अखरोट को सुपर फूड कहा जाता है क्योंकि इसमें दिल और दिमाग दोनों के लिए आवश्यक पोषक तत्व भरपूर मात्रा में मौजूद होते हैं। यह ओमेगा-3 फैटी एसिड, खासकर अल्फा-लिनोलेनिक एसिड, एंटीऑक्सीडेंट, विटामिन और मिनरल्स का बेहतरीन स्रोत है। रोजाना दो अखरोट का सेवन करने से हृदय स्वास्थ्य बेहतर होता है, इम्यूनिटी मजबूत होती है और शरीर को नेचुरल ऊर्जा मिलती है।
आयुर्वेद और यूनानी चिकित्सा विशेषज्ञों डॉक्टर सलीम जैदी के अनुसार अखरोट की गिरी को रात भर पानी में भिगोकर सुबह चबाकर खाने से शरीर अंदर से मज़बूत होता है। इसको अगर दूध के साथ भिगोकर खाया जाए तो इसका पोषण और भी बढ़ जाता है। नियमित रूप से अखरोट खाने से नसें मजबूत होती हैं, कमजोरी दूर होती है और मानसिक सतर्कता भी बढ़ती है। यह छोटे लेकिन असरदार बदलाव आपके स्वास्थ्य और लाइफस्टाइल में सकारात्मक फर्क ला सकता है। आइए जानते हैं कि सर्दी में अखरोट का सेवन अगर भिगोकर किया जाए तो सेहत पर कैसा होता है असर।
दिल की सेहत में होता है सुधार
अखरोट में ओमेगा-3 फैटी एसिड भरपूर मात्रा में होता है, जो ब्लड में कोलेस्ट्रॉल संतुलित करता है और हृदय की धमनियों को स्वस्थ रखता है। नियमित सेवन से ब्लड प्रेशर कंट्रोल रहता है और दिल के दौरे या स्ट्रोक का खतरा कम होता है। अखरोट का सेवन रक्त प्रवाह को सुचारू बनाकर कार्डियोवस्कुलर सिस्टम को मजबूत करता है। रोज दो अखरोट खाना दिल की सेहत के लिए फायदेमंद है।
ब्रेन हेल्थ में होता है सुधार
अखरोट दिमाग के लिए सुपर फूड है क्योंकि इसमें ओमेगा-3 और एंटीऑक्सीडेंट्स होते हैं। ये न्यूरॉन्स को सुरक्षित रखते हैं और मानसिक सतर्कता बढ़ाते हैं। नियमित सेवन से याददाश्त मजबूत होती है और मस्तिष्क संबंधी उम्र बढ़ने की समस्याओं जैसे अल्जाइमर और स्मृति कमजोरी का जोखिम कम होता है। बच्चों से लेकर बुजुर्ग तक के लिए अखरोट का सेवन दिमाग के स्वास्थ्य के लिए अत्यंत उपयोगी है।
इम्यूनिटी में होता है सुधार
अखरोट में विटामिन, मिनरल्स और एंटीऑक्सीडेंट्स प्रचुर मात्रा में होते हैं। यह शरीर की इम्यूनिटी को बढ़ाता है और संक्रमण से लड़ने की शक्ति मजबूत करता है। नियमित सेवन से इन्फ्लेमेशन कम होता है और सामान्य सर्दी-जुकाम या अन्य बीमारियों से जल्दी उबरने में मदद मिलती है। अखरोट के पोषण से शरीर अंदर से मजबूत होता है और इम्यून सिस्टम हमेशा सक्रिय रहता है।
वजन करता है कंट्रोल
अक्सर लोग सोचते हैं कि ड्राई फ्रूट वजन को बढ़ाते हैं लेकिन अखरोट के मामले में ऐसा नहीं है। इस नट में हेल्दी फैट और फाइबर होता है जो आपको लम्बे समय तक फुलफिल महसूस करता है। इसका सेवन करने से पेट लम्बे समय तक भरा रहता है और ओवर इटिंग कंट्रोल होती है। अखरोट का सेवन करने से वेट लॉस जर्नी आसान होती है।
नसें और जोड़ों को मजबूत बनाता है
अखरोट में मिनरल्स और एंटीऑक्सीडेंट्स की मौजूदगी नसों और जोड़ों को मजबूती देने में मददगार होती है। नियमित सेवन से जोड़ों में सूजन कम होती है और गठिया जैसी समस्याओं से राहत मिलती है। इसके अलावा नसों में रक्त संचार बेहतर होता है। अखरोट खाने से पैरों, हाथों में झुनझुनी या कमजोरी की समस्या कम होती है। अखरोट खाने से शरीर की आंतरिक संरचना मजबूत रहती है।
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