नमक हमारी डाइट का अहम हिस्सा है जो हमारे खाने का स्वाद बढ़ाता है। खाने में नमक का सेवन खाने को प्रिजर्व करने,फूड्स के टेक्सचर को बनाए रखने के लिए किया जाता है। नमक का सेवन अगर सीमित मात्रा में किया जाए तो सेहत को फायदा पहुंचाता है लेकिन इसका अधिक इस्तेमाल आपको कई क्रॉनिक बीमारियों का शिकार बना देता है। ज्यादा नमक का सेवन करने से हाई ब्लड प्रेशर, दिल के रोग और स्ट्रोक का खतरा अधिक रहता है। नमक का अधिक सेवन किडनी के काम करने की क्षमता को भी प्रभावित करता है। ज्यादा नमक खाने से किडनी में पथरी हो सकती है और किडनी भी खराब हो सकती है। नमक का अधिक सेवन कैंसर जैसी घातक बीमारी का भी शिकार बना सकता है। नमक के अधिक सेवन से ऑस्टियोपोरोसिस का खतरा बढ़ सकता है।
अब सवाल ये उठता है कि नमक के सेवन से इतनी बीमारियां होती हैं तो क्या नमक का सेवन करना बंद कर देना चाहिए? शुरुआत में एक महीने के लिए नमक छोड़ने से सेहत पर कौन-कौन से प्रभाव दिख सकते हैं? आइए एक्सपर्ट से सब सवालों के जवाब जानते हैं।
एक महीने तक नमक नहीं खाने पर बॉडी में दिखने वाले बदलाव
आरएन टैगोर अस्पताल, मुकुंदपुर, कोलकाता की न्यूट्रिशन और डाइटिशियन श्वेता बोस ने बताया अगर आप एक महीने के लिए नमक को छोड़ देते हैं तो शरीर में कई बदलाव होते हैं। शुरूआत में सोडियम सेवन कम होने के कारण वाटर रिटेंशन में कमी आ सकती है और ब्लड प्रेशर का स्तर गिर सकता है। बिना नमक के खाद्य पदार्थों का स्वाद कुछ अलग या फीका होगा जो आपकी ज़ुबान का स्वाद बिगाड़ सकता है। नमक की कमी से इलेक्ट्रोलाइट असंतुलन हो सकता है, जिससे मांसपेशियों की कार्यप्रणाली, तंत्रिका संचरण, मतली जैसी परेशानी हो सकती है। नमक खाना बंद करने से आपको उल्टी, चक्कर आने जैसी परेशानियां हो सकती हैं।
एक्सपर्ट ने बताया कि बॉडी में नमक की कमी इंसान को कोमा में ले जा सकती है और मौत का भी कारण बन सकती है। एक सामान्य व्यक्ति को रोजाना 5 ग्राम यानी 1 चम्मच नमक की जरूरत होती है। जब तक किसी व्यक्ति को डाइलेटेड कार्डियोमायोपैथी जैसी किडनी, लीवर या हृदय संबंधी कोई समस्या न हो, तब तक हमारे दैनिक आहार में नमक का सेवन कम नहीं किया जाना चाहिए।
WHO के मुताबिक सफेद ज़हर का कितना सेवन है जरूरी
डब्ल्यूएचओ ने नमक को सफेद ज़हर कहा है। ये हमारी बॉडी के लिए जितना जरूरी है उतना ही घातक भी है। नमक को लेकर WHO की एक रिपोर्ट में कहा गया है कि नमक का अधिक सेवन कई बीमारियों की वजह है। WHO का लक्ष्य है कि 2030 तक लोगों के खाने से 30 प्रतिशत नमक की मात्रा कम की जाए।
WHO के अनुसार दुनियाभर में लोग रोजाना 10.8 ग्राम नमक खा रहे हैं जो बॉडी की जरूरत से कई गुना ज्यादा है। लोग नमक का सेवन प्रोसेस फूड्स,ड्रिंक्स और खाने में करते हैं। WHO के मुताबिक हर रोज 5 ग्राम यानी एक चम्मच नमक का सेवन पर्याप्त है। एक्सपर्ट सलाह देते हैं कि नमक का सेवन कम मात्रा में करें और सोडियम के स्वस्थ,कम प्रसंस्कृत स्रोतों जैसे समुद्री नमक,गुलाबी नमक या प्राकृतिक नमक का सेवन करें।