Fennel Seeds for Diabetes: व्यक्ति जो खाना खाते हैं, उसके पचने से शुगर निकलता है। इसी ग्लूकोज से शरीर को ऊर्जा प्राप्त होती है, लेकिन जिन लोगों के शरीर में सेल्स ग्लूकोज को एब्जॉर्ब नहीं कर पाता है तो वो रक्त में मिल जाते हैं। ब्लड में शुगर लेवल ज्यादा होने से डायबिटीज का खतरा बढ़ता है। एक रिपोर्ट के अनुसार साल 2030 तक भारत में 9.8 करोड़ लोग टाइप 2 डायबिटीज से ग्रस्त हो सकते हैं। वहीं, आज के समय में देश में 20 साल के युवाओं में 65 फीसदी लड़कों और 56 प्रतिशत लड़कियों को इस लाइलाज बीमारी से पीड़ित होने का खतरा रहता है।

क्या हैं सौंफ के फायदे: रेस्टॉरेंट्स में भोजन के बाद सौंफ तो कई लोग खाते हैं, पर क्या आप इससे होने वाले लाभ को जानते हैं? ये पाचन संबंधी दिक्कतों को दूर करने में कारगर है। सौंफ में पाए जाने वाले गुण कब्ज, गैस व पेट में सूजन की परेशानी से छुटकारा दिलाते हैं।

पोषक तत्वों का खजाना: सिर्फ इतना ही नहीं, सौंफ में कई तरह के पोषक तत्व होते हैं जो शरीर को स्वस्थ रखते हैं। इसमें भरपूर मात्रा में फाइबर, विटामिन सी, कैल्शियम, मैग्नीशियम, पोटैशियम और आयरन प्रचुर मात्रा में पाए जाते हैं। इसमें एंटी-इंफ्लेमेट्री तत्व होते हैं जो शरीर से सूजन कम करते हैं। सौंफ में डिटॉक्सिफाइंग प्रॉपर्टीज होती हैं जिससे खून साफ होने में मदद मिलती है।

क्यों डायबिटीज रोगियों को दी जाती है इसे खाने की सलाह: ओपन जर्नल ऑफ न्यूट्रिशन एंड फूड साइंस की एक शोध के मुताबिक सौंफ के दानों में फाइटोकेमिकल्स पाए जाते हैं जिन्हें बेहद शक्तिशाली एंटी-ऑक्सीडेंट बताया जाता है। ये तत्व शरीर में इंसुलिन रेसिसटेंस की दिक्कत को कम करता है और शरीर में इंसुलिन की मात्रा को बढ़ाता है। साथ ही ब्लड में शुगर लेवल कंट्रोल करने में भी सौंफ प्रभावी साबित होता है।

जानें कैसे करें सेवन: आप चाहें तो नियमित रूप से भोजन के बाद एक चम्मच सौंफ खा लें। इसके अलावा, सौंफ से बनी चाय भी पी जा सकती है। इसे बनाने के लिए आपको तकरीबन 250 मिली. पानी और एक छोटा चम्मच सौंफ के दानों की जरूरत होगी।

एक बर्तन में पानी डालकर उबालें, जब पानी की मात्रा आधी हो जाए तो उसमें सौंफ डाल दें। इस बात का ध्यान रखें कि सौंफ डालने के बाद पानी को ज्यादा देर तक न उबालें, नहीं तो सौंफ में मौजूद गुण खत्म हो जाएंगे। गैस बंद करके कुछ समय के लिए उसे बर्तन में ही रहने दें। उसके बाद छानकर इसका सेवन करें।