गट हेल्थ को दुरुस्त करने की बात जब भी आती है तो हमारा ध्यान सिर्फ भोजन की तरफ जाता है। हम ऐसे भोजन का सेवन करने पर ध्यान देते हैं जिनका सेवन करने से पाचन दुरुस्त रहे और इम्युनिटी स्ट्रांग रहती है। हम जो भोजन खाते हैं वह हमारे माइक्रोबायोम पर बेहद प्रभाव डाल सकता है। हमारी आंत खरबों सूक्ष्मजीवों का घर है जो पोषक तत्वों के अवशोषण में सहायता करता हैं, सूजन को कम कर सकते हैं और कुछ क्रॉनिक बीमारियों के जोखिम को कम करने में मदद कर सकते हैं।
अगर हमारी आंत हेल्दी रहेगी तो हमारे पेट से जुड़ी सारी परेशानियां कंट्रोल रहेंगी। आप जानते हैं कि भोजन के अलावा एक खास नट का सेवन करने से भी आपकी गट हेल्थ सुधर सकती है और आंतों में अरबों गुड बैक्टीरिया की संख्या में इजाफा हो सकता है।
नट्स का सेवन गट हेल्थ को दुरुस्त करने में जादुई असर करता है। अखरोट एक ऐसा नट है जो अपनी कुरकुरी बनावट और स्वाद के साथ ही एक बेहतरीन स्नैक भी हैं। अखरोट पोषक तत्वों का पावरहाउस भी हैं जो हमारे पाचन तंत्र को बेहद स्पोर्ट करता है। ये नट पाचन को सपोर्ट करता है और पेट के स्वास्थ्य को बेहतर बनाता है। गैस्ट्रोएंटेरोलॉजिस्ट की सलाह के मुताबिक आंत के स्वास्थ्य के लिए अखरोट का सेवन सबसे बेस्ट है। आइए जानते हैं कि अखरोट का सेवन कैसे गट हेल्थ को दुरुस्त करता है।
अखरोट में मौजूद फाइबर है असरदार
ईटिंग वेल में पब्लिश रिपोर्ट में रजिस्टर्ड डायटीशियन एमिली लैच्ट्रुप, एम.एस., आरडी ने बताया अखरोट गट हेल्थ को दुरुस्त करने में जादुई असर करता है। एक औंस अखरोट में 2 ग्राम फाइबर मौजूद होता है जो गट हेल्थ के लिए बेहद जरूरी है। अखरोट में मौजूद फाइबर हमारे माइक्रोबायोम के लिए फायदेमंद है। इसका सेवन करने से कब्ज की बीमारी दूर होती है और आंतों की सेहत दुरुस्त रहती है। इसका सेवन करने से आंतों में अरबों की संख्या में गुड बैक्टीरिया बढ़ते हैं। ये फाइबर आंत माइक्रोबायोम के रखरखाव में सहायता करता है और पाचन को बेहतर बनाने में मदद करता है।
ओमेगा-3 फैटी एसिड गट हेल्थ में करता है सुधार
ओमेगा-3 फैटी एसिड से भरपूर अखरोट का सेवन करने से आंत की सेहत भी दुरुस्त रहती है। ये फैटी एसिड आंतों में लाखों की संख्या में गुड बैक्टीरिया को बढ़ा सकते हैं, साथ ही आंत की सूजन को कम करने में मदद कर सकते हैं जिससे आंत की सेहत दुरुस्त रहती है।
ब्यूटिरिक एसिड (Butyric Acid) के उत्पादन में करता है स्पोर्ट
ब्यूटिरिक एसिड एक शॉर्ट-चेन फैटी एसिड है जो कोलन हेल्थ को दुरुस्त करने में मदद करता है। कोकेशियान वयस्कों पर शोध में पाया गया है कि रोजाना 1.5 औंस अखरोट का सेवन गुड बैक्टीरिया को बढ़ा सकता है जो प्रोबायोटिक्स और ब्यूटिरिक एसिड का उत्पादन करते हैं।
अखरोट में मौजूद एंटीऑक्सीडेंट भी गट हेल्थ के लिए जरूरी
अखरोट एंटीऑक्सीडेंट गुणों से भरपूर होता है जो आंत की कोशिकाओं को ऑक्सीडेटिव तनाव से बचाकर आंत को हेल्दी रखने में मदद करता है। इसका सेवन करने से ब्लोटिंग से छुटकारा मिलता है और इंफ्लामेशन कंट्रोल रहती है। अखरोट में प्रचुर मात्रा में एंटीऑक्सीडेंट यौगिक होते हैं, जैसे एलेगिटैनिन और फ्लेवोनोइड, जो पाचन को दुरुस्त करते हैं और सूजन को कम करते हैं। रोजाना एक औंस अखरोट का सेवन आपकी गट हेल्थ को दुरुस्त कर सकता है।