पर्याप्त नींद लेना जरूरी होता है और स्वास्थ्य के लिए भी लाभकारी होता है। लेकिन यदि आप जरूरत से ज्यादा सोते हैं तो इससे आपका स्वास्थ्य प्रभावित हो सकता है। अधिक सोने से कई स्वास्थ्य संबंधित समस्याओं का खतरा भी बढ़ जाता है। यूरोपियन हार्ट जर्नल के शोध के अनुसार, जो लोग 6-7 घंटे से अधिक सोते हैं उनमें मोर्टालिटी और कार्डियोवस्कुलर डीजिज होने की संभावना बढ़ जाती है।

नींद मानव स्वास्थ्य के लिए आवश्यक होता है, और लोग सोने में अपना लगभग एक तिहाई समय व्यतीत करते हैं। यह एक
महत्वपूर्ण जीवनशैली माना जाता है जो हृदय रोग(सीवीडी) और मृत्यु को प्रभावित कर सकता है। कम सोने से शरीर में ऊर्जा की कमी हो जाती है जिससे हृदय रोग होने की संभावना बढ़ जाती है, पाचन प्रभावित हो जाता है और मेटाबॉलिज्म धीमी हो जाती है। लेकिन कुछ शोध में ऐसा भी कहा गया है कि यदि आप अधिक सोते हैं तो हृदय रोग का खतरा बढ़ जाता है। नेशनल हेल्थ एंड न्यूट्रीशन एक्जामिनेशन सर्वे के अनुसार, यदि आप रात को 6-7 घंटे से अधिक सोते हैं तो कोरोनरी डिजीज होने की संभावना 10 प्रतिशत बढ़ जाती है।

अधिक सोने के नुकसान

वजन बढ़ता है
अधिक सोने से मोटापा बढ़ता है। एक सर्वे के अनुसार, 6-7 घंटे से ज्यादा सोने वालों में नार्मल सोने वालों की तुलना में वजन बढ़ने की संभावना 21 प्रतिशत ज्यादा होती है।

डायबिटीज होने का खतरा बढ़ता है
जरूरत से ज्यादा सोने वाले लोगों के ब्लड में शुगर की मात्रा बढ़ जाती है जिससे डायबिटीज होने की संभावना भी बढ़ जाती है। अधिक सोना मोटापा भी बढ़ाता है जिसके कारण डायबिटीज होने की संभावना भी बढ़ जाती है।

डिप्रेशन हो जाती है
6-7 घंटे से अधिक सोना डिप्रेशन का एक मुख्य लक्षण होता है। अधिक सोना आपके शारीरिक स्वास्थ्य के साथ-साथ मानसिक स्वास्थ्य को भी प्रभावित करती है। इसलिए अधिक सोने की आदत को बदल दें।