खराब डाइट और बिगड़ते लाइफस्टाइल का असर यह है कि आज लोग कम उम्र में ही गंभीर बीमारियों का शिकार हो रहे हैं। असंतुलित खानपान, जिसमें प्रोसेस्ड फूड, ज्यादा तला-भुना और हाई फैट वाला भोजन शामिल है, और शारीरिक गतिविधि की कमी शरीर को जल्दी बीमार बना रही है। कई वैज्ञानिक अध्ययनों में यह स्पष्ट हुआ है कि ऐसे कारण हृदय रोग, टाइप-2 डायबिटीज, हाई ब्लड प्रेशर और कुछ प्रकार के कैंसर जैसी क्रॉनिक बीमारियों के प्रमुख जोखिम कारक हैं। नियमित व्यायाम, संतुलित आहार और हेल्दी लाइफस्टाइल अपनाकर इन बीमारियों के खतरे को काफी हद तक कम किया जा सकता है।
बॉडी का बीमारियों से बचाव करने के लिए वेगन डाइट का सेवन सबसे असरदार साबित होता है। वेगन फूड यानी पूरी तरह से पौधों पर आधारित डाइट से हैं, जिसमें फल, सब्जियां, दालें, अनाज, मेवे और सीड्स शामिल होते हैं। इस डाइट में, मांस, अंडा, दूध या किसी भी प्रकार के जानवर से प्राप्त फूड्स शामिल नहीं होते। वेगन डाइट न सिर्फ स्वाद और विविधता देती है बल्कि यह सेहत से लेकर, पर्यावरण और पशु कल्याण के लिए फायदेमंद है।
The Effect of a Vegan Diet on the Cardiovascular System- 2023 में प्रकाशित एक समीक्षा में पाया गया कि प्लांट बेस्ड डाइट दिल के रोगों से बचाव करती है। इसका सेवन करने से LDL कोलेस्ट्रॉल कंट्रोल होता है, ब्लड प्रेशर नॉर्मल रहता है और वजन भी कम रहता है। PubMed में प्रकाशित रिसर्च बताता है कि वेगन डाइट का सेवन करने से कुछ खास तरह के कैंसर जैसे कोलोरेक्टल और ब्रेस्ट कैंसर का खतरा कम होता है। आइए जानते हैं कि वेगन डाइट कैसे डायबिटीज, दिल के रोग और कैंसर का खतरा कम करती है।
वेगन डाइट और डायबिटीज
भारत में डायबिटीज के 10 करोड़ से ज्यादा मरीज हैं और 2.5 करोड़ लोग प्री-डायबिटिक हैं। डायबिटीज का सबसे बड़ा कारण असंतुलित खानपान, मोटापा और दूध व डेयरी प्रोडक्ट्स में मौजूद सैचुरेटेड फैट है। रिसर्च बताती है कि डेयरी फैट इंसुलिन रेजिस्टेंस बढ़ाता है जिससे शुगर लेवल को कंट्रोल करना मुश्किल होता है। वेगन डाइट प्राकृतिक रूप से फाइबर और एंटीऑक्सीडेंट से भरपूर होती है। फाइबर धीरे-धीरे शुगर को रिलीज करता है और ब्लड शुगर को स्थिर रखता है। इसके अलावा पौधों से मिलने वाले फाइटोन्यूट्रिएंट्स पैंक्रियाज की कोशिकाओं को नुकसान से बचाते हैं। लगभग 60-70% भारतीय लैक्टोज इंटॉलरेंस हैं, ऐसे में डेयरी छोड़कर प्लांट-बेस्ड विकल्प लेने से पेट की समस्याएं भी घटती हैं। इस तरह वेगन डाइट डायबिटीज को नियंत्रित करने और नई जटिलताओं को रोकने में मदद करती है।
वेगन डाइट और दिल के रोग
हृदय रोग भारत में मौत का सबसे बड़ा कारण है। इसके पीछे खराब कोलेस्ट्रॉल (LDL), हाई ब्लड प्रेशर और मोटापा प्रमुख जिम्मेदार हैं। दूध और घी जैसे डेयरी उत्पाद सैचुरेटेड फैट से भरपूर होते हैं, जो सीधे दिल की धमनियों में चर्बी जमाते हैं। वहीं वेगन डाइट कोलेस्ट्रॉल-फ्री होती है और इसमें हेल्दी फैट्स शामिल होते हैं। रिसर्च के अनुसार वेगन डाइट LDL को घटाती है और ब्लड प्रेशर को कंट्रोल करती है। अगर भारत में लोग एक महीने भी प्लांट-बेस्ड डाइट ले तो लगभग 1 लाख स्ट्रोक और 60,000 हार्ट अटैक टाले जा सकते हैं। इसके साथ ही, यह डाइट खून के थक्के जमने से रोकती है और रक्त प्रवाह बेहतर बनाती है। नियमित रूप से प्लांट बेस्ड डाइट अपनाने से दिल को मजबूती, सहनशक्ति और लंबी उम्र की संभावना बढ़ती है।
वेगन डाइट और कैंसर
कैंसर आज के समय की सबसे गंभीर बीमारियों में से एक है। कई रिसर्च यह साबित करती हैं कि रेड मांस, प्रोसेस्ड मीट और डेयरी प्रोडक्ट्स का सेवन कैंसर का खतरा बढ़ाता है, खासकर ब्रेस्ट, प्रोस्टेट और कोलोन कैंसर में। डेयरी में मौजूद हार्मोन और प्रोटीन कोशिकाओं की असामान्य वृद्धि को बढ़ावा देते हैं। दूसरी ओर वेगन डाइट एंटीऑक्सीडेंट्स, विटामिन C और E, तथा फाइटोन्यूट्रिएंट्स से भरपूर होती है, जो फ्री रेडिकल्स को निष्क्रिय कर कैंसर कोशिकाओं के फैलाव को रोकती हैं। इस डाइट में प्लांट बेस्ड डाइटरी फाइबर भी भरपूर होता है, जो आंतों की सफाई कर कोलोन कैंसर का जोखिम घटाती है। इसके अलावा यह सूजन (inflammation) को कम करती है, जो कई प्रकार के कैंसर का प्रमुख कारण है। इसलिए वेगन डाइट कैंसर की रोकथाम और इम्यूनिटी को बढ़ाने के लिए बेहद प्रभावी विकल्प मानी जाती है।
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