का निर्माण करता है। इसका सेवन करने से मेटाबॉलिज्म बूस्ट होता है और भूख कंट्रोल होती है।
प्रोटीन वजन घटाने में योगदान देने वाले कई हार्मोनों को कंट्रोल करने में मदद करता है। प्रोटीन वेट लॉस जर्नी को आसान बनाने में और वजन को कंट्रोल करने में जरूरी है लेकिन इसका ज्यादा सेवन सेहत पर साइड इफेक्ट भी करता है। मेडिकल न्यूज टुडे के मुताबिक वजन घटाने के लिए प्रोटीन का सेवन करने से बॉडी पर उसके साइड इफेक्ट भी देखने को मिलते हैं। आइए जानते हैं कि बॉडी के लिए कितने प्रोटीन का सेवन करना जरूरी है, इसका ज्यादा सेवन करने से बॉडी को कौन-कौन से नुकसान होते हैं।
प्रोटीन का कितना सेवन करना जरूरी है?
किसी व्यक्ति की उम्र, बॉडी एक्टिविटी, बॉडी वेट और बॉडी की बाकी एक्टिविटी को ध्यान में रखते हुए हर इंसान के लिए प्रोटीन की आवश्यकताएं अलग-अलग हो सकती हैं। ज्यादातर लोगों को रोजाना शरीर के वजन के प्रति किलोग्राम के मुताबिक ज्यादा से ज्यादा 2 ग्राम प्रोटीन का सेवन करना चाहिए। 2 ग्राम प्रोटीन भी उन लोगों के लिए जो बॉडी एक्टिविटी ज्यादा करते हैं।
कितना प्रोटीन का सेवन बॉडी के लिए ज्यादा है?
प्रोटीन की बॉडी डिमांड बॉडी एक्टिविटी और उम्र के मुताबिक तय होती है। आमतौर पर एक सामान्य वयस्क को रोजाना शरीर के वजन के प्रति किलो 0.8 ग्राम प्रोटीन खाने की सलाह दी जाती है। यदि कोई व्यक्ति मध्यम से तीव्र स्तर की शारीरिक गतिविधि करता है तो प्रोटीन सेवन की मात्रा 1.3 ग्राम से 1.6 ग्राम के बीच हो सकती है। प्रोटीन का सेवन रोजाना शरीर के वजन के प्रति किलो 1.6 ग्राम से ऊपर नहीं जाना चाहिए। इस सीमा से ज्यादा प्रोटीन का सेवन सेहत को नुकसान पहुंचाने लगता है।
प्रोटीन का ज्यादा सेवन करने से होने वाले साइड इफेक्ट
सांसों से आ सकती है दुर्गंध
वेट लॉस करने के लिए अगर आप प्रोटीन का सेवन ज्यादा करते हैं और कार्ब्स का सेवन सीमित करते हैं तो आपकी सांस से दुर्गंध आ सकती है। कार्ब्स की कमी से आपका शरीर मेटाबॉलिक स्टेट कीटोसिस में चला जाता है। यह अन्य स्रोतों से ऊर्जा बनाना शुरू कर देता है जिससे ऐसे रसायनों का उत्पादन होता है जिसकी वजह से मुंह से दुर्गंध आने लगती है।
कब्ज कर सकता है परेशान
हाई प्रोटीन डाइट कब्ज का कारण बन सकती है। इस डाइट में प्रोटीन ज्यादा और कार्ब्स कम होता है जिसका मतलब है कि इस डाइट में फाइबर का सेवन नहीं है। फाइबर का सेवन कम करने से पाचन संबंधी समस्याएं और कब्ज हो सकता है। यदि आप बहुत अधिक डेयरी उत्पाद खा रहे हैं तो इससे दस्त भी हो सकता है।
चक्कर आ सकते हैं
अधिक मात्रा में प्रोटीन का सेवन करने से चक्कर आ सकते हैं। चक्कर का लगातार आना आपके हाई प्रोटीन इनटेक की ओर इशारा करता है। अधिक प्रोटीन खाने के लिए आपको कैलोरी की संख्या बनाए रखने के लिए कार्ब का सेवन कम करना होगा। कम कार्ब का सेवन करने से मस्तिष्क को कम चीनी मिलती है, जिसके कारण यह सिकुड़ जाता है, जिससे आपको धुंधलापन महसूस होता है और चक्कर आते हैं।
बढ़ सकता है डिहाइड्रेशन
2002 के एक अध्ययन से पता चला कि प्रोटीन का सेवन बढ़ाने से डिहाइड्रेशन का खतरा बढ़ सकता है। डिहाइड्रेशन किडनी के कारण होता है जिसे प्रोटीन को मेटाबॉलिक करने के लिए अतिरिक्त प्रोटीन और नाइट्रोजन अपशिष्ट को हटाने के लिए अधिक मेहनत करनी पड़ती है। इससे आपको बहुत अधिक पेशाब आएगा और प्यास ज्यादा लगेगी। लम्बे समय तक प्रोटीन का ज्यादा सेवन करने से किडनी पर भी असर पड़ता है।