खानपान ही हेल्दी शरीर का आधार होता है। अगर, खाना-पीना अच्छा होता है तो सेहत के साथ-साथ बीमारियों से भी बचाव रहता है। हालांकि, पिछले कुछ सालों में शाकाहारी और वीगन लाइफस्टाइल दुनिया भर में तेजी से लोकप्रिय हो रहा है। बहुत से लोग हेल्दी और नैचुरल डाइट के लिए मांसाहार छोड़कर सिर्फ सब्जियों, फलों और प्लांट बेस्ड प्रोटीन का सेवन कर रहे हैं। फ्रांस की फूड, एनवायरनमेंट एंड ऑक्यूपेशनल हेल्थ एंड सेफ्टी एजेंसी (ANSES) के विशेषज्ञों ने शाकाहारी और वीगन आहारों का मूल्यांकन करने के लिए पांच वर्षों तक समीक्षा और शोध किया है। एन्सेस द्वारा प्रकाशित एक अध्ययन के अनुसार , शाकाहारी और वीगन आहार कई स्वास्थ्य लाभों से जुड़े हैं, बशर्ते पोषण संतुलन बनाए रखा जाए।
फ्रांस की एन्सेस (ANSES) स्टडी के मुताबिक, पूरी तरह से शाकाहारी या वीगन डाइट हड्डियों और दिल की सेहत पर नकारात्मक असर डाल सकती है। रिसर्च में सामने आया कि शाकाहारी और खासकर वीगन लोगों में कैल्शियम, विटामिन D, आयरन, विटामिन B12 और ओमेगा-3 फैटी एसिड की कमी ज्यादा पाई गई। ये सभी पोषक तत्व हड्डियों को मजबूत बनाने और दिल की सेहत को सुरक्षित रखने में अहम भूमिका निभाते हैं।
क्या कहती है स्टडी
फ्रांस की एन्सेस स्टडी के मुताबिक, पूरी तरह शाकाहारी या वीगन लाइफस्टाइल अपनाने से शरीर में जरूरी पोषक तत्वों की कमी हो सकती है, जो लंबे समय में हड्डियों और दिल की सेहत को नुकसान पहुंचा सकती है। ऐसे में डाइट में समय के अनुसार पोषक तत्वों से भरपूर चीजें जरूर शामिल करें और जरूरत पड़ने पर सप्लीमेंट्स भी लें। हालांकि, पोषण विशेषज्ञ के मुताबिक, शाकाहारी डाइट को पूरी तरह गलत नहीं ठहराया जा सकता। सही प्लानिंग और सप्लीमेंट्स के जरिए इसे संतुलित बनाया जा सकता है। जिन लोगों को पहले से हड्डियों या हार्ट से जुड़ी को समस्या है, उन्हें डॉक्टर की सलाह पर ही पूरी तरह शाकाहारी या वीगन डाइट अपनानी चाहिए।
टाइप 2 डायबिटीज का कम जोखिम
रिपोर्ट में ऐसे ठोस प्रमाण दिए गए हैं, जो बताते हैं कि शाकाहारियों में मांसाहारियों की तुलना में टाइप 2 डायबिटीज होने का जोखिम कम होता है। यह वैश्विक शोध के अनुरूप है, जो ब्लड शुगर के लेवल को बनाए रखने में आधारित आहार के लाभों की ओर इशारा करता है।
हार्ट हेल्थ
पौधे-आधारित आहार कोलेस्ट्रॉल के लेवल में सुधार, सूजन को कम करने और हार्ट संबंधी कार्य को बढ़ावा देने के लिए लाभकारी होता हैं और हार्ट रोग के जोखिम को कम करने में मदद कर सकते हैं। कुछ अध्ययनों से यह भी पता चलता है कि शाकाहारी आहार प्रजनन स्वास्थ्य को बेहतर बना सकता है, कुछ कैंसर के जोखिम को कम कर सकता है, जठरांत्र संबंधी समस्याओं को कम कर सकता है और आंखों से संबंधित बीमारियों से सुरक्षा प्रदान कर सकता है।
हड्डियों के लिए खतरा
खराब तरीके से शाकाहारी या वीगन आहार लेने वाले व्यक्तियों में कैल्शियम, विटामिन डी और विटामिन बी12 की कमी हो सकती है। इससे हड्डियों के फ्रैक्चर का खतरा अधिक होता है।
शाकाहारियों में अक्सर प्रमुख पोषक तत्वों की कमी होती है। जैसे आयरन, आयोडीन, विटामिन बी12 और डी, तथा कैल्शियम-फॉस्फेट संतुलन। वहीं, विटामिन बी2, बी12, जिंक और कुछ ओमेगा-3 फैटी एसिड को फोर्टिफाइड फूड्स या सप्लीमेंट के बिना प्राप्त करना कठिन हो सकता है। ब्रिटेन की राष्ट्रीय स्वास्थ्य सेवा (एनएचएस) के मुताबिक, सही और नियमित रूप से डाइट लेने से सभी पोषण संबंधी आवश्यकताओं को पूरा किया जा सकता है, लेकिन ऐसा न करने से कमियां और स्वास्थ्य संबंधी जोखिम पैदा हो सकते हैं। बता दें कि एन्सेस की रिपोर्ट में पांच वर्षों के व्यवस्थित शोध का परिणाम है, जिसमें 131 अध्ययनों की साहित्य समीक्षा और आहार संबंधी सिफारिशों का विकास शामिल है।
वहीं, NCBI में प्रकाशित एक शोध के मुताबिक, लिवर को हेल्दी रखने के लिए विटामिन ए और विटामिन डी की पर्याप्त मात्रा शरीर में जरूर होनी चाहिए।
