एक उम्र के बाद शरीर में कुछ न कुछ बीमारियां बढ़ने ही लगती हैं। ऐसे में सही समय पर उनका इलाज न किया जाये तो उनसे कई अन्य बीमारियां हो सकती हैं। आजकल 30 वर्ष की उम्र पार कर चुके लोगों में यूरिक एसिड बढ़ने की समस्या अधिक पाई जा रही है। ऐसे में इस बीमारी की सही जानकारी न होने के कारण समस्याएं और जटिल हो जाती हैं। खून में मौजूद यूरिक एसिड एक तरह का केमिकल है, जो शरीर में प्यूरीन नामक प्रोटीन के टूटने से बनता है। जिससे हड्डियों में दर्द होता रहता है और सीधे किडनी पर प्रभाव पड़ता है।

जब यूरिक एसिड की बात आती है तो लोगों के मन में कई तरह के सवाल आते हैं। जिसमें सबसे सामान्य सवाल होते हैं कि यूरिक एसिड बढ़ने पर क्या खाना चाहिए और किन चीजों से दूरी बनानी चाहिए। ऐसे ही सवालों के जवाब खोजने के लिए हम पहुंचें हैं आर्थोपेडिक्स सर्जन डॉक्टर हरि सिंह के पास, सवाल- जवाब के साथ यहां आप जानेंगे कि कैसे यूरिक एसिड को बढ़ने से रोका जा सकता है।

डॉक्टर हरि सिंह पीजीआईएमएस रोहतक के आर्थोपेडिक्स सर्जन हैं जो हाल में डॉक्टर ऑन डोर के माध्यम से ग्रामीण भारत में काम कर रहे हैं और जिला अस्पताल गंगापुर सिटी में हड्डी रोग विशेषज्ञ के पद पर कार्यरत हैं, उन्होंने जनसत्ता डॉट कॉम से बातचीत करते हुए बताया कि यूरिक एसिड(uric acid) एक अपशिष्ट बायप्रोडक्ट है। यह तब बनता है जब आपका शरीर प्यूरीन को तोड़ता है, यह प्यूरीन कुछ खाद्य पदार्थों में पाया जाता है। सामान्यतः किडनी यूरिक एसिड (Uric Acid) को फिल्टर कर देता है, लेकिन कभी- कभी किडनी इसे फिल्टर करने में असमर्थ हो जाती है। जिसके कारण यूरिक एसिड क्रिस्टल्स के रूप में टूटकर हड्डियों के बीच इक्ट्ठा होने लगता है, फलस्वरूप गाउट की बीमारी होती है।

डॉक्टर सिंह के मुताबिक यदि कोई व्यक्ति गाउट से पीड़ित हैं या शरीर का यूरिक एसिड लेवल बढ़ रहा हैं तो उसको हाई प्रोटीन डाइट रेड मीट, सी फूड और दाल का सेवन कम करना चाहिए और खट्टे फल जैसे आवला, नींबू का अधिक सेवन करना चाहिए और शरीर में पानी का स्तर बना रहे इसके लिए सही मात्रा में पानी पीना चाहिए।

आपको बता दें कि नींबू, यूरिक एसिड के स्तर को संतुलित करने में अत्यधिक सहायक है क्योंकि यह शरीर को क्षारीय (alkaline) बनाता है। वहीं संतरे, कीनू, पपीता और चेरी जैसे विटामिन सी से भरपूर फल खाएं। सेब, नाशपाती, अनानास, एवोकाडो ये सभी कम प्यूरीन वाले फल हैं और इसलिए इन्हें खाया जा सकता है। ध्यान रखें कि जिनमें प्यूरिन की मात्रा अधिक पाई जाती है उन फलों और खाद्य पदार्थों के सेवन से बचना चाहिए। ऐसे में लोगों को हाई प्रोटीन डाइट दाल, फलियां, मटर, राजमा, छोले, काला चना भी खाने से बचना चाहिए। साथ ही ब्रोकली, मशरूम, मीठे फल, बर्गर, पेस्ट्री भी दूरी बना लें तो बेहतर होगा।