चना एक लोकप्रिय और पौष्टिक नाश्ता है जिसका जायका दुनिया भर में लिया जाता है। चने का सेवन कई तरह से किया जाता है। किसी को कच्चा चना भाता है तो कोई पका कर तो किसी को भुना हुआ या स्प्राउट चना खाना पसंद है। चना एक ऐसा अनाज है जो पोषक तत्वों का पावर हाउस है। शाकाहारी लोगों के लिए ये चना प्रोटीन और फाइबर के प्रमुख स्रोतों में से एक है। फलियां परिवार से संबंधित इस चने का सेवन लोग स्प्राउट के रूप में भी करते हैं। MedicalNewsToday के मुताबिक चने का सेवन अगर स्प्राउट करके किया  जाए तो बॉडी को ज्यादा बेहतर तरीके से पोषण दिया जा सकता है।

स्प्राउट चने की पोषण प्रोफाइल

स्प्राउट चना प्रोटीन, फाइबर, खनिज और विटामिन से भरपूर होता हैं।100 ग्राम स्प्राउट चने में 21 ग्राम प्रोटीन और 62 ग्राम कार्ब्स , 12 ग्राम फाइबर ,आयरन 54%, जिंक 25% और मैग्नीशियम 20% शामिल होता है। चने में मौजूद फाइबर खाने के बाद पेट को लम्बे समय तक भरा हुआ रखता है।

इसे खाने से लम्बे समय तक भूख नहीं लगती और वजन कंट्रोल रहता है। चने का सेवन करने से ब्लड में शुगर का स्तर नॉर्मल रहता है। ये गट माइक्रोबायोम में भी योगदान देता है। चने में मौजूद फाइबर अधिकतर घुलनशील होता है जो आंत में गुड बैक्टीरिया की संख्या को बढ़ाता है। चने में मौजूद प्लांट बेस प्रोटीन बॉडी को हेल्दी रखता है।

चने का सेवन स्प्राउट के रूप में करना ठीक है क्या?

आपको कभी भी चने या फलियों का सेवन कच्चा नहीं करना चाहिए, भले ही वो पोषक तत्वों से भरपूर हो। कच्चे चने में फासिन और अन्य एंटी-पोषक तत्व भी होते हैं जो मतली और पाचन समस्याओं का कारण बनते हैं। चने में मौजूद किसी भी विरोधी पोषक तत्व को हटाने और उनके फायदे प्राप्त करने के लिए चने को या तो पकाकर या फिर अंकुरित करके उसका सेवन करें।

जब आप चने को अंकुरित करते हैं, तो उसमें से एंटी-पोषक तत्व निकल जाते हैं जो उन्हें बेहतर पचाने योग्य बनाते हैं और अन्य विटामिनों के अवशोषण में सुधार करते हैं। अंकुरित चना का सेवन करने से पोषण मूल्य में सुधार होता है। अंकुरण के दौरान उसमें विटामिन की मात्रा बढ़ जाती है और बॉडी को ज्यादा फायदा होता है।

अंकुरित चने के सेहत को फायदे

  • अंकुरित चने का सेवन करने से वजन कंट्रोल रहता है। फाइबर और प्रोटीन से भरपूर चना भूख को शांत करता है और खाने की क्रेविंग को कंट्रोल करता है। चना में कैलोरी कम होती है जो वजन को कम करने में सबसे ज्यादा जरूरी है।
  • चने का सेवन करने से दिल की सेहत दुरुस्त रहती है। फाइबर और पोटैशियम से भरपूर चना कोलेस्ट्रॉल के स्तर को कंट्रोल करता है, ब्लड प्रेशर को नार्मल करता है और दिल की सेहत में सुधार करता है।
  • चने का सेवन करने से पाचन दुरुस्त रहता है। चने में मौजूद फाइबर कब्ज को रोकता है और पाचन को दुरुस्त करता है।
  • चने का सेवन करने से ब्लड शुगर नॉर्मल रहता है । चने का ग्लाइसेमिक इंडेक्स कम होता है जो ब्लड में शुगर के स्तर को कंट्रोल करने में बेहद उपयोगी है।
  • आवश्यक विटामिन, खनिज और एंटीऑक्सीडेंट गुणों से भरपूर चने का सेवन संपूर्ण हेल्थ में सुधार करता है।