अनियमित जीवन-शैली, खराब खानपान और फिजिकल एक्टिविटी की कमी के कारण होने वाली बीमारियों में ब्लड प्रेशर की परेशानी बेहद ही आम है। जारी आंकड़ों के अनुसार देश में करीब 33 फीसदी शहरी लोग और 25 फीसदी ग्रामीण हाई ब्लड प्रेशर यानी उच्च रक्तचाप की समस्या से ग्रस्त हैं। हेल्थ एक्सपर्ट्स के मुताबिक जब आर्टरीज की दीवारों पर रक्त यानी खून का दबाव बढ़ जाता है तो लोगों को हाई ब्लड प्रेशर यानी हाइपरटेंशन की परेशानी हो सकती है।

उच्च रक्तचाप से ग्रसित मरीजों को दिल का दौरा, ब्रेन स्ट्रोक, रोटिनोपैथी और किडनी फेलियर जैसी जानलेवा स्थिति की चपेट में आने का खतरा भी बढ़ जाता है। बता दें, हाई ब्लड प्रेशर को साइलेंट किलर कहा जाता है क्योंकि इस बीमारी के शुरुआत में कोई लक्षण सामने नहीं आते बल्कि स्थिति गंभीर होने पर ही इसका पता चल पाता है।

हाई ब्लड प्रेशर का अगर समय रहते इलाज ना किया जाए तो यह आपकी जान के लिए खतरा साबित हो सकता है। बता दें, एक स्वस्थ व्यक्ति में ब्लड प्रेशर की नॉर्मल रेंज 120/90 mmhg होती है। लेकिन अगर यह स्तर 140/90 mmhg के पार हो जाए तो इस स्थिति को हाई बीपी कहा जाता है। उच्च रक्तचाप की समस्या के संकेत कुछ समय पहले नजर आने लगते हैं, अगर समय रहते इन्हें पहचान लिया जाए तो आप हाई ब्लड प्रेशर को आसानी से काबू कर सकते हैं।

अधिक प्यास लगना: अगर सुबह उठकर आपको अधिक प्यास लगती है और आपका मुंह हमेशा सूखा रहता है तो आपको इसे नजरअंदाज नहीं करना चाहिए। क्योंकि यह हाई ब्लड प्रेशर का संकेत हो सकता है।

चक्कर आना: अगर सुबह उठकर आपको थकावट महसूस होती है या फिर लगातार चक्कर आते हैं और उल्टी जैसा महसूस होता है तो इसका मतलब यह है कि आपका रक्तचाप बढ़ा हुआ हो सकता है। ऐसे में तुरंत आपको डॉक्टर से संपर्क करना चाहिए।

नजरों में धुंधलापन: सुबह उठने के बाद अगर आपको ढंग से कुछ दिखाई नहीं देता यानी सब-कुछ धुंधला लगता है तो आपको सर्तक हो जाने की जरूरत है। क्योंकि यह हाई ब्लड प्रेशर के कारण हो सकता है।