आज की अनहेल्दी लाइफस्टाइल में लोग अपनी सेहत का ख्याल रखना भूल जाते हैं। आज के बिजी शेड्यूल, खराब जीवन शैली और खानपान में अनियमितता के कारण शरीर बीमारियों का घर बनता जा रहा है। जो बीमारियां पहले बड़े-बुजुर्गों को हुआ करती थीं, आज उनका शिकार युवा हो रहे हैं। ऐसी ही एक बीमारी है यूरिक एसिड का बढ़ना। वर्तमान समय में हाई यूरिक एसिड की समस्या आम बन गई है। बता दें, बॉडी में प्यूरीन नाम के तत्व के टूटने से यूरिक एसिड बनता है।

वैसे तो किडनी द्वारा फिल्टर होने के बाद यूरिक एसिड शरीर से बाहर निकल जाता है। लेकिन जब शरीर में इसकी मात्रा बढ़ जाती है तो किडनी भी यूरिक एसिड को फिल्टर नहीं कर पाती। इसके कारण यह छोटे-छोटे क्रिस्टल्स के रूप में टूटकर जोड़ों, टेंडन, मांसपेशियों और टिश्यूज के बीच इक्ट्ठा हो जाता है। बॉडी में यूरिक एसिड बढ़ने के कारण कई तरह की समस्याएं होने लगती हैं।

इसलिए बढ़ता है बॉडी में यूरिक एसिड: हेल्थ एक्सपर्ट्स के अनुसार जब किडनी की फिल्टर करने की क्षमता कमजोर हो जाती है तो यह विषाक्त पदार्थों को फ्लश आउट नहीं कर पाती। इसकी वजह से बॉडी में मौजूद यूरिया, यूरिक एसिड में बदल जाता है। किडनी के ठीक से फिल्टर न कर पाने के कारण खून में यूरिक एसिड का स्तर बढ़ने लगता है। बता दें, खराब खानपान, जीवन-शैली, धूम्रपान और शराब के सेवन से भी यूरिक एसिड बढ़ता है।

हाई यूरिक एसिड के कारण जोड़ों में दर्द, पैर और एड़ियों में तेज दर्द, उंगलियों के जोड़ों में सूजन, तलवे लाल होना, ज्यादा प्यास लगना और बुखार आदि की समस्याएं होने लगती हैं। हालांकि, खानपान और जीवन-शैली में बदलाव कर यूरिक एसिड के स्तर को कंट्रोल किया जा सकता है।

यूरिक एसिड को नियंत्रित करने का तरीका:

-बॉडी में यूरिक एसिड की मात्रा को कंट्रोल करने के लिए ज्यादा-से-ज्यादा पानी पीना चाहिए। क्योंकि, इससे यूरिक एसिड पतला हो जाता है और यह पेशाब द्वारा फ्लश आउट हो जाता है।

-यूरिक एसिड को कम करने के लिए एक्सपर्ट्स भी ब्लैक चेरी के जूस का सेवन करने की सलाह देते हैं। एंटी-ऑक्सीडेंट और एंटी-इंफ्लेमेटरी गुणों से भरपूर ब्लैक चेरी हाई यूरिक एसिड की समस्या से निजात दिलाने में मदद करता है।