मैग्नीशियम बॉडी के लिए जरूरी मिनरल्स है जो हमारी बॉडी में नहीं बनता, इसे डाइट के जरिए हासिल किया जाता है। यह मिनरल शरीर की कई बुनियादी प्रक्रियाओं में अहम भूमिका निभाता है। ये मांसपेशियों और नसों को सही तरीके से काम करने में मदद करता है, एनर्जी का उत्पादन करता है और ब्लड प्रेशर को कंट्रोल करता है। बॉडी में इसकी कमी होने पर कई तरह की परेशानियां होने लगती हैं। मांसपेशियों में ऐंठन और कमजोरी होना, पैरों या हाथों में खिंचाव, झटके या लगातार थकान, नींद की समस्या, मूड स्विंग और चिंता, दिल की धड़कन अनियमित होना हड्डियों की कमजोरी, ब्लड प्रेशर बढ़ना, सिरदर्द या माइग्रेन, भूख में कमी और मतली होना शामिल है।

Verywell Health वेबसाइट पर मौजूद खबर के मुताबिक रोज इस मिनरल का सेवन करने से दिल की सेहत में सुधार करता है। पर्याप्त मैग्नीशियम लेने से नर्वस सिस्टम शांत होता है, जिससे नींद अच्छी आती है और तनाव कम होता है। रोज़ाना पर्याप्त मैग्नीशियम लेने से शरीर अंदर से मज़बूत होता है और लंबे समय तक बॉडी हेल्दी रहती है। आइए जानते हैं कि रोज मैग्नीशियम का सेवन करने से सेहत पर कैसा असर होता है।  

कब्ज़ का होता है इलाज

मैग्नीशियम आंतों में पानी खींचकर मल को मुलायम बनाता है और उसे आगे बढ़ाता है। यही कारण है कि यह कब्ज़ में फायदेमंद माना जाता है। मैग्नीशियम ऑक्साइड को अक्सर कैप्सूल या टैबलेट रूप में इस्तेमाल किया जाता है। मैग्नीशियम साइट्रेट तेज असर वाला होता है, अक्सर इसका सेवन कॉलोनोस्कोपी से पहले किया जाता है। मैग्नीशियम से भरपूर फूड्स का सेवन करके आप पाचन का इलाज कर सकते हैं।

ब्लड शुगर होता है नॉर्मल

मैग्नीशियम इंसुलिन स्राव में मदद करता है, जो ब्लड शुगर को कंट्रोल करता है। डायबिटीज़ वाले लोगों में मैग्नीशियम की कमी हो सकती है, जिससे इंसुलिन का असर घट जाता है। रिसर्च बताती है कि मैग्नीशियम सप्लीमेंट से ग्लूकोज़ लेवल और इंसुलिन सेंसिटिविटी में सुधार हो सकता है और HbA1c कम हो सकता है। हालांकि कुछ स्टडी में कोई खास असर नहीं मिला।

ब्लड प्रेशर होता है कंट्रोल

मैग्नीशियम ब्लड प्रेशर घटाने में मदद कर सकता है। रिसर्च के अनुसार, यह डायस्टोलिक प्रेशर लगभग 2 mmHg और सिस्टोलिक प्रेशर 3–4 mmHg तक कम कर सकता है। ये बदलाव छोटे हैं लेकिन डायबिटीज़ वाले मरीजों में भी नोट किए गए हैं। पर्याप्त मैग्नीशियम से भरपूर फूड्स का सेवन करके आप बीपी को नॉर्मल रख सकते हैं।

दिल रहता है हेल्दी

कई रिसर्च में ये बात साबित हो चुकी है कि मैग्नीशियम रिच फूड्स का सेवन करने से खराब कोलेस्ट्रॉल घटता है और गुड कोलेस्ट्रॉल बढ़ता है। इससे दिल की बीमारियों का खतरा कम हो सकता है। मैग्नीशियम रिच डाइट का सेवन करने से स्ट्रोक, हार्ट अटैक और अचानक मृत्यु के जोखिम को टाला जा सकता है। कुल मिलाकर, मैग्नीशियम दिल के लिए फायदेमंद है लेकिन और बड़े पैमाने पर रिसर्च ज़रूरी है।

हड्डियां होती है मज़बूत

मैग्नीशियम हड्डियों के निर्माण और मिनरल डेंसिटी बनाए रखने में अहम है। मैग्नीशियम का सेवन करने से हड्डियां मजबूत होती हैं, खासकर महिलाओं में ऑस्टियोपोरोसिस से जुड़ी कमी अधिक पाई जाती है। कुछ स्टडी बताती हैं कि मैग्नीशियम लेने से हड्डियों का क्षय कम हो सकता है। हालांकि ऑस्टियोपोरोसिस रोकने में सप्लीमेंट की भूमिका पर अभी और रिसर्च की ज़रूरत है।

माइग्रेन का होता है इलाज

माइग्रेन के मरीजों में अक्सर मैग्नीशियम का स्तर कम पाया जाता है। रिसर्च बताती है कि 600 mg मैग्नीशियम रोज़ाना लेने से माइग्रेन के दर्द का इलाज किया जा सकता है।  अमेरिकन अकादमी ऑफ न्यूरोलॉजी के अनुसार मैग्नीशियम रिच फूड्स का सेवन माइग्रेन का असरदार इलाज है।

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