पेट में खराब बैक्टीरिया बढ़ने का कारण माइक्रोबायोम में असंतुलन होता है। हमारे पाचन तंत्र में गुड और बैड बैक्टीरिया का संतुलन होना जरूरी है। जब यह संतुलन बिगड़ता है तो खराब बैक्टीरिया की संख्या बढ़ जाती है जो हमारे पाचन को बिगाड़ देती है। पेट में खराब बैक्टीरिया बढ़ने के लिए कई कारण जिम्मेदार हैं जैसे प्रोसेस्ड फूड, चीनी और तले हुए फूड्स का ज्यादा सेवन करने से खराब बैक्टीरिया तेजी से बढ़ते हैं। एंटीबायोटिक दवाओं का ज्यादा सेवन, तनाव और चिंता, डाइट में प्रोबायोटिक फूड की कमी, पानी की कमी और नींद की कमी होने से पेट में खराब बैक्टीरिया बढ़ने लगते हैं और गुड बैक्टीरिया घटते जाते हैं।
खराब बैक्टीरिया बढ़ने के लक्षण
- वोमिटिंग
- बार-बार पेट फूलना
- अपच या कब्ज,दस्त
- पेट में दर्द और क्रैम्प आना
- स्किन पर दाने या मुहांसे होना
- कमजोरी और थकान।
- डिहाइड्रेशन
- बार-बार इन्फेक्शन होना शामिल है।
पेट में क्यों बढ़ जाते हैं खराब बैक्टीरिया
डायटीशियन और न्यूट्रिशनिस्ट अमृता मिश्रा ने बताया पेट में गुड और बैड बैक्टीरिया के बीच बैलेंस बिगड़ने की वजह हमारी डाइट है। हम लोगों की आदत बन चुकी है कि भूख लगते ही हम चिप्स और दूसरे पैक्ड स्नैक्स खा लेते हैं जिसमें भर-भर के प्रिजर्वेटिव्स मौजूद होता है। आर्टिफिशियल कलर्स और स्वीटनर्स से भरपूर ये फूड गट बैक्टीरिया का बैलेंस बिगाड़ते हैं। इन फूड्स का सेवन करने से पेट के अंदर सूजन हो जाती है और खराब बैक्टीरिया बढ़ने लगते हैं। रेड मीट का ज्यादा सेवन करने से भी आंतों की सेहत बिगड़ने लगती है। फ्राइड फूड के शौकीन है तो आपका गट माइक्रोबायोम गड़बड़ा सकता है। इन फूड में अनहेल्दी फैट ज्यादा होता है जिससे गुड बैक्टीरिया मरने लगते हैं और खराब बैक्टीरिया बढ़ने लगते हैं।
पेट में गुड बैक्टीरिया बढ़ाने के लिए क्या करें
प्रोबायोटिक फूड से अरबों की संख्या में बढ़ेंगे गुड बैक्टीरिया
प्रोबायोटिक फूड का लगातार सेवन करने से पेट में अरबों की संख्या में गुड बैक्टीरिया बढ़ते हैं और खराब बैक्टीरिया मरते हैं। प्रोबायोटिक फूड में आप दही, छाछ, किमची, कांजी, और प्रोबायोटिक सप्लीमेंट का सेवन कर सकते हैं।
डाइट में करें फाइबर रिच फूड करें शामिल
फाइबर रिच फूड्स का सेवन करने से आंत में गुड बैक्टीरिया बढ़ते हैं। फाइबर खासतौर पर प्रीबायोटिक फाइबर आंत के गुड बैक्टीरिया के लिए भोजन के रूप में काम करता है। ये बैक्टीरिया फाइबर को तोड़कर शॉर्ट-चेन फैटी एसिड बनाते हैं, जो आंत की सेहत को सुधारते हैं। फल, सब्जियां, और साबुत अनाज गुड बैक्टीरिया को बढ़ाते हैं।
पानी का करें ज्यादा सेवन
पानी का ज्यादा सेवन करके भी आप आंतों में गुड बैक्टीरिया को बढ़ा सकते हैं। पानी सीधे तौर पर बैक्टीरिया को नहीं बढ़ाता, लेकिन यह ऐसा वातावरण बनाता है जो गुड बैक्टीरिया के विकास के लिए अनुकूल होता है। पानी का ज्यादा सेवन करने से आंतें हाइड्रेट रहती है और मल-मूत्र के रूप में टॉक्सिन बाहर निकलते हैं।
तनाव कम करें
आंत में गुड बैक्टीरिया बढ़ाने हैं और खराब बैक्टीरिया को मारना है तो तनाव को कंट्रोल करें। तनाव मानसिक हेल्थ को बिगड़ता है और पाचन को प्रभावित करता है। बढ़ता तनाव आपके पाचन तंत्र और आंत के माइक्रोबायोम को असंतुलित करता है। तनाव को कंट्रोल करने के लिए आप योग, ध्यान, और एक्सरसाइज करें तनाव कंट्रोल रहेगा।
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